Thursday 29 November 2018









सबके सामुहिक प्रयासो से ही मिलेगी बच्चो को कुपोषण से मुक्ति - डॉ पंकज गौड़ सीएमएचओं
पोषण पर मिडिया की आमुखीकरण बैठक सम्पन्न  
राजसमंद, 29 नवम्बर। बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के उदे्श्य से जिलें के 4 ब्लॉक में समेकित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम संचालित है। जिसमें 6 माह से 59 माह तक के बच्चों की घर - घर सर्वे कर अतिकुपोषित बच्चों का चिन्हीकरण कर  कार्यक्रम में नामांकन किया गया है। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने एक्शन अगेंस्ट हंगर द्वारा पोषण पर आयोजित मिडिया कर्मियों की आमुखीकरण बैठक में दी। 
उन्होंने बताया की राजस्थान भारत का पहला ऐसा राज्य है, जहॉ राष्ट्रीय स्वास्थ मिशन द्वारा गैर सरकारी संस्थानों के सहयोग से समुदाय आधारित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम 2015-16 में पोषण नाम से चलाया गया। इस कार्यक्रम के तहत 9664 बच्चों में से 9117 बच्चे कुपोषण मुक्त हुऐ, जिसकी सराहना उच्च स्तर पर हुई एवं अन्य राज्यों में भी इसकी शुरूआत हुई। बच्चों को कुपोषण मुक्त करने के लियें समाज के प्रत्येक वर्ग को अपनी भुमिका का निर्वहन करना होगा तभी हम जिलें व प्रदेश को कुपोषण मुक्त कर पायेंगे। 
राजसमंद में भी पुर्व में कार्यक्रम के तहत कुम्भलगढ़, भीम व खमनोर ब्लॉक में सफलता के साथ बच्चों को कुपोषण से मुक्त किया गया है। वर्तमान में इस कार्यक्रम का दूसरा चरण आमेट, देवगढ़, राजसमंद व रेलमगरा में संचालित है। पोषण कार्यक्रम के तहत प्रत्येक मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ केंद्र पर अति गंभीर कुपोषित बच्चों की नियमानुसार स्वास्थ्य जांच एवं मेडिकल आंकलन किया जा रहा है। बच्चों को चिकित्सकीय खाद्य आहार (पोषण अमृत) दिया जा रहा है। 
बैठक में एक्शन अगेंस्ट हंगर सस्था की ऐडवोकेसी  विभाग की अध्यक्ष मौसमी गुप्ता ने बताया की कुपोषण से निपटने के लिऐ,  मिडिया एक महत्वपुर्ण भुमिका अदा करता है। मिडिया समय समय पर सफलता की कहानी, कार्यक्रम के महत्व एवं स्वास्थ विभाग द्वारा कुपोषण को कम करने हेतु प्रयासों को छाप कर लोगो जागरुक कर सकती है एवं नीति निर्मताओं को इस कार्यक्रम के महत्व का एहसास दिलाकर, इस कार्यक्रम को नियमित कार्यक्रम बनानें में मदद कर सकती है।
 संस्था के एैडवोकेसी विभाग के प्रबंधक संजय कुमार ने संपादको को कुपोषण से संबंधित और उससे जुडे विभिन्न तथ्यो की विस्तार से प्रजेंटेशन के माध्यम से जानकारी दी। उन्होंने कुपोषण के प्रकार बताते हुयें प्रदेश एवं जिलें में कुपोषण की वस्तुस्थिती से अवगत कराया। उन्होंने बताया की यह एक नियमित कार्यक्रम बने इसके लियें मिडिया एवं समाज में सजगता जरूरी है। बैठक में जिलें के मिडिया प्रतिनिधी एवं विभाग के कार्मिक उपस्थित थें। 

