Monday, 31 December 2018






सम्पूर्ण जिले में नो टोबेको डेे के तहत हुई कार्यवाही
कोटपा एक्ट के उल्लंघन पर चिकित्सा विभाग ने काटें 20 हजार 801 रूपयें के चालान

राजसमंद, 31 दिसम्बर। तम्बाकू नियंत्रण कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लियें समुचे जिलें में जिला तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ एवं खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों के नेतृत्व में दलो ने सार्वजनिक स्थानों एवं तम्बाकू विक्रेताओं के यहां कार्यवाही कर 394 चालान काट 20 हजार 801 रूपयें का जुर्माना वसूल किया गया। 
जिला नोडल अधिकारी तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम एवं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की सभी खंड में विभाग द्वारा कोटपा अधिनियम के तहत नो टोबेको डे के अवसर पर विस्तृत कार्यवाही की गई। 
उन्होंने बताया की कोटपा अधिनियम के तहत सार्वजनिक स्थानो पर ध्रुम्रपान करना , शैक्षिक संस्थाओं के 100 गज के दायरे में तम्बाकू उत्पाद बेचना, नाबालिगो को एंव नाबालिगो द्वारा तम्बाकू उत्पाद बेचना, सभी प्रकार के तम्बाकू उत्पादो के प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष विज्ञापनों पर प्रतिबंध है। 
उन्होंने बताया की नो टोबेको डे पर विभाग द्वारा गठीत कियें गये दलो द्वारा आमजन को तम्बाकू से होने वाले दुष्प्रभावों की भी जानकारी दी गई तथा विक्रेताओं को एक्ट की पालना करने के लियें निर्देशित किया गया। 

Thursday, 27 December 2018






सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने किया सीएचसी चारभुजा का औचक निरीक्षण 
निरीक्षण में पाई कमियों को तुरंत दुरूस्त करने के दिये निर्देश
राजसमंद, 27 दिसम्बर। सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चारभुजा का औचक निरीक्षण कर वहां उपस्थित चिकित्सा अधिकारी एवं स्टॉफ को आमजन एवं रोगियों की सुविधा के लियें चिकित्सा संस्थान में तत्काल सुधार करने के लियें निर्देशित किया । 
निरीक्षण के दौरान पहुंचे खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, खंड कार्यक्रम प्रबंधक सुरेश कुमार, खंड लेखाकार को निर्देशित किया की डिजिटल एक्सरे मशीन को दो दिवस के भीतर इन्सटॉल करवायें एवं मशीन संचालन हेतु एक कार्मिक को जिला चिकित्सालय में 10 दिवसीय प्रशिक्षण के लियें तुरंत भिजवायें।
सीएमएचओं डॉ गौड़ ने अनटाईड फंड का उपयोग करते हुयें चिकित्सा संस्थान में बिजली संबंधी व्यवस्थाओं के दुरस्तीकरण के लियें तत्काल अनुमानित लागत का तकमिना बना कर पुरानी वायरींग को बदलने के लियंे निर्देशित किया तथा रोगीयों एवं आमजन के लियें आर ओ वाटर प्यूरीफायर लगवाने के लियें निर्देशित किया। साथ ही राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम की दृष्टी से संचालित उजाला क्लिनिक को संस्थान में आगे की और शिफ्ट कर तय मापदण्डानुसार व्यवस्थायें सुनिश्चि करने के लियें निर्देशित किया।
 डॉ गौड़ ने मुख्य सड़क पर चिकित्सा संस्थान के बोर्ड को दुरूस्त करने के लियें निर्देशित किया तथा खंड कार्यक्रम प्रबंधक को एनएचएम के एनएचएम के प्रोग्राम इम्पलिमेंटेशन प्लान में चिकित्सा अधिकारीयों एवं स्टॉफ के क्वार्टर तथा चिकित्सा संस्थान में  रिपेयरिंग के कार्य को शामिल करने के लियें निर्देशित किया।
डॉ गौड़ ने चिकित्सा संस्थान में दवा वितरण केन्द्र, जांच कक्ष, चिकित्सक कक्ष, लेबर रूम, वार्ड रूम का दौरा किया तथा जहां कही कमीयां नजर आई तुरंत संबंधित कार्मिक को नोट कराया तथा आगामी एक सप्ताह में व्यवस्थायें सुचारू करने के लियें निर्देशित किया।
निरीक्षण के दौरान पुर्व जिला प्रमुख मदनलाल गुर्जर एवं अन्य ग्रामीण भी चिकित्सा संस्थान पर पहुंचे तथा चिकित्सा संस्थान के संचालन को लेकर अपने सुझाव दियें। 

Wednesday, 26 December 2018





चिकित्सा संस्थाओं का हुआ मैराथन औचक निरीक्षण 
सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने निरीक्षण दौरान दियें आवश्यक निर्देश 
बनेडि़या एवं धनेरीया होंगे हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर रूप में विकसीत 

राजसमंद, 26 दिसम्बर। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने रेलमगरा ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनेडि़या, धनेरीयागढ़ एवं सीएचसी दरीबा का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने चिकित्सा संस्थानो का विस्तार से अवलोकन कर चिकित्सा अधिकारीयों एवं स्टॉफ को आवश्यक निर्देश दियें। 
उन्होंने चिकित्सा संस्थानो में लेबर रूम, दवा वितरण केन्द्र, स्टोर रूम, वार्ड एवं टीकाकरण कक्ष का विस्तार से निरीक्षण किया तथा जहां कही भी पर्दे, कुर्सी, डिजीटल वॉच, दवॉईयों के भण्डारण के लियें रेक्स, जांच उपकरणों की कमी नजर आई तुरंत अनटाईड फण्ड से इनको क्रय कर तत्काल उपब्लधता सुनिश्चित करने के निर्देश दियें।  
उन्होनें निःशुल्क दवा एवं जांच योजना के तहत पीएचसी एवं सीएचसी स्तर पर निर्धारित दवाओं एवं जांचो की उपलब्धता की जानकारी ली तथा हर हाल में रोगीयों के लियें दवाओं एवं जांचो की उपलब्धता रहें इसके लियें निर्देशित किया ।  
उन्होंने डॉक्टर्स एवं स्टॉफ को निर्देशित किया की वे निर्धारित पौशाक में पहचान पत्र के साथ चिकित्सा संस्थान में उपस्थित रहें तथा चिकित्सा संस्थान में इन्फा स्ट्रक्चर की आवश्यकता होने पर आगामी वर्ष के एनएचएम कार्यक्रम क्रियान्वयन प्लान में लेने के लियें निर्देशित किया ।
उन्होंने पीएचसी धनेरीयागढ़ एवं बनेडि़या के चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देेशित किया की इन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो को हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर के रूप में विकसीत किया जायेगा जिसके लियें निर्धारीत मापदण्ड के अनुसार बिल्डींग की ब्राण्डींग करें एवं यूनिवर्सल गैर संचारी रोगो की स्क्रीनिंग के लियें तत्काल कार्यवाही शुरू करें।
निरीक्षण दौरान कार्यवाहक उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजकुमार खोलिया भी साथ थें। उन्होंने चिकित्सा संस्थानों में गैर संचारी रोगो से सम्बन्धित रिकार्ड का अवलोकन किया तथा आवश्यक निर्देश दियें। 

