Sunday, 11 June 2017


गहन दस्त नियंत्रण पखवाडे़े का शुभारम्भ आज से
जिला स्तर पर आर.के. राजकीय जिला चिकित्सालय से होगा आगाज  
जिलें में 24 जून तक मनाया जायेगा पखवाड़ा

राजसमंद, 11 जून। जिलें में आज 12 जून सोमवार से आगामी 24 जून तक गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़े का आयोजन किया जायेगा। जिला स्तर पर आर.के. राजकीय जिला चिकित्सालय में ओ.आर.एस, जिंक कॉर्नर का शुभारम्भ प्रातः 9 बजे किया जायेगा । ओ.आर.एस, जिंक कॉर्नर पर दस्त से ग्रस्त बच्चों को ओआएस पीलाया जायेगा तथा जिंक की गोलियां दी जायेगी। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने दी। 
 पखवाडे़ के तहत सभी चिकित्सा संस्थानों पर ओ.आर.एस व जिंक के कॉर्नर स्थापीत किये जायेंगे।  5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों वाले घरों में आशा के माध्यम से ओ.आर.एस पैकिट का निःशुल्क वितरण कियें जायेंगे। स्कूलों में पखवाडे़ के दौरान हाथ धोने की सही विधी का प्रदर्शन किया जायेगा।
अभियान के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के साझे सहयोग से स्वास्थ्य केन्द्रो, आंगनवाड़ी केन्द्रो एवं विद्यालयों में गतिविधियों को आयोजित कर व्यक्तिगत स्वच्छता, साफ-सफाई को लेकर जागरूकता बढ़ाई जायेगी। वहीं आशा सहयोगिनी घर-घर जाकर ओ.आर.एस व जिंक पैकिट का वितरण कर  उपयोग की जानकारी देगी। 
उन्होंने बताया की सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को अपने संस्थान पर ओ.आर.एस, जिंक कॉर्नर स्थापीत करने एवं शुभारम्भ के लियें निर्देशित किया गया है।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की 5 वर्ष तक के बच्चों में मृत्यु का एक बड़ा कारण दस्त रोग है। देश में 1 लाख से अधिक बच्चें दस्त रोग के कारण मर जाते है। राज्य में 5 वर्ष से छोटे बच्चों में प्रति वर्ष लगभग 10 हजार बच्चें दस्त या उससे होने वाली जटिलता से मृत्यु के शिकार हो जाते है। 
दस्त एवं निर्जलीकरण से होने वाली मृत्यु को ओआरएस एवं जिंक की गोली के उपयोग के साथ ही पर्याप्त पोषण द्वारा रोका जा सकता है। दस्त की रोकथाम के लियें पीने के लियें साफ पानी का प्रयोग, समय- समय पर हाथ को पानी एवं साबुन से धोना, स्वच्छता, समय पर टीकाकरण, स्तनपान एवं पर्याप्त पोषण लेना जरूरी है। 
डॉ मीणा ने बताया कि सभी चिकित्सा संस्थानों पर ओ.आर.एस पैकिट एवं जिंक की गोलियों को समुचित मात्रा में पहुंचा दिया गया है। वहीं अभियान से सम्बन्धित प्रचार प्रसार सामग्री भी सभी चिकित्सा संस्थानों पर पहुंचा दी गई है। पखवाड़े के सघन निरीक्षण के लिये जिला स्तर से टीमो का गठन किया गया है जो चिकित्सा संस्थानों एवं गांवो में जा कर पखवाडे़ तहत आयोजित की जा रहीं गतिविधियांे का अवलोकन करेगी। 

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