Friday 5 January 2018



शिशु के स्वास्थ्य देखभाल हेतु गांव-ढाणी में आशा पहुंची द्वारे - द्वारे
एचबीएनसी वॉउचर स्कीम के तहत आशा प्रसूता महिलाओं के घरो में पहुंची


राजसमंद, 5 जनवरी। प्रसूता महिलाओं को अस्पताल से डिस्चार्ज के समय एचबीएनसी वॉउचर देने के बाद शिशु स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिये गांव - ढाणी में आशा प्रसूता महिलाओं के नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य की देखभाल हेतु उनके घरों पर जा रही है। 
  जन्म के बाद 45 दिनों तक नवजात शिशु स्वास्थ्य की देखभाल काफी महत्वपुर्ण होती है और इन्ही दिनों में लापरवाही के चलते बड़ी संख्या में नवजात शिशु की मृत्यु हो जाती है। शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के उदे्ेश्य से ही एचबीएनसी वॉउचर स्कीम की शुरूआत राजसमंद और डूंगरपूर जिलें पालयट स्कीम के रूप में की गई है। 
योजना से उच्च जोखिम वाले ऐसे शिशु जिनका जन्म के समय वजन 2 किलो से कम होना, समय पूर्व जन्म एवं पहले दिन दूध नहीं पीने वाले शिशुओं को काफी लाभ होगा और आशा घर के परिजनों को शिशु स्वास्थ्य को लेकर आवश्यक परामर्श दे रही है। 
प्रसव के बाद अस्पताल से छूट्टी देने के बाद भी आशा नवजात शिशु के घर पर आगामी 45 दिनों में 7 बार आशा प्रसूता महिला के घर जाकर मां व शिशु के स्वास्थ्य की देखरेख करेगी और नवजात शिशु द्वारा हाथ -पैर सामान्य रूप से नहीं हिला पाना , स्तनपाल नहीं कर पाना, पेट फूलना तथा उल्टियां होना, शरीर का ठंडा पड़ना या बुखार होना, छाती धसना, नाभी से पस आना, दौरे पड़ना जैसे खतरे के चिन्ह होने पर शिशु को उच्च चिकित्सा संस्थान पर तत्काल रेफर करेगी। वहीं माता को बुखार होने, अत्यधिक रक्त स्त्राव होने, दौरे आने पर तत्काल आशा उच्च चिकित्सा संस्थान पर रेफर करेगी।
चिकित्सा संस्था पर कार्मिक प्रसूता महिला को वॉउचर के बारें में जानकारी देकर डिस्चार्ज कर रहें है जिससें प्रसूता महिला आशा के प्रत्येक विजिट पर एक स्टीकर आशा को देवे। जिससें यह सुनिश्चित हो सकेगा की आशा प्रसूता के घर गई तथा मां तथा शिशु के स्वास्थ्य की देखभाल की। 
योजना के क्रियान्वयन को लेकर जिला आशा समन्वयक श्री हरीशंकर शर्मा और एनयूएचएम जिला सलाहकार कृष्णकांत वसीटा ने आर.के. राजकीय जिला चिकित्सालय पहुंच कर योजना से सम्बन्धित रिकार्ड संधारण एवं वॉउचर वितरण की स्थिती का जायजा लिया। 

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