Monday, 24 December 2018



जिनिशा का बचपन मुस्कुराया 
  आरबीएसके के तहत निःशुल्क हो गई सर्जरी

राजसमंद, 24 दिसम्बर। आर.के राजकीय जिला चिकित्सालय में इसी वर्ष 28 जुलाई को पैदा हुई जिनिशा को जन्म से ही कटे - फटे होंठ एवं तालु की विकृति थी। जिसके कारण जिनिशा की मां सपना और पिता उदयलाल जैन उदास हो गयें और मासूम जिनिशा के ईलाज और भविष्य को लेकर आशंकित थें। लेकिन राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत मासूम जिनिशा की निःशुल्क सफल सर्जरी हो गई और अब वह दूसरे बच्चों की तरह बिल्कुल स्वस्थ और सुंदर हो गई है। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत जन्म से 6 सप्ताह के बच्चों को डिलीवरी पोइन्ट यानी प्रसव वाले चिकित्सा संस्थानो पर स्क्रीनिंग किया जा रहा है। जिसके तहत आर.के. राजकीय जिला चिकित्सालय में कार्यरत यशोदा रजनी श्रीवास्तव ने सजगता से मामले की जानकारी उच्चाधिकारीयों को समय पर दी जिससे बच्ची की निःशुल्क सर्जरी समय पर हो गई और अब वह स्वस्थ है।  
कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की डिलीवरी पोइन्ट पर ही स्क्रीन हो जाने से बच्ची का जिला आशा कॉर्डिनेटर हरिशंकर शर्मा द्वारा लगातार फॉलोअप किया गया तथा जिनिशा का उदयपुर स्थित पेसीफिक हॉस्पीटल में क्लेफ्ट लिप एंड पैलेट की सफल निःशुल्क सर्जरी की गई।
शहर के वार्ड नम्बर 20 के निवासी जिनिशा के पिता के उदयलाल जैन ने बताया की वह एक निजी फेक्ट्री में ठेके पर कार्य करते है। जिनिशा के पहले हुई पुत्री में भी यह विकृति थी जिसके लियें बड़ी मशक्कत कर जैसे तैसे रूपयो का जुगाड़ कर सर्जरी करवाई। लेकिन फिर वापस सर्जरी के लियें एक बड़ी रकम का प्रबंध़ करना बहुत मुश्किल ही नही नामुमकिन था। 
जिनिशा की मां सपना ने कहा की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की बदौलत अब हमारी बच्ची दुसरे बच्चों की तरह सामान्य हो गई है तथा उसके होंठो पर मुस्कूराहट छा गई है। पुरा परिवार आभारी है ऐसे कार्यक्रम का जिसने जिनिशा के आशंकित भविष्य को सुनहरे भविष्य के रूप में बदल दिया है।  


Friday, 21 December 2018





हैल्थ वैलनेस सेंटर की बदौलत मासूम पूजा का नासाज दिल हुआ स्वस्थ
जहां थोड़ा चलने पर दम फूलता था, अब फर्राटे से दौड़ती है पूजा

राजसमंद, 21 दिसम्बर।  11 वर्षीय मासूम बच्ची पूजा सालवी थोड़ा चलती तो दम फूल जाता, कुछ भी खाती तो उल्टी हो जाती, आयें दिन सर्दी जुखाम और बुखार के चलते हमेशा बिमार रहती थी लेकिन हैल्थ वेलनेस सेंटर की बदौलत वह बिल्कुल स्वस्थ है तथा फर्राटे भर कर दौड़ रही है।  
हैल्थ वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर भावना बैन ने ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति में गांव से आई महिलाओं एवं पंचाचती राज जनप्रतिनिधियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमो की जानकारी दी। भावना ने ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम तथा भामाशाह योजनाओं के बारें में भी जानकारी दी तथा हद्य रोग से संबन्धित जानकारी प्रदान करते हुयें रोग के लक्षणों के बारें में विस्तार से जानकारी दी थी। 
समिति की बैठक समाप्त होने पर वहां आई नारायणी देवी ने अपनी बच्ची की बिमारी के बारें में कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर से चर्चा करते हुयें बताया की बेटी पूजा थोड़ा चलती है तो दम फूल जाता है, आये दिन सर्दी जुखाम व बुखार के कारण बीमार रहती है और बहुत कमजोर है। 
कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर भावना बैन ने बताया की वह नारायणी के साथ वहीं से उसके घर गई तथा पूजा की स्वास्थ्य जांच की जिसमें पता चला की भावना की धड़कन असामान्य प्रतीत हुई। भावना ने परिवार वालो को बताया की पूजा को जिला चिकित्सालय में शिशुु रोग विशेषज्ञ को बतायें। भावना ने जिला चिकित्सालय में कार्यरत शिशु रोग विशेषज्ञ को पुरे मामले की जानकारी देकर पूजा को रेफर किया। 
जिला चिकित्सालय से हद्य रोग की निश्चितता होने के बाद पूजा के परिवार जनो को पुजा के दिल के ऑपरेशन की आवश्यकता के बारें में चर्चा कि तो पिता दौला जी ने बताया की वह तो थोड़ी जमीन पर खेती - बाड़ी करते है और ऑपरेशन में खर्च होने वाले लाखो रूपयें कहा से लायेंगे। कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर ने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत पूजा की हार्ट सर्जरी निःशुल्क होने की जानकारी दी तथा क्षैत्र में भामाशाह योजना में पंजीबद्ध निजी चिकित्सालयो के नाम बताते हुयें उन्हें वहां पूजा का तुरंत ऑपरेशन कराने की सलाह दी। 
उदयपुर स्थित जे.के फोर्टिंज में पूजा की सफल हार्ट सर्जरी बिल्कुल निःशुल्क हो गई तथा पूजा अब पूरी तरह स्वस्थ है। नारायणी देवी अब भी नियमित रूप से पूजा को स्वास्थ्य जांच के लियें हैल्थ वैलनेस सेंटर पर लाती है।   

Wednesday, 19 December 2018



मासूम तपस्वी के दिल में सुराख का मुफ्त में हो गया ईलाज
अनमोल बचपन को लौटाया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने 

