Wednesday, 19 December 2018



मासूम तपस्वी के दिल में सुराख का मुफ्त में हो गया ईलाज
अनमोल बचपन को लौटाया राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम ने 

राजसमंद, 15 दिसम्बर। 15 माह की मासूम तपस्वी के दिल में जन्म से ही सुराख था जिसके कारण उसकी बार - बार सांस फूल जाती थी आए दिन सर्दी जुखाम हो जाता और बिमार हो जाती थी। आस पास के डॉक्टर को बताते लेकिन कोई फर्क ही नहीं पड़ता, जन्म के कुछ माह बाद पता चला की तपस्वी के दिल में सुराख के कारण यह सब हो रहा है। लेकिन ऑपरेशन के भारी खर्च चलते परिवारजन ऑपरेशन करवाने में असमर्थ थे। 
कुछ बड़ी होने पर तपस्वी आंगनबाड़ी पर जाने लगी और इसी बीच राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आमेट की मोबाईल हैल्थ टीम तपस्वी की आंगनबाड़ी जाटीयाखेड़ी में पहुंची और बच्चों के स्वास्थ्य जांच के दौरान ही तपस्वी के दिल में समस्या नजर आई। 
टीम के डॉ चन्द्रवीर ने बताया की तपस्वी की मॉं सीमा जाट को बुलाकर पूछताछ की तो सामने आया की बिमारी का पता परिवार जन को था लेकिन ऑपरेशन के खर्च के कारण तपस्वी का ऑपरेशन नहीं करवा पा रहे थे। 
तपस्वी की मां सीमा जाट ने बताया की परिवार की आर्थिक स्थिती अच्छी नही हैै। तपस्वी के पिता दिनेश जाट मुंबई में किसी दुकान पर नौकरी करते है जिससे बमुश्किल घर चल पाता है ऐसे में ऑपरेशन के लिये लगने वाले लाखों रूपयो का इंतजाम करना बूते के बाहर है। 
टीम ने बच्ची की मां को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की तपस्वी के दिल का ऑपरेशन अच्छे प्राईवेट हॉस्पीटल में बिना एक रूपया खर्च किये पूरा हो जायेगा तथा तपस्वी जल्द ही ठीक हो जायेगी। 
तपस्वी के हार्ट की सफल सर्जरी बिल्कुल निःशुल्क जयपुर स्थित एक प्राईवेट हॉस्पीटल में सर्जन डॉ सुनिल कौशल और डॉ संजय खत्री द्वारा की गई। तपस्वी को अस्पताल से छूट्टी दे दी गई है और अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। 
तपस्वी के पिता दिनेश जाट ने बताया की राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का आभार जीवनभर रहेगा। जिस कार्यक्रम के कारण हमारी बच्ची का ईलाज जयपुर स्थित फोर्टिंज प्राईवेट हॉस्पीटल में हो सका जो हम कभी स्वप्न में भी नही सोच सकते थें। 

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