Tuesday 17 July 2018




सीएमएचओं, आरसीएचओं ने केलवाड़ा एवं खमनोर में स्वास्थ्य सेवाओं समीक्षा की
मातृ स्वास्थ्य एवं शिशु स्वास्थ्य के मुद्दो पर रहा जोर

राजसमंद, 17 जुलाई। चिकित्सा अधिकारीयों एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी है की वे क्षैत्र में प्रत्येक गर्भवती महिला, प्रसूता महिला एवं शिशु के स्वास्थ्य को लेकर आशाओं के माध्यम से सतत मोनिटरींग करें। यह निर्देश सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने सीएचसी केलवाड़ा के सभागार में विभागिय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के क्रियान्वयन को लेकर आयोजित समीक्षा बैठक में दियें। 
उन्होंने कहा की गर्भवती महिलाओं के शिघ्र पंजीयन के साथ ही प्रसव पूर्व होने वाली 4 जांचों को गुणवत्तापूर्ण करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने कहा की 4 जांचो के दौरान जटिल प्रसव होने का संदेह होने पर समय पर ही उच्च चिकित्सा संस्थान पर भिजवायें जिससें गर्भवती महिलाओं की पूर्ण जांच कर उपयुक्त उपचार दिया जा सकें। उन्होंने सिजेरीयन प्रसव की सम्भावना वाली महिलाओं को समय रहते ही जिला चिकित्सालय में रेफर करने एवं स्त्री एव प्रसूति रोग के विशेषज्ञ के माध्यम से जांच करवाने एवं ऑपरेशन की सम्भावित दिनांक लेने के लियें निर्देशित किया जिससें प्रसव के दौरान महिला को किसी प्रकार की  समस्याओं का सामना नहीं करना पडे़।
उन्होंने सभी एएनएम को निर्देशित किया की पंजीयन के साथ ही गर्भवती महिला से बैंक खाता संख्चा, आधार नम्बर एवं भामाशाह नम्बर लेवे जिससें प्रसव के बाद जननी सुरक्षा योजना एवं राज श्री योजना के तहत मिलने वाली राशि का तत्काल भुगतान किया जा सकें। 
उन्होंने प्रसव के उपरांत शिशु स्वास्थ्य की दृष्टी से आशा एवं एएनएम के माध्यम से गृह आधारीत जांच को ईमानदारी के साथ गुणवत्तापूर्ण तरीके से करने के लियें निर्देशित किया तथा एएनएम से अपनी सेवा पंजिका को अपडेट रखने के लियें निर्देशित किया। 
बैठक में चिकित्सा अधिकारीयों एवं एलएचवी को समय-समय पर उपस्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर सेवा पंजिका का अवलोकन करने एवं उसमें पाई जाने वाली त्रुटियों एवं अच्छाई पर टिप्पणी लिखने के लियें निर्देशित किया गया। 
बैठक में आरसीएचओं डॉ सुरेश मीणा ने निर्देशित किया की गांव में दी जा रहीं सभी सेवाओं को एएनएम   ऑनलाईन अवश्य करावें। जिससें सेवाओं की सही समीक्षा की जा सकंे। 
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डॉ मीठा लाल मीणा ने परिवार कल्याण कार्यक्रम में योग्य दम्पत्तियों से निरंतर संपर्क करने एवं उन्हें आवश्यकतानुसार साधन उपलब्ध करवानें। छोटे परिवार के लियें योग्य दम्पत्तियों को प्रेरित कर परिवार कल्याण के स्थाई उपाय पुरूष एवं महिला नसबंदी अपनाने  के लियें निर्देशित किया। 
केलवाड़ा में आयोजित बैठक में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, खमनोर में डॉ जे.पी. बूनकर, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशीष दाधीच, सभी चिकित्सा अधिकारी एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थें। 

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