राजसमंद, 15 दिसम्बर। 15 माह की मासूम तपस्वी के दिल में जन्म से ही सुराख था जिसके कारण उसकी बार - बार सांस फूल जाती थी आए दिन सर्दी जुखाम हो जाता और बिमार हो जाती थी। आस पास के डॉक्टर को बताते लेकिन कोई फर्क ही नहीं पड़ता, जन्म के कुछ माह बाद पता चला की तपस्वी के दिल में सुराख के कारण यह सब हो रहा है। लेकिन ऑपरेशन के भारी खर्च चलते परिवारजन ऑपरेशन करवाने में असमर्थ थे। 
कुछ बड़ी होने पर तपस्वी आंगनबाड़ी पर जाने लगी और इसी बीच राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आमेट की मोबाईल हैल्थ टीम तपस्वी की आंगनबाड़ी जाटीयाखेड़ी में पहुंची और बच्चों के स्वास्थ्य जांच के दौरान ही तपस्वी के दिल में समस्या नजर आई। 
टीम के डॉ चन्द्रवीर ने बताया की तपस्वी की मॉं सीमा जाट को बुलाकर पूछताछ की तो सामने आया की बिमारी का पता परिवार जन को था लेकिन ऑपरेशन के खर्च के कारण तपस्वी का ऑपरेशन नहीं करवा पा रहे थे। 
तपस्वी की मां सीमा जाट ने बताया की परिवार की आर्थिक स्थिती अच्छी नही हैै। तपस्वी के पिता दिनेश जाट मुंबई में किसी दुकान पर नौकरी करते है जिससे बमुश्किल घर चल पाता है ऐसे में ऑपरेशन के लिये लगने वाले लाखों रूपयो का इंतजाम करना बूते के बाहर है। 
टीम ने बच्ची की मां को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की तपस्वी के दिल का ऑपरेशन अच्छे प्राईवेट हॉस्पीटल में बिना एक रूपया खर्च किये पूरा हो जायेगा तथा तपस्वी जल्द ही ठीक हो जायेगी। 
तपस्वी के हार्ट की सफल सर्जरी बिल्कुल निःशुल्क जयपुर स्थित एक प्राईवेट हॉस्पीटल में सर्जन डॉ सुनिल कौशल और डॉ संजय खत्री द्वारा की गई। तपस्वी को अस्पताल से छूट्टी दे दी गई है और अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। 
तपस्वी के पिता दिनेश जाट ने बताया की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का आभार जीवनभर रहेगा। जिस कार्यक्रम के कारण हमारी बच्ची का ईलाज जयपुर स्थित फोर्टिंज प्राईवेट हॉस्पीटल में हो सका जो हम कभी स्वप्न में भी नही सोच सकते थें। 

Tuesday, 18 December 2018





स्वास्थ्य दल आपके द्वार के तहत मौसमी बिमारीयों के विरूद्ध कार्यवाही जारी
अब तक 29 हजार 465 से अधिक घरो का हुआ सर्वे 

राजसमंद 18 दिसम्बर। मौसमी बिमारीयों मौसमी बिमारीयों स्वाईन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका एवं स्क्रब टायफस के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु संचालित स्वास्थ्य दल आपके द्वार अभियान के तहत जिलें में अब तक 49 हजार 465 घरों का सर्वे कर उनमें लोगो के स्वास्थ्य की जांच की गई है। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की अभियान के तहत आशा, एएनएम, नर्सिंग कॉलेज के छात्र - छात्राओं के दलो का गठन किया गया है जिनको एन्टीलार्वल एवं एन्टीएडल्ट गतिविधियों को सम्पादित करने के लियें प्रशिक्षित किया गया है।  
उन्होंने बताया की अभियान के तहत 1 लाख 23 हजार 292 लोगो की हैल्थ स्क्रीनिंग की गई जिसमें से सर्दी खांसी व जुखाम के 1463 व बुखार के 142 रोगी पायें गयें जिनको मौके पर निशुल्क ईलाज दिया गया। वहीं बुखार के रोगीयों की ब्लड स्लाईड ली गई तथा अभियान के दौरान 312 टंकियों में एन्टीलार्वा टेमिफोस डाला गया 96 गड्ढ़ो एवं नालियों में बर्न ऑयल डाला गया। 12 तालब एवं नाडि़यों में गम्बूचिया तथा 3 स्थानो पर फोगिंग की गई। 
डॉ पंकज ने बताया की जिलें में मौसमी बिमारीयां पूरी तरह नियंत्रण में है। मौसम को देखते हुयें उन्होंने बताया की इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाने रखने के लियें व्यक्तिगत साफ - सफाई पर विशेष ध्यान देंवे तथा गर्म पेय पदार्थो एवं ताजा गर्म खाने का उपयोग करें। गले में खराश के साथ ही सर्दी जुखाम होने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच करवायें। 
उन्होंने बताया की जिले में अभियान के तहत एन्टीलार्वा एवं एंटीएडल्ट कार्यवाही का पर्यवेक्षण जिला स्तर से किया जा रहा है। एपीडिमियोलोजिस्ट हरिश कुमार मय टीम द्वारा खमनोर ब्लॉक का भ्रमण कर वहां स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा सम्पादित की जा रही गतिविधियों का सुपरविजन किया गया तथा इस दौरान टंकियों में पाये गयें लार्वा को नष्ट किया गया। 




Monday, 17 December 2018





स्वास्थ्य दल आपके द्वार अभियान जिले में हुआ शुरू 
मौसमी बिमारीयों की रोकथाम के लियें चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग करेगा कार्यवाही

राजसमंद, 17 दिसम्बर। मौसमी बिमारीयों स्वाईन फ्लू, डेंगू, चिकनगुनिया, जीका एवं स्क्रब टायफस के नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु समुचे जिले में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा 19 दिसम्बर तक आशा, एएनएम एवं नर्सिंग छात्र - छात्राओं के माध्यम से गतिविधियां की जायेगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने दी। 
उन्होंने बताया की अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा घर - घर जाकर सर्दी ,खांसी व जुखाम के मरीजो की स्क्रीनिंग की जायेगी तथा स्क्रब टाईफस के लियें बुखार के मरीजो की स्क्रीनिंग एवं वैक्टर जनित बिमारीयों के लियें एन्टीलार्वल व एन्टीएडल्ड गतिविधियां सम्पादित की जायेगी। 
अभियान के तहत राजकीय चिकित्सालयो, निजी चिकित्सालयो, रेन बसेरा, हॉस्टल, सार्वजनिक क्षैत्र, पार्क, मन्दिरों, कॉलेज एवं स्कूलो में भी सोर्स रिडक्शन की कार्यवाही की जायेगी। जिसके तहत पानी की टंकियों में टेमीफोस, गन्दे पानी के गड्ढो में बर्न ऑयल डालना, तालाब व नाडि़यों में गम्बूचिया छोड़ी जायेगी साथ ही बुखार के रोगियों को उपचार देते हुयें ब्लड स्लाईड ली जायेगी। 
अभियान के सूचना संचालन के जिलें प्रत्येक खंड में अभियान प्रभारी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी सहायक प्रभारी खंड कार्यक्रम प्रबंधक एनएचएम को बनाया गया है।
जिला स्तर पर अभियान की दैनिक मोनिटरिंग के लियंे जिला स्तर पर नियंत्रण कक्ष की संचालित किया गया है जहां एपीडिमीयोंलोजिस्ट हरिश कुमार प्रभारी के रूप मंे प्रतिदिन समुचे जिलें की रिर्पोर्ट संकलन व समीक्षा उपरांत आवश्यकतानुसार हाईरिस्क एरीया में अतिरिक्त एन्टीलार्वल एवं एन्टीएडल्ट फोगिंग गतिविधियां जिला स्तर की रेपीड रेस्पोन्स टीम के माध्यम से संपादित करवायेंगे। 

