Friday, 19 January 2018


एचबीएनसी वॉउचर स्कीम के क्रियान्वयन को जांचने राजसमंद पहुंची टीम 
चिकित्सा संस्थानों पर जाकर जांचा रिकार्ड 

राजसमंद, 19 जनवरी। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु स्वास्थ्य हेतु प्रसव पश्चात शिशु की घर पर 45 दिनों तक गुणवत्तापूर्ण देखभाल हेतु राजसमंद जिलें बतौर पायलट के रूप में संचालित एचबीएनसी वॉउचर स्कीम के तहत आज जयपुर से आई विभागीय टीम ने चिकित्सा संस्थानों पर जाकर योजना के क्रियान्वयन को लेकर विजिट की।  
टीम में राज्य सलाहकार शिशु स्वास्थ्य पूनम श्रीवास्तव, अदिति जैन सलाहकार गेन एवं टीम लीडर गेन परमजीत कौर एवं यूनीसेफ कम्यूनिकेशन फॉर डवलपमेंट शामिल थी।
टीम ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र नेड़च, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र देलवाड़ा, आर.के.राजकीय जिला चिकित्सालय एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र सांगावास का निरीक्षण कर एचबीएनसी वॉउचर स्कीम के क्रियान्वयन का पर्यवेक्षण किया। 
टीम ने जिलें के विभागीय अधिकारीयों, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों से योजना के क्रियान्वयन को लेकर गहन विमर्श किया। 
राज्य सलाहकार शिशु स्वास्थ्य पूनम श्रीवास्तव ने बताया की योजना के क्रियान्वयन में पीएचसी स्तर पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारीयों का शामिल होना आवश्यक है । एचबीएनसी वॉउचर स्कीम का मुख्य उदे्श्य गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल को गुणवत्तापूर्ण बनाना है। जिससें नवजात शिशु को घर पर ही सामान्य जांच स्वास्थ्य हो सकें तथा उच्च जोखिम वाले बच्चों का समय पर रेफर हो सकें। टीम ने बताया की जिलें में राज्य स्तर से जारी योजना की गाईड लाईन का अनुसरण अच्छें से किया जा रहा है।  
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने टीम को बताया की अब तक 1038 प्रसव हुयंे जिसमें से अभी तक 924 वॉउचर जारी कियें गयें है। उन्होंने बताया की जिलें में योजना के क्रियान्वयन को लेकर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है। 
जिला आशा समन्वयक श्री हरिशंकर शर्मा ने बताया की आने वाली सैक्टर बैठकों में आशाओं को योजना के क्रियान्वयन में गहनता के साथ विमर्श किया जायेगा तथा घर पर शिशु की गुणवत्तापूर्ण देखभाल हो यह सुनिश्चत किया जायेगा। 

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