Friday 14 December 2018




आदत से लाचार तम्बाकू सेवन के रोगियों को उपचार से जोड़े - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

राजसमंद, 14 दिसम्बर। शौक - शौक में शुरू किया गया तम्बाकू का नशा सांस की विभिन्न बिमारीयों सहित असहनिय कैंसर की बिमारी को आंमत्रित करता है। जिससे व्यक्ति नारकीय पीड़ा भूगत कर दम तोड़ देता है और अप्रत्यक्षरूप से पुरे परिवार को इसका खामियाजा उठाना पड़ता है। इसलियें हमारी जिम्मेदारी  है की हम युवा पीढ़ी को तम्बाकु सेवन के दुष्प्रभावों के बारें में बतायें तथा तम्बाकू सेवन की आदत को छोड़ने के लियें लोगो प्रेरीत करे तथा उनको इस आदत से छुटकारें के लियें ईलाज की जानकारी देवे। 
यह विचार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने स्वास्थ्य भवन में तम्बाकू को लेकर आयोजित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण में व्यक्त कियें। उन्होंने बताया की तम्बाकू लत से छूटकारा दिलाने के लियें आर.के.राजकिय जिला चिकित्सालय में अलग से तम्बाकू परामर्श केन्द्र का संचालन कमरा नम्बर 16 में किया जा रहा है। जहां तम्बाकू की लत से छूटकारा दिलाने के लियें काउॅन्सलिंग के साथ ही निःशुल्क दवाईयां दी जा रही है। 
उन्होंने कहा की दुनियां में हर साल तम्बाकू सेवन से होने वाली बिमारीयों के कारण 50 लाख लोगो की मृत्यु हो जाती है इसलियें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की यह समझ बननी आवश्यक है की तम्बाकू का सेवन एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है जिसको संकल्पित होकर लोगो तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति सावचेत करना है। 
कार्यशाला में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने बताया की जिला तम्बाकू प्रकोष्ठ की और से विद्यालयों में युवाओं को जागरूक करने के लियें कार्यक्रमो एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है । लेकिन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी अपने स्तर से ग्राम सभाओं एवं समुदाय में तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभावओं के बारें जानकारी देनी है तथा तम्बाकू छोड़ने के लियें प्रेरीत करना है।
प्रशिक्षण में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने कहा की प्रदेश व जिलें में तम्बाकू सामाजिक रिवाजो से जुड़ा है इसलियें इसें ग्रामीणो को जागरूक कर तम्बाकू पदार्थो के बहिष्कार के लियें वातावरण तैयार करना होगा। उन्होंने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोटपा अधिनियम की जानकारी देकर निर्देशित किया की वे अपने क्षैत्र में तम्बाकू विक्रेताओं को भी अधिनियम की जानकारी देकर सजग करें। 
 प्रशिक्षण में तम्बाकू प्रकोष्ठ के जिला सलाहकार हार्दींक जोशी व साईकोलोजिस्ट जमील गौरी ने कोटपा अधिनियम की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से देकर तम्बाकू सेवन की आदत को छुड़ाने के लियें दिये जा रहें उपचार के बारें में विस्तार से बताया।
प्रशिक्षण में डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण डॉ मीठालाल मीणा सहित उपस्वास्थ्य केन्द्रो से महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थी। 

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