Friday, 14 December 2018




आदत से लाचार तम्बाकू सेवन के रोगियों को उपचार से जोड़े - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न

राजसमंद, 14 दिसम्बर। शौक - शौक में शुरू किया गया तम्बाकू का नशा सांस की विभिन्न बिमारीयों सहित असहनिय कैंसर की बिमारी को आंमत्रित करता है। जिससे व्यक्ति नारकीय पीड़ा भूगत कर दम तोड़ देता है और अप्रत्यक्षरूप से पुरे परिवार को इसका खामियाजा उठाना पड़ता है। इसलियें हमारी जिम्मेदारी  है की हम युवा पीढ़ी को तम्बाकु सेवन के दुष्प्रभावों के बारें में बतायें तथा तम्बाकू सेवन की आदत को छोड़ने के लियें लोगो प्रेरीत करे तथा उनको इस आदत से छुटकारें के लियें ईलाज की जानकारी देवे। 
यह विचार मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने स्वास्थ्य भवन में तम्बाकू को लेकर आयोजित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण में व्यक्त कियें। उन्होंने बताया की तम्बाकू लत से छूटकारा दिलाने के लियें आर.के.राजकिय जिला चिकित्सालय में अलग से तम्बाकू परामर्श केन्द्र का संचालन कमरा नम्बर 16 में किया जा रहा है। जहां तम्बाकू की लत से छूटकारा दिलाने के लियें काउॅन्सलिंग के साथ ही निःशुल्क दवाईयां दी जा रही है। 
उन्होंने कहा की दुनियां में हर साल तम्बाकू सेवन से होने वाली बिमारीयों के कारण 50 लाख लोगो की मृत्यु हो जाती है इसलियें स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की यह समझ बननी आवश्यक है की तम्बाकू का सेवन एक बड़ी स्वास्थ्य समस्या है जिसको संकल्पित होकर लोगो तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभावों के प्रति सावचेत करना है। 
कार्यशाला में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने बताया की जिला तम्बाकू प्रकोष्ठ की और से विद्यालयों में युवाओं को जागरूक करने के लियें कार्यक्रमो एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है । लेकिन स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को भी अपने स्तर से ग्राम सभाओं एवं समुदाय में तम्बाकू सेवन के दुष्प्रभावओं के बारें जानकारी देनी है तथा तम्बाकू छोड़ने के लियें प्रेरीत करना है।
प्रशिक्षण में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने कहा की प्रदेश व जिलें में तम्बाकू सामाजिक रिवाजो से जुड़ा है इसलियें इसें ग्रामीणो को जागरूक कर तम्बाकू पदार्थो के बहिष्कार के लियें वातावरण तैयार करना होगा। उन्होंने स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कोटपा अधिनियम की जानकारी देकर निर्देशित किया की वे अपने क्षैत्र में तम्बाकू विक्रेताओं को भी अधिनियम की जानकारी देकर सजग करें। 
 प्रशिक्षण में तम्बाकू प्रकोष्ठ के जिला सलाहकार हार्दींक जोशी व साईकोलोजिस्ट जमील गौरी ने कोटपा अधिनियम की जानकारी प्रजेंटेशन के माध्यम से देकर तम्बाकू सेवन की आदत को छुड़ाने के लियें दिये जा रहें उपचार के बारें में विस्तार से बताया।
प्रशिक्षण में डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण डॉ मीठालाल मीणा सहित उपस्वास्थ्य केन्द्रो से महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपस्थित थी। 

Thursday, 13 December 2018




उच्च रक्तचाप का ईलाज लेकर लाली देवी हुई स्वस्थ
 गैर संक्रामक रोगो की जागरूकता एवं उपचार में मील का पत्थर साबित हो रहे हैल्थ वैलनेस सेन्टर 

राजसमंद, 13 दिसम्बर। समुदाय में गैर संक्रामक रोगो की जागरूकता, रोकथाम एवं उपचार के लियें जिलें के ग्रामीण क्षैत्रो में स्थापित हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर मील का पत्थर साबित हो रहे है। इन हैल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर्स के माध्यम से मुख्यतया समुदाय मंे गैर संक्रामक रोगो के बारें में जानकारी प्रदान करने के साथ ही रोकथाम एवं उपचार मुहैया करवाया जा रहा है। 
गैर संक्रामक रोगो की जागरूकता, रोकथाम एवं उपचार में किस तरह ये हैल्थ एण्ड वैलनेस सेन्टर अपनी महत्ती भुमिका का निर्वहन कर रहै है इसकी बानगी बिनोल गांव की निवासी लाली देवी के मामले से समझा जा सकता है।
लाली देवी पिछले कई वर्षाे से बार - बार चक्कर आना, थकावट महसूस करना, सिरदर्द होना जैसी कई शारीरिक व्याधियों से परेशान थी लेकिन इसको सामान्य शारीरिक कमजोरी समझ वह बड़ी मुश्किल से मजदूरी कर रही थी। 
लेकिन जब हैल्थ वेलनेस सेंटर पर कार्यरत कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर वंदना पुरोहित गांव में स्वास्थ्य शिक्षा के उदे्श्य से नरेगा कार्यस्थल पर श्रमिको को गैर संक्रामक रोगो के बारें में विस्तार से बताया तभी लाली देवी ने ठान लिया की वह जरूर हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर पर जाकर अपने स्वास्थ्य की जांच करवायेगी। ,
लाली देवी बिना किसी देरी के हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर महासतियों की मादड़ी में पहुंची जहां कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर वंदना पुरोहित ने लाली देवी पत्नी भैरूलाल पालीवाल के स्वास्थ्य की जांच की तो जांच में सामने आया की लाली देवी को उच्च रक्तचाप है जिसके कारण उनका स्वास्थ्य खराब रहता है। कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर ने लाली को बताया की उच्च रक्तचाप के कारण किडनी तथा हार्ट फैल्योर तक हो जाते है इसलियें तत्काल उपचार शुरूकर नियमित स्वास्थ्य जांच करवायें।  
कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर ने पीएचसी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉ राजकुमार खोलिया से परामर्श कर लाली देवी को निःशुल्क दवाईयां दी। लाली देवी ने बताया की वह नियमित तौर पर दवाईयां ले रही है जिससे वह अपने को स्वस्थ महसूस कर रही है तथा नरेगा में भी मजदूरी पर जा रही है। वह बताती है की दवाईयां खत्म होने पर तुरंत वह हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर पहुंच जाती है तथा स्वास्थ्य जांच करवा दवाईयां ले रही है। 


