Thursday, 14 September 2017




बेटीयां अनमोल है कार्यक्रम का कारवां पहुंचा भावा में 
आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भावा के विद्यार्थीयों ने जाना क्यों हो रहे डिकॉय ऑपरेशन


राजसमंद, 14 सितम्बर । चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के जिला पीसीपीएनडीटी एवं आईईसी प्रकोष्ठ की और से डॉटर्स आर प्रीसीयस अभियान के तहत गुरूवार को आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय भावा में व्याख्यान का आयोजन किया गया। 
कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता जिला आईईसी समन्वयक दिलीप श्रीमाली ने विद्यार्थीयों को  घटते लिगानुपात से समाज में पैदा होने वाली विसंगतियों की जानकारी देते हुयें प्रदेश एवं जिलें में लिंगानुपात की वस्तुस्थिती बताई। 
उन्होंने बताया की समुचे देश मे राजस्थान प्रदेश पीसीपीएनडीटी एक्ट के क्रियान्वयन में मॉडल बना है जिसका मुख्य कारण प्रदेश में मुखबीर योजना का सफलता पुर्वक संचालन एवं क्रियान्वयन है। जिससें लिंग परिक्षण जैसे जघन्य अपराध में शामिल लोगो को 89 डिकॉय ऑपरेशन कर पकड़ा गया है। 
श्रीमाली ने बताया की समाज में बेटे की चाह के पीछे मिथ्या धारणायें बनी हुई जिन्हें स्वयं मानसिकता में परिवर्तन करके बदला जा सकता है। उन्होंने मुखबीर योजना के तहत लिंग परिक्षण की दृष्टी से गांव, आस- पडौस अथवा चिकित्सा संस्थान में कोई संदिग्ध गतिविधी नजर आने पर तुरंत 104/108 पर सूचना देने के लियें कहा तथा मुखबीर योजना के तहत सरकार द्वारा दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि की जानकारी दी।  
कार्यक्रम में एक मार्मिक फिल्म का प्रदर्शन किया गया जिसमंे गर्भस्थ भ्रुण की विकासशील अवस्था को बतातें हुयें उसका किस अमानविय तरीको से समाप्त किया जाता है, बताया गया। 
जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक कपिल भारद्वाज ने लिंग परिक्षण रोकथाम के लियें कियें पीसीपीएनडीटी अधिनियम की जानकारी देते हुयें बताया की लिंग परिक्षण कानूनी अपराध है। उन्होंने जिला स्तर पर पीसीपीएनडीटी एक्ट के तहत कियें जा कार्यो की जानकारी दी तथा जिलें में संचालित सोनोग्राफी संस्थान तथा उनकी मोनिटरिंग की कार्यव्यवस्था के बारें में जानकारी दी। 
विद्यालय प्राचार्य श्रीमती सीमा गहलोत ने सभी विद्यार्थीयांे एवं शिक्षकों को लिंग परिक्षण रोकथाम की शपथ दिलायी।

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