Monday 26 November 2018





जन्मजात विकृतियों को पहचान आरबीएसके में उपचार करावें - डॉ सुरेश मीणा आरसीएचओं
डिलीवरी पोईन्ट पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारी - कार्मिको का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न
राजसमंद, 26 नवम्बर। जन्म के तुरंत बाद शिशु में जन्मजात विकृतियां एवं बिमारीयों को पहचान कर राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में उपचार हेतु उच्च चिकित्सा संस्थान पर रेफर करें। जिससे शिशुओं की जन्मजात विकृतियोें एवं बिमारीयों का उपचार समय पर ही हो जायें तथा वे शिघ्र स्वस्थ होकर एक सामान्य जीवन जी सकें। यह निर्देश जिला प्रजनन एवं शिशु 
स्वास्थ्य अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने स्वास्थ्य भवन में आरबीएसके के तहत आयोजित डिलीवरी पोईन्ट पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारीयों एवं कार्मिको के एक दिवसीय प्रशिक्षण में व्यक्त कियें। 
उन्होंने बताया की मोबाईल हैल्थ टीमो द्वारा विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रो पर बच्चों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। जहां बच्चों में जन्मजात विकृतियों एवं बिमारीयों के होने पर उनको उच्च चिकित्सा संस्थान पर भिजवा निःशुल्क उपचार किया जा रहा है। कार्यक्रम के अंतर्गत सुविधा है की हम शिशुओं को प्रसव वाले चिकित्सा संस्थान से ही सीधें उच्च चिकित्सा संस्थान पर रेफर करें जिससें समय पर ही उनका ईलाज हो जायें और वे शिघ्र स्वस्थ हो सकें।
प्रशिक्षण में अतिरिक्त जिला नोडल अधिकारी डॉ दीपिका दाधीच ने बच्चों में होने वाली जन्मजात विकृतियों एवं बिमारीयों न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट, डाउन सिन्ड्रोम, कटे - फटे होंठ एवं तालु, क्लब फूट, जन्मजात मोतियाबिंद, बहरापन, जन्मजात हद्य रोग, डेवलपमेन्टल डिस्प्लेजिया ऑफ हिप, रेटिनोपैथी ऑफ प्रीमेच्योरीटी के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुयें शिशु मंे विकृतियों के चिन्ह एवं लक्षण बतायें। उन्होंने कार्यक्रम के तहत बच्चों को रेफर करने एवं शिशु के निःशुल्क उपचार की पूरी प्रक्रिया की विस्तृत जानकारी दी है। 
प्रशिक्षण में जिला दक्षता मेन्टर डॉ दीपशिखा ने मातृ मृत्यु एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के उदे्श्य से संचालित दक्षता कार्यक्रम के तहत प्रसव कक्ष में संक्रमण रोकथाम के लियें आवश्यक उपायों पर चर्चा की तथा प्रसव पश्चात अत्यधिक रक्तस्त्राव के प्रबंधन एवं उपचार, प्रसव पुर्व उच्च रक्तचाप के लक्षण बताते हुयें उसके उपचार की जानकारी दी।  
डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण डॉ एम.एल मीणा ने पीपीआईयूसीडी निवेशन की रिपोर्टींग में अंतर को संस्थान वार समीक्षा की तथा बताया की अधिक से अधिक महिलाओं को प्रसव पश्चात सीमित परिवार हेतु परिवार कल्याण कार्यक्रम से लाभान्वित होने के लियें प्रेरीत करें। 