Wednesday, 12 December 2018







सीएमएचओं एवं डिप्टी सीएमएचओं ने स्वास्थ्य कल्याण केन्द्रो का किया औचक निरीक्षण 
आमजन को दी जाने वाली चिकित्सा सुविधाओं का लिया जायजा

राजसमंद, 12 दिसम्बर। सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ एवं डिप्टी सीएमएचओं डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने जिलें में स्वास्थ्य कल्याण केन्द्र महा सतीयों की मादड़ी एवं ओलनाखेड़ा का औचक निरीक्षण कर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर एवं वहां कार्यरत अन्य स्टॉफ को आवश्यक निर्देश दियें।   
सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने बताया की आयुष्मान भारत के तहत जिलें में 2 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो सेवंत्री एवं गलवा तथा 7 उपस्वास्थ्य केन्द्र ओलनाखेड़ा, महासतीयों की मादड़ी, पछमता, कुकरखेड़ा, स्वादड़ी, बड़गांव, बागोल का चयन कर स्वास्थ्य कल्याण केन्द्रो के रूप में संचालन शुरू कर दिया गया है। 
 इन स्वास्थ्य कल्याण केन्द्रो पर कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर के माध्यम से समुदाय में मुख्यतः 30 वर्ष की आयु से उपर के नागरीको को गैर संक्रामक रोगो डायबीटीज, रक्तचाप, हद्य रोग एवं कैंसर के लियें स्क्रिनिंग एवं दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही गैर संक्रामक एवं संक्रामक रोगो का प्रबंधन, प्रजनन एवं किशोर स्वास्थ्य सेवायें, मानसिक स्वास्थ्य सेवाएं, योग एवं स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाली एवं स्वास्थ्य शिक्षा देने वाली गतिविधियों का संचालन किया जा रहा है।
 सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ एवं डिप्टी सीएमएचओं इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने हैल्थ एण्ड वैलनेस सेंटर महासतीयों की मादड़ी  एवं ओलना खेड़ा सेंटर का औचक निरीक्षण कर वहां कार्यरत कम्यूनिटी हैल्थ ऑफिसर वन्दना पुरोहित, भावना बेन से गांव में अब तक की गई हैल्थ स्क्रीनिंग, ग्राम स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति, मातृ स्वास्थ्य एवं पोषण समिती एवं विद्यालयों में स्वास्थ्य शिक्षा के लियें की गई गतिविधियों को लेकर विस्तार से जानकारी ली तथा हैल्थ स्क्रीनिंग में तेजी लाने के लियें निर्देशित किया।
उन्होंने कार्यरत स्टॉफ को नियमित गैर संक्रामक रोगो से सम्बन्धी स्वास्थ्य जांच करने तथा रिपोर्ट करने के लियें निर्देशित किया। डिप्टी सीएमएचओं डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने महासतीयों की मादड़ी में कम्यूनिटी हैल्थ ऑफीसर से शुगर की जांच करवायी तथा यह सुनिश्चित किया की जांच सही हो रही है या नहीं। निरीक्षण में एपीडिमियोलोजिस्ट हरीश कुमार भी साथ में थें। 

Thursday, 29 November 2018









सबके सामुहिक प्रयासो से ही मिलेगी बच्चो को कुपोषण से मुक्ति - डॉ पंकज गौड़ सीएमएचओं
पोषण पर मिडिया की आमुखीकरण बैठक सम्पन्न  
राजसमंद, 29 नवम्बर। बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के उदे्श्य से जिलें के 4 ब्लॉक में समेकित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम संचालित है। जिसमें 6 माह से 59 माह तक के बच्चों की घर - घर सर्वे कर अतिकुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण कर  कार्यक्रम में नामांकन किया गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने एक्शन अगेंस्ट हंगर द्वारा पोषण पर आयोजित मिडिया कर्मियों की आमुखीकरण बैठक में दी। 
उन्होंने बताया की राजस्थान भारत का पहला ऐसा राज्य है, जहॉ राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन द्वारा गैर सरकारी संस्थानों के सहयोग से समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम 2015-16 में पोषण नाम से चलाया गया। इस कार्यक्रम के तहत 9664 बच्चों में से 9117 बच्चे कुपोषण मुक्त हुऐ, जिसकी सराहना उच्च स्तर पर हुई एवं अन्य राज्यों में भी इसकी शुरूआत हुई। बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लियें समाज के प्रत्येक वर्ग को अपनी भुमिका का निर्वहन करना होगा तभी हम जिलें व प्रदेश को कुपोषण मुक्त कर पायेंगे। 
राजसमंद में भी पुर्व में कार्यक्रम के तहत कुम्भलगढ़, भीम व खमनोर ब्लॉक में सफलता के साथ बच्चों को कुपोषण से मुक्त किया गया है। वर्तमान में इस कार्यक्रम का दूसरा चरण आमेट, देवगढ़, राजसमंद व रेलमगरा में संचालित है। पोषण कार्यक्रम के तहत प्रत्येक मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर अति गंभीर कुपोषित बच्चों की नियमानुसार स्वास्थ्य जांच एवं मेडिकल आंकलन किया जा रहा है। बच्चों को चिकित्सकीय खाद्य आहार (पोषण अमृत) दिया जा रहा है। 
बैठक में एक्शन अगेंस्ट हंगर सस्था की ऐडवोकेसी  विभाग की अध्यक्ष मौसमी गुप्ता ने बताया की कुपोषण से निपटने के लिऐ,  मिडिया एक महत्वपुर्ण भुमिका अदा करता है। मिडिया समय समय पर सफलता की कहानी, कार्यक्रम के महत्व एवं स्वास्थ विभाग द्वारा कुपोषण को कम करने हेतु प्रयासों को छाप कर लोगो जागरुक कर सकती है एवं नीति निर्मताओं को इस कार्यक्रम के महत्व का एहसास दिलाकर, इस कार्यक्रम को नियमित कार्यक्रम बनानें में मदद कर सकती है।
 संस्था के एैडवोकेसी विभाग के प्रबंधक संजय कुमार ने संपादको को कुपोषण से संबंधित और उससे जुडे विभिन्न तथ्यो की विस्तार से प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने कुपोषण के प्रकार बताते हुयें प्रदेश एवं जिलें में कुपोषण की वस्तुस्थिती से अवगत कराया। उन्होंने बताया की यह एक नियमित कार्यक्रम बने इसके लियें मिडिया एवं समाज में सजगता जरूरी है। बैठक में जिलें के मिडिया प्रतिनिधी एवं विभाग के कार्मिक उपस्थित थें। 

