Friday 30 June 2017


मिशन परिवार विकास के तहत अब गांवो में आयोजित होंगे सास - बहु सम्मेलन
आशा और एएनएम मिलकर करेंगे आयोजन

राजसमंद, 30 जून। बहू के निर्णय कहीं न कहीं सास से प्रभावित होते है और परिवार नियोजन जैसे मुद्दे पर सास और बहु की आपसी समझ काफी महत्वपुर्ण होती है। इस रिश्ते की परिवार नियोजन में महत्वपुर्ण भुमिका को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने पहचाना है। आगामी सितम्बर माह में आयोजित होने वाले जिलें के सभी गांवो में सास - बहू सम्मेलन के आयोजन को लेकर विभाग ने तैयार प्रारम्भ कर दी है।  
नई रणनीती के तहत प्रदेश के उच्च प्रजनन दर वाले 14 जिलो भरतपुर, धोलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर, उदयपुर, डूंगरपुर, राजसमंद, बांसवाड़ा, जैसलमेर, पाली, सिरोही, बांरा में मिशन परिवार विकास के तहत गांवो मे सास - बहु सम्मेलन का आयोजन किया जायेगा। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की सास - बहू सम्मेलन प्रत्येक गांव के आंगनबाड़ी केन्द्र, स्वास्थ्य केन्द्र, अटल सेवा केन्द्र या सार्वजनिक भवन पर आयोजित किया जायेगा। प्रत्येक सम्मेलन में एएनएम और आशा का उपस्थित होना अनिवार्य होगा। 
सम्मेलन में कम से कम 10 सास - बहु के जोड़ो को शामिल किया जाना अनिवार्य होगा। प्रत्येक सम्मेलन की व्यवस्थाओं के लियें 500 रूपयें की राशि का प्रावधान किया गया है। एएनएम व आशा इन सम्मेलनों में उन सास को चिन्हीत करेगी जिन्होंने बहु को परिवार नियोजन के साधनो को अपनाने की जानकारी व प्रेरणा दी हो। सम्मेलन में सास - बहु अपने परिवार नियोजन से संबंधित अनुभव को साझा करेगी। 
एएनएम व आशा सम्मेलन में सीमित परिवार के लाभ , विवाह की सही आयु, विवाह के दो वर्ष बाद पहला बच्चा, पहले एवं दूसरे बच्चे में कम से कम 3 साल का अंतर, परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनो के बारें में सम्पूर्ण जानकारी देंगे। वहीं परिवार कल्याण के स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने हेतु नजदीकी चिकित्सा संस्थानो पर उपलब्घ सेवाओं की जानकारी दें। सम्मेलनो में पंचायत राज के जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जायेगा। 

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