Saturday 24 November 2018





परिवार कल्याण सेवाओं को पहुंचाने के लियें लगातार समीक्षा करें - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
मिशन परिवार विकास को लेकर डॉक्टर्स की एक दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
राजसमंद, 24 नवम्बर। परिवार कल्याण सेवायें स्वास्थ्य के सभी महत्वपूर्ण सूचकांको को प्रभावित करती है। इसलियें आवश्यक है की गंभीरता पूर्वक क्षैत्र में सभी योग्य दम्पत्तियों तक अंतराल साधन एवं स्थायी साधनों की पहुंच सुनिश्चित की जाये। यह निर्देश सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने जिला स्तर पर परिवार कल्याण सेवाओं को लेकर चिकित्सा अधिकारीयों की कार्यशाला में व्यक्त कियें। 
उन्होंने चिकित्सा अधिकारीयों से कहा की वे सैक्टर की एएनएम, आशा के साथ लगातार परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति के बारें में संवाद करें। जिससे जिला परिवार कल्याण कार्यक्रम में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। उन्होंने कार्यशाला में परिवार कल्याण कार्यक्रम के महिला नसबंदी, पुरूष नसबंदी, पीपीआईयूसीडी, गर्भनिरोधक अंतरा इंजेक्शन में भौतिक उपब्लधी के अनुपात में वित्तीय प्रगति को तत्काल पुरा करने के लियें सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को निर्देशित किया। 
कार्यशाला में डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण भीलवाड़ा डॉ मुश्ताक ने गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को समुदाय में पहुंचाने के लियें विस्तार से जानकारी दी तथा बताया की अंतरा इंजेक्शन के कोई साईड इफेक्ट नहीं है तथा एक इंजेक्शन तीन माह तक प्रभावी रहता है। उन्होंने बताया की बच्चों में अंतर रखने के लियें यह एक बेहतर गर्भनिरोधक साधन है। महिलाओं की बेहतर काउन्सलिंग की जायंे तो महिलायें दूसरी बार वापस चलकर अंतरा लगवाने आयेंगी। 
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने सभी चिकित्सा अधिकारीयों से कहा की अंतरा के बारें में जानकारी देने के लियें ज्यादा चिकित्सकीय भाषा का प्रयोग नही करते सरल भाषा में पूरी जानकारी दे। उन्होंने मिसाल कार्यक्रम के बारें में जानकारी देते हुयें बताया की आदर्श पीएचसी पर रोगी पर्चियों, चिकित्सा संस्थान पर उपलब्ध दवाईयों एवं की जा रहीं जांचो को समय पर ऑनलाईन करने के लियें निर्देशित किया जिससें जिला राज्य स्तर पर उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकें।  
कार्यशाला में डिप्टी सीएमएचओं परिवार कल्याण डॉ एम.एल मीणा ने संस्थान वार भौतिक एवं वित्तीय प्रगति को बताते हुयें कहा की परिवार कल्याण के लाभार्थीयों को तत्काल भुगतान करें। भुगतान नहीं करने के कारण समुचे कार्यक्रम पर विपरीत असर होता है। उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारीयों को भुगतान में लापरवाही बरतने पर कार्यवाही के लियें चेतावनी दी। 
कार्यशाला में यूएनएफपीए के संभागीय प्रबंधक मोहम्मद हुसैन बोहरा ने मिशन परिवार विकास के तक लाभार्थीयों को मिलने वाली प्रोत्साहन राशि के बारें में जानकारी देते हुयें बताया की महिला नसबंदी पर 2 हजार, प्रसव के 7 दिन के भीतर महिला नसबंदी पर 3 हजार, पुरूष नसबंदी पर 3 हजार, प्रसवोपरांत आईयूसीडी निवेशन पर 300 रूपयें तथा आईयूसीडी निवेशन पर 20 रूपयें दियें जा रहें है। 
कार्यशाला में राज्य स्तर से आयें कृष्ण गोपाल ने मिशन परिवार विकास के बारें में स्लाईड प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से मिशन परिवार के तहत संचालित गतिविधियों के बारें में जानकारी दी। कार्यशाला में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत वित्तीय प्रावधानो एवं उपयोगिता प्रमाण पत्रो को लेकर जिला लेखा प्रबंधक एनएचएम श्री नरेश झावरीया ने संस्थान वार वस्तुस्तिथी के बारें में विस्तार से चर्चा की। 
कार्यशाला में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे.पी.बूनकर, डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, डॉ आर.पी शर्मा, डॉ सी.पी सूर्या सहित सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थें। 