Monday, 26 November 2018





जन्मजात विकृतियों को पहचान आरबीएसके में उपचार करावें - डॉ सुरेश मीणा आरसीएचओं
डिलीवरी पोईन्ट पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारी - कार्मिको का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
राजसमंद, 26 नवम्बर। जन्म के तुरंत बाद शिशु में जन्मजात विकृतियां एवं बिमारीयों को पहचान कर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में उपचार हेतु उच्च चिकित्सा संस्थान पर रेफर करें। जिससे शिशुओं की जन्मजात विकृतियोें एवं बिमारीयों का उपचार समय पर ही हो जायें तथा वे शिघ्र स्वस्थ होकर एक सामान्य जीवन जी सकें। यह निर्देश जिला प्रजनन एवं शिशु 
स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने स्वास्थ्य भवन में आरबीएसके के तहत आयोजित डिलीवरी पोईन्ट पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारीयों एवं कार्मिको के एक दिवसीय प्रशिक्षण में व्यक्त कियें। 
उन्होंने बताया की मोबाईल हैल्थ टीमो द्वारा विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रो पर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। जहां बच्चों में जन्मजात विकृतियों एवं बिमारीयों के होने पर उनको उच्च चिकित्सा संस्थान पर भिजवा निःशुल्क उपचार किया जा रहा है। कार्यक्रम के अंतर्गत सुविधा है की हम शिशुओं को प्रसव वाले चिकित्सा संस्थान से ही सीधें उच्च चिकित्सा संस्थान पर रेफर करें जिससें समय पर ही उनका ईलाज हो जायें और वे शिघ्र स्वस्थ हो सकें।
प्रशिक्षण में अतिरिक्त जिला नोडल अधिकारी डॉ दीपिका दाधीच ने बच्चों में होने वाली जन्मजात विकृतियों एवं बिमारीयों न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, डाउन सिन्ड्रोम, कटे - फटे होंठ एवं तालु, क्लब फूट, जन्मजात मोतियाबिंद, बहरापन, जन्मजात हद्य रोग, डेवलपमेन्टल डिस्प्लेजिया ऑफ हिप, रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमेच्योरीटी के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुयें शिशु मंे विकृतियों के चिन्ह एवं लक्षण बतायें। उन्होंने कार्यक्रम के तहत बच्चों को रेफर करने एवं शिशु के निःशुल्क उपचार की पूरी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी है। 
प्रशिक्षण में जिला दक्षता मेन्टर डॉ दीपशिखा ने मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उदे्श्य से संचालित दक्षता कार्यक्रम के तहत प्रसव कक्ष में संक्रमण रोकथाम के लियें आवश्यक उपायों पर चर्चा की तथा प्रसव पश्चात अत्यधिक रक्तस्त्राव के प्रबंधन एवं उपचार, प्रसव पुर्व उच्च रक्तचाप के लक्षण बताते हुयें उसके उपचार की जानकारी दी।  
डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण डॉ एम.एल मीणा ने पीपीआईयूसीडी निवेशन की रिपोर्टींग में अंतर को संस्थान वार समीक्षा की तथा बताया की अधिक से अधिक महिलाओं को प्रसव पश्चात सीमित परिवार हेतु परिवार कल्याण कार्यक्रम से लाभान्वित होने के लियें प्रेरीत करें। 




Saturday, 24 November 2018





परिवार कल्याण सेवाओं को पहुंचाने के लियें लगातार समीक्षा करें - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
मिशन परिवार विकास को लेकर डॉक्टर्स की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
राजसमंद, 24 नवम्बर। परिवार कल्याण सेवायें स्वास्थ्य के सभी महत्वपूर्ण सूचकांको को प्रभावित करती है। इसलियें आवश्यक है की गंभीरता पूर्वक क्षैत्र में सभी योग्य दम्पत्तियों तक अंतराल साधन एवं स्थायी साधनों की पहुंच सुनिश्चित की जाये। यह निर्देश सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने जिला स्तर पर परिवार कल्याण सेवाओं को लेकर चिकित्सा अधिकारीयों की कार्यशाला में व्यक्त कियें। 
उन्होंने चिकित्सा अधिकारीयों से कहा की वे सैक्टर की एएनएम, आशा के साथ लगातार परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति के बारें में संवाद करें। जिससे जिला परिवार कल्याण कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कार्यशाला में परिवार कल्याण कार्यक्रम के महिला नसबंदी, पुरूष नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन में भौतिक उपब्लधी के अनुपात में वित्तीय प्रगति को तत्काल पुरा करने के लियें सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को निर्देशित किया। 
कार्यशाला में डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण भीलवाड़ा डॉ मुश्ताक ने गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को समुदाय में पहुंचाने के लियें विस्तार से जानकारी दी तथा बताया की अंतरा इंजेक्शन के कोई साईड इफेक्ट नहीं है तथा एक इंजेक्शन तीन माह तक प्रभावी रहता है। उन्होंने बताया की बच्चों में अंतर रखने के लियें यह एक बेहतर गर्भनिरोधक साधन है। महिलाओं की बेहतर काउन्सलिंग की जायंे तो महिलायें दूसरी बार वापस चलकर अंतरा लगवाने आयेंगी। 
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने सभी चिकित्सा अधिकारीयों से कहा की अंतरा के बारें में जानकारी देने के लियें ज्यादा चिकित्सकीय भाषा का प्रयोग नही करते सरल भाषा में पूरी जानकारी दे। उन्होंने मिसाल कार्यक्रम के बारें में जानकारी देते हुयें बताया की आदर्श पीएचसी पर रोगी पर्चियों, चिकित्सा संस्थान पर उपलब्ध दवाईयों एवं की जा रहीं जांचो को समय पर ऑनलाईन करने के लियें निर्देशित किया जिससें जिला राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।  
कार्यशाला में डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण डॉ एम.एल मीणा ने संस्थान वार भौतिक एवं वित्तीय प्रगति को बताते हुयें कहा की परिवार कल्याण के लाभार्थीयों को तत्काल भुगतान करें। भुगतान नहीं करने के कारण समुचे कार्यक्रम पर विपरीत असर होता है। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारीयों को भुगतान में लापरवाही बरतने पर कार्यवाही के लियें चेतावनी दी। 
कार्यशाला में यूएनएफपीए के संभागीय प्रबंधक मोहम्मद हुसैन बोहरा ने मिशन परिवार विकास के तक लाभार्थीयों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के बारें में जानकारी देते हुयें बताया की महिला नसबंदी पर 2 हजार, प्रसव के 7 दिन के भीतर महिला नसबंदी पर 3 हजार, पुरूष नसबंदी पर 3 हजार, प्रसवोपरांत आईयूसीडी निवेशन पर 300 रूपयें तथा आईयूसीडी निवेशन पर 20 रूपयें दियें जा रहें है। 
कार्यशाला में राज्य स्तर से आयें कृष्ण गोपाल ने मिशन परिवार विकास के बारें में स्लाईड प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से मिशन परिवार के तहत संचालित गतिविधियों के बारें में जानकारी दी। कार्यशाला में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत वित्तीय प्रावधानो एवं उपयोगिता प्रमाण पत्रो को लेकर जिला लेखा प्रबंधक एनएचएम श्री नरेश झावरीया ने संस्थान वार वस्तुस्तिथी के बारें में विस्तार से चर्चा की। 
कार्यशाला में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे.पी.बूनकर, डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, डॉ आर.पी शर्मा, डॉ सी.पी सूर्या सहित सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थें। 


