Tuesday 30 May 2017



मॉं और बच्चें को मिले गुणवत्तापुर्ण और गरिमापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं - जिला कलक्टर श्री पी.सी. बैरवाल 

राजसमंद, 30 मई। चिकित्सा संस्थानों में प्रत्येक मॉ और बच्चें को गुणवत्तापुर्ण और गरिमापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मिलें इसके लियें चिकित्सा संस्थान के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के साथ ही संस्थान पर कार्यरत प्रत्येक कार्मिक को सजग करें। चिकित्सा संस्थानों पर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के लियें आने वाली महिलाओं से गरीमापूर्ण व्यवहार के साथ ही निजता का पुर्ण खयाल रखें। यह निर्देश जिला कलक्टर श्री पी.सी. बैरवाल ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं जतन संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित मां और बच्चों को गुणवत्तापुर्ण और गरिमापुर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के लियें जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में व्यक्त कियें। 
कार्यशाला में प्रमुख चिकित्सा अधिकारीयों, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी विभिन्न स्वयंसेवी संस्थानों, महिला कार्यकर्ताओं एवं चिकित्सकों को सम्बोधित करतें हुयें जिला कलक्टर ने कहा की प्रत्येक माह में खंड स्तर से सम्बन्धित चिकित्सा अधिकारी को अपने क्षैत्र की संभावित प्रसव वाली महिलाओं की सूची उपलब्ध करवायी जायें जिससें महिला के प्रसव प्रबंधन आसानी से हो तथा निःशुल्क परिवहन सेवाओं के साथ ही प्रसव में होने वाली जटिलताओं से बचा जा सकें। उन्होंने  चिकित्सा संस्थानों पर मिलने वाले मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी आम जन को देने के लियें स्वयंसेवी संस्थानों एवं महिला कार्यकर्ताओं का आव्हान किया कि वे गांवो मंे सामुदायिक बैठकों का आयोजन करें जिसमंे स्थानिय विभागिय अधिकारीयों के माध्यम से लोगो के पोषण एवं स्वास्थ्य विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी मिल सकें। 
बैठक में सुरक्षित मातृत्व के लियें प्रदेश में कार्यरत सुमा सुरक्षित मातृत्व गठबंधन की और से जिलें के विभिन्न चिकित्सा संस्थानों आर.के. राजकीय जिला चिकित्सालय, सीएचसी खमनोर, देवगढ़, आमेट, केलवाड़ा, रेलमगरा पीएचसी कुरज, कुन्दवा, सरदारगढ़, सालोर चिकित्सा संस्थानों में वहां मां और बच्चों को गुणवत्तापुर्ण और गरिमापुर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के बारें में प्रजेंटेशन के माध्यम से अधिकारीयों- कार्मिको के व्यवहार, महिलाओं की निजता, ढांचागत व्यवस्थायें, सेवाओं की गुणवत्ता, राजस्थान मेडिकल रिलिफ सोसायटी की बैठकों की स्थिती पर विस्तार से प्रकाश डाला एवं सुझाव दियें। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारकी डॉ पंकज गौड़ ने सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों से कहा कि खंड स्तर पर गठीत खंड स्वास्थ्य समिति को भी सक्रिय कर नियमित बैठक करें जिससें खंड की स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं की सुदृढीकरण के लियें निर्णय लियें जा सकें।  चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देशित किया कि वे एक कुशल प्रबंधक की तरह चिकित्सा संस्थान की व्यवस्थाओं को देखें तथा क्षैत्र के लोगो में संस्थान की विश्वसनियता कायम करने के लियें जहां कही कमी लगे मेडिकल रिलिफ सोसायटी की बैठक के माध्यम से चिकित्सा संस्थान में साफ -सफाई , उपकरणों के संचालन , आईईसी सामग्री की व्यवस्थित प्रदर्शन के साथ ही छोटे लेकीन आवश्यक ढांचागत सुधारों को क्रियान्वित करें। 
प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ सी.एल. डूंगरवाल ने प्रत्येक चिकित्सा संस्थान पर गठीत राजस्थान मेडिकल रिलिफ सोसायटी के गठन और उसकी उपयोगिता को लेकर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने मेडिकल रिलिफ सोसायटी की नियमित बैठकों को चिकित्सा संस्थान एवं आमजन दोनो के हित में बताया। 
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा, स्त्री एवं प्रसुति रोग विशेषज्ञ डॉ मंजू पुरोहित, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रहलाद सिंह सौलंकी, डॉ जे.पी.बूनकर, डॉ कमलेश मीणा, डॉ धमेन्द्र शर्मा, डॉ सी.पी.सूर्या, डॉ शैलेन्द्र सिंह सहित चिकित्सा अधिकारी, जिला नोडल अधिकारी विनित दवे, जिला आईईसी समन्वयक दिलीप श्रीमाली सूमा एवं जतन संस्थान के प्रतिनिधी उपस्थित थें।   

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