Tuesday 31 October 2017


वृद्धावस्था में लाठी बन सहारा दे रही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना  
लीवर में सूजन से हुयें बेहाल, अभी आईसीयू में जारी उपचार 

राजसमंद। वृद्धावस्था है ही ऐसी की इसमें न जाने कितनी ही बिमारीयां आ लगती है। ऐसा ही कुछ देवगढ के कुण्डेली गांव में रहने वाले प्रताप जी कलाल के साथ हुआ। लीवर में सुजन के कारण पीलीया और फिर मलेरिया जैसी कई बिमारीयों ने उनको अशक्त बना दिया। 
               65 की उम्र में अब घर पर केवल वे और उनकी पत्नी बस दोनो ही है।गांव में दो तीन बिघा जमीन है लेकीन अब वृद्धावस्था के कारण उसमें खेती भी नहीं कर पातें। प्रताप जी के तीन बेटीया है जिनकी शादी हो गई और वे ससुराल चली गई। ऐसे में प्रताप जी इलाज पर होने वाले खर्च को लेकर घबरा कर घर पर ही इन बिमारीयों को भुगत रहें थें और पत्नी तरह - तरह के नुस्खें आजमा रही थी।
               उनकी बेटीयां अस्पताल चलने को कहती तो कहते घर पर ही ठीक हो जाउंगा वे नहीं चाहते की उनकी बिमारी पर बेटीयां खर्च करें। ऐसे में उनकी बेटीयों ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की जानकारी देकर बताया की इनसे उनके इलाज पर लगने वाला पुरा खर्च सरकार ही उठायेंगी, आपको तो बस अस्पताल पहुंचना है। 
            राजसमंद में ही तीनो बेटीयों का ससुराल होने के कारण बेटीयों ने उनको आर.के. राजकीय जिला चिकित्साल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ एच.सी सोनी को बताया तो उन्होंने आईसीयू में भर्ती कर उपचार शुरू कर दिया है। वर्तमान में प्रताप जी का आईसीयू में उपचार जारी है। 


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