Tuesday, 20 November 2018



आज से जिलें भर में आयोजित होगा पुरूष नसबंदी पखवाड़ा
स्वास्थ्य कार्यकर्ता योग्य दम्पत्तियों से संपर्क कर बतायेंगे पुरूष नसबंदी के लाभ

राजसमंद , 20 नवम्बर। जिलें में पुरूष नसबंदी को लेकर आमजन में योग्य दम्पत्तियों में जागरूकता एवं पुरूष नसबंदी के लाभ बताने के उदे्श्य से समुचे प्रदेश में आज 21 नवम्बर बूधवार से 4 दिसम्बर मंगलवार तक पुरूष नसबंदी पखवाडे़ का आयोजन किया जायेगा। 
डिप्टी सीएमएचओं डॉ एम.एल.मीणा ने बताया की पखवाडे़ के तहत योग्य दम्पत्तियों से संपर्क करने के साथ ही चिकित्सा संस्थानो पर पुरूष नसबंदी की सेवायें दी जायेगी। पखवाडे़ के दौरान सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता , आशा सहयोगिनीयों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योग्य दम्पत्तियों से संपर्क कर पुरूषो की परिवार नियोजन में सहभागिता, परिवार कल्याण के साधनो, सीमित परिवार के लाभ, विवाह के दो वर्ष बाद ही पहला बच्चा हो तथा पहले और दूसरे बच्चें के बीच 3 साल का अंतर रखने तथा प्रसव के बाद परिवार कल्याण सेवाओं की उपलब्धता की जानकारी देंगेे। 
उन्होंने बताया की सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को निर्देशित किया गया है कि सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से पुरूष गर्भनिरोधक साधनो के लियें योग्य दम्पत्तियों का चिन्हीकरण किया जायेगा तथा मिथ्या धारणाओं को दुर किया जायेगा। 
पखवाडे़ के दौरान गतिविधियों के पर्यवेक्षण के लियें खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, एलएचवी, ब्लॉक आशा सुपरवाईजर, पीएचसी आशा सुपरवाईजर अपने क्षैत्र में प्रतिदिन सुपरवाईजरी विजिट करेंगे तथा शाम को रिपोर्ट भिजवायेंगे। 
डॉ मीणा ने बताया की सेवा वितरण सप्ताह के दौरान 28 नवम्बर को सीएचसी आमेट, 30 नवम्बर को खमनोर, 3 दिसम्बर को रेलमगरा, आर.के जिला चिकित्सालय, सामान्य चिकित्सालय नाथद्वारा एवं कमला नेहरू हॉस्पीटल कांकरोली में प्रतिदिन पुरूष नसबंदी की सेवायें उपलब्ध रहेंगी। 

Monday, 19 November 2018





कार्यक्रमो की भौतिक प्रगति के साथ ही वित्तीय प्रगति सुनिश्चित करें - डॉ पंकज गौड़ सीएमएचओ
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संचालित गतिविधियों की हुई समीक्षा


राजसमंद, 19 नवम्बर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमो प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, किशोर स्वास्थ्य को लेकर जिलें में मिशन के अन्तर्गत कार्यरत ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, लेखाकारों को निर्देशित करते हुयें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित एक समीक्षा बैठक में कहा की कार्यक्रमो में भौतिक प्रगति के साथ वित्तीय प्रगति को भी सुनिश्चित करें। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने भौतिक प्रगति के अनुपात में वित्तीय प्रगति नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुयें कहा की चिकित्सा संस्थानो पर प्रसुता महिलाओं, नवजात शिशुओं, परिवार कल्याण कार्यक्रम के लाभार्थीयों के लियें मिशन के तहत दी जा रही सुविधाओं एवं सेवाओं के प्रबंधन में किसी प्रकार की कौताही नहीं बरतें। उन्होंने कहा की भौतिक प्रगति के अनुपात में वित्तिय प्रगति सुनिश्चत करने के लियें विभिन्न कार्यक्रमों में लाभार्थीयों को तुरंत भुगतान करें। 
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने राष्ट्रीय गैर संचारी रोग से सम्बन्धित जिलें में संचालित हैल्थ वैलनेस संेटर पर की जाने वाली गतिविधियों के बारें में विस्तार से जानकारी दी तथा एएनएम के माध्यम से जारी सर्वे को गुणवत्तापुर्ण तरीके से कियें जाने के लियें निर्देशित किया। 
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने संस्थागत प्रसव के लियें आने वाली गर्भवती महिलाओं को निजी वाहन या अन्य किसी किरायें के वाहन से आने पर भी भुगतान सुनिश्चत करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने संस्थागत प्रसव पर प्रसुता महिला को स्वयं सहायता समुह अथवा आशा के माध्यम से अस्पताल में निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवा नियमानुसार भुगतान करने के निर्देशित किया। उन्होंने चिकित्सा संस्थानो पर नवजात शिशुओं के लियें संचालित न्यूबोर्न स्टेबलाईजेशन युनिट एवं न्यूबोर्न केयर युनिट में आवश्यक संसाधनों को उपलब्ध करावा वित्तीय प्रगति के लियें निर्देशित किया। 
डॉ सुरेश ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिकित्सा संस्थानो पर संचालित उजाला क्लिनिक में किशोरो से सम्बन्धित सेवाओं को सुनिश्चत करने के लियें तत्काल आवश्यक उपकरणों एवं संसाधनो को उपलब्धता सुनिश्चित कर वित्तीय प्रगति सुनिश्चत करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने मातृ मृत्यु समीक्षा एवं चिकित्सा संस्थानो पर स्वच्छता हेतु उपलब्ध राशि का भी सद्उपयोग करते हुयें चिकित्सा संस्थानो को आदर्श बनाने के लियें निर्देशित किया। 
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीठालाल मीणा ने मिशन परिवार विकास के तहत चिकित्सा संस्थानो पर आयेाजित हाने वाले नियत सेवा दिवस के प्रबंधन के लियें स्वीकृत राशि का उपयोग लाभार्थीयों की सुविधा तथा ग्रामीण क्षैत्रो में प्रचार प्रसार करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने मिशन परिवार विकास के तहत, पुरूष नसबंदी, महिला नसबंदी, प्रसवोत्तर आईयूसीडी, आयूसीडी के लाभार्थीयों को मिलने वाली राशि का भुगतान आगामी 10 दिनो मंे कर रिपोर्ट करने के लियें निर्देशित किया।
बैठक में जिला लेखा प्रबंधक श्री नरेश जावरीया ने जिलें में भौतिक प्रगति के अनुपात में मदवार वार एवं चिकित्सा संस्थानवार वित्तीय प्रगति की वस्तुस्थिती को प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया तथा सभी एनएचएम के प्रबंधकीय कार्मिको को निर्देशित किया की जिले की वित्तीय प्रगति बहुत कम है जिसे आगामी 10 दिनो में सुधार कर जिला स्तर पर रिपोर्ट करें अन्यथा कौताही बरतने वाले कार्मिको के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। 
  बैठक में एनएचएम के लेखाधिकारी श्री पी.आर.मीणा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशीष दाधीच, जिला लेखा प्रबंधक नरेश जावरिया, जिला नोडल अधिकारी श्री विनित दवे, जिला आशा समन्वयक सहित सभी खंड कार्यक्रम प्रबंधक, खंड लेखाकार एवं संस्थानो को लेखाकार उपस्थित थें। 

Wednesday, 14 November 2018




रिपोर्टींग एवं डेटा फिडिंग के कार्य की निरंतर समीक्षा करें - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
जिलें में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुई समीक्षा

राजसमंद, 14 नवम्बर । स्वास्थ्य केन्द्रो द्वारा दी जा रहीं सेवाओं को ऑनलाईन पोर्टल पर फिड करावें एवं नियमित समीक्षा करें जिससें राज्य स्तर पर जिलें की स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति दर्शायी जा सकें । यह निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने दियें। 
जिलें में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उपस्वास्थ्य केन्द्रो द्वारा आमजन को दी जा रहीं स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर स्वास्थ्य भवन में दिन भर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं खंड कार्यक्रम प्रबंधको के साथ विस्तार से समीक्षा की गई। 
बैठक में सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं खंड कार्यक्रम प्रबंधको को निर्देशित किया की राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मुल्यांकन ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। इसलियें आवश्यक है की चिकित्सा अधिकारीयों को प्रोत्साहित करें की आमजन को सेवायें देने के साथ ही ऑनलाईन पोर्टल में भी सेवाओं की रिपोर्ट को समय पर फिड करावें। 
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वाथ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने मिसाल कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य सूचकांको पर विस्तार से चर्चा करते हुयें कहा की आदर्श पीएचसी पर दी जा रही सेवाओं के रिकार्ड को ऑनलाईन फिड कराने मात्र. से ही जिले का प्रदर्शन उत्कृष्ट हो जायेगा।  
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने खंड कार्यक्रम प्रबंधको को निर्देशित किया की वे सप्ताह में एक दिन एक आदर्श पीएचसी पर जा कर वहां दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के ऑनलाईन फिडिंग की मोनिटरींग कर जिला स्तर पर रिपोर्ट करेंगे तथा ऑनलाईन पोर्टल पर मरीज के मोबाईल नम्बर आवश्यक रूप में फिड करावें।  
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने जिलें में पोषण कार्यक्रम के संचालन को लेकर सभी को जानकारी दी तथा बताया की इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। 
बैठक में जिला औषधी भण्डार के प्रभारी अधिकारी डॉ अनिल जैन ने आदर्श पीएचसी से ऑनलाईन फिडिंग की चिकित्सा केन्द्र वार वस्तुस्थिती को प्रस्तुत किया तथा पोर्टल को लेकर आवश्यक जानकारी दी। 
बैठक में सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं खंड कार्यक्रम प्रबंधको के साथ ही जिला एनएचएम यूनिट के अधिकारी उपस्थित थें। 

Saturday, 3 November 2018




डेन्टल वेन पहुंची झालो की मदार
दन्त रोग से ग्रस्त बच्चों को लेकर पहुंचे ग्रामीण


राजसमंद, 03 नवम्बर। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दन्त रोग से ग्रस्त बच्चों के ईलाज के लियें झालो की मदार में डेन्टल वेन केंप का आयोजन किया गया। जिसमें झालो की मदार गांव के साथ ही ढाणीयों एवं आस - पास के गांव के दन्त रोग से ग्रस्त ग्रामीण बच्चों का निःशुल्क उपचार किया गया।  
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की आरबीएसके के तहत प्रत्येक खंड में मोबाईल हेल्थ टीम द्वारा विद्यालयों में स्वास्थ्य परिक्षण के दौरान दन्त रोग से ग्रस्त बच्चों का उपचार डेन्टल वैन के माध्यम से आयोजित शिविरों में किया जा रहा है। 
उन्होंने बताया की जिलें डेन्टल वेन के माध्यम से केलवाड़ा में 5 व 6 नवम्बर, भीम में 12 व 13 नवम्बर, देवगढ़ में 14 व 15 नवम्बर , आमेट में 16 व 17 नवम्बर, आर.के. जिला चिकित्सालय में 19 व 20 नवम्बर, रेलमगरा में 22 व 24 नवम्बर, खमनोर में 26 व 27 नवम्बर, केलवा में 28 व 29 नवम्बर, कमला नेहरू हॉस्पीटल कांकरोली में 30 नवम्बर को बच्चों के दांतो की जांच, परामर्श एवं उपचार किया जायेगा।  
कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की डेन्टल वेन में दन्त चिकित्सक के साथ ही अन्य सहायक स्टॉफ एवं आवश्यक उपकरण एवं दवाईयां उपलब्ध है। उन्होंने बताया की झालो की मदार में आयोजित डेन्टल वेन शिविर में 61 मरीजों का दन्त परीक्षण कर आवश्यक उपचार किया गया। डेन्टल शिविर का अतिरिक्त नोडल अधिकारी डॉ दीपिका दाधीच ने अवलोकन कर मोबाईल हैल्थ टीम को अधिक से अधिक संख्या में आशाओं के माध्यम से बच्चांे को लाभान्वित करने के लियें प्रेरीत किया।