Tuesday 20 November 2018



आज से जिलें भर में आयोजित होगा पुरूष नसबंदी पखवाड़ा
स्वास्थ्य कार्यकर्ता योग्य दम्पत्तियों से संपर्क कर बतायेंगे पुरूष नसबंदी के लाभ

राजसमंद , 20 नवम्बर। जिलें में पुरूष नसबंदी को लेकर आमजन में योग्य दम्पत्तियों में जागरूकता एवं पुरूष नसबंदी के लाभ बताने के उदे्श्य से समुचे प्रदेश में आज 21 नवम्बर बूधवार से 4 दिसम्बर मंगलवार तक पुरूष नसबंदी पखवाडे़ का आयोजन किया जायेगा। 
डिप्टी सीएमएचओं डॉ एम.एल.मीणा ने बताया की पखवाडे़ के तहत योग्य दम्पत्तियों से संपर्क करने के साथ ही चिकित्सा संस्थानो पर पुरूष नसबंदी की सेवायें दी जायेगी। पखवाडे़ के दौरान सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता , आशा सहयोगिनीयों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता योग्य दम्पत्तियों से संपर्क कर पुरूषो की परिवार नियोजन में सहभागिता, परिवार कल्याण के साधनो, सीमित परिवार के लाभ, विवाह के दो वर्ष बाद ही पहला बच्चा हो तथा पहले और दूसरे बच्चें के बीच 3 साल का अंतर रखने तथा प्रसव के बाद परिवार कल्याण सेवाओं की उपलब्धता की जानकारी देंगेे। 
उन्होंने बताया की सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को निर्देशित किया गया है कि सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से पुरूष गर्भनिरोधक साधनो के लियें योग्य दम्पत्तियों का चिन्हीकरण किया जायेगा तथा मिथ्या धारणाओं को दुर किया जायेगा। 
पखवाडे़ के दौरान गतिविधियों के पर्यवेक्षण के लियें खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, एलएचवी, ब्लॉक आशा सुपरवाईजर, पीएचसी आशा सुपरवाईजर अपने क्षैत्र में प्रतिदिन सुपरवाईजरी विजिट करेंगे तथा शाम को रिपोर्ट भिजवायेंगे। 
डॉ मीणा ने बताया की सेवा वितरण सप्ताह के दौरान 28 नवम्बर को सीएचसी आमेट, 30 नवम्बर को खमनोर, 3 दिसम्बर को रेलमगरा, आर.के जिला चिकित्सालय, सामान्य चिकित्सालय नाथद्वारा एवं कमला नेहरू हॉस्पीटल कांकरोली में प्रतिदिन पुरूष नसबंदी की सेवायें उपलब्ध रहेंगी। 

Monday 19 November 2018





कार्यक्रमो की भौतिक प्रगति के साथ ही वित्तीय प्रगति सुनिश्चित करें - डॉ पंकज गौड़ सीएमएचओ
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन में संचालित गतिविधियों की हुई समीक्षा


राजसमंद, 19 नवम्बर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमो प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य, परिवार कल्याण, किशोर स्वास्थ्य को लेकर जिलें में मिशन के अन्तर्गत कार्यरत ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक, लेखाकारों को निर्देशित करते हुयें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने स्वास्थ्य भवन में आयोजित एक समीक्षा बैठक में कहा की कार्यक्रमो में भौतिक प्रगति के साथ वित्तीय प्रगति को भी सुनिश्चित करें। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने भौतिक प्रगति के अनुपात में वित्तीय प्रगति नहीं होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुयें कहा की चिकित्सा संस्थानो पर प्रसुता महिलाओं, नवजात शिशुओं, परिवार कल्याण कार्यक्रम के लाभार्थीयों के लियें मिशन के तहत दी जा रही सुविधाओं एवं सेवाओं के प्रबंधन में किसी प्रकार की कौताही नहीं बरतें। उन्होंने कहा की भौतिक प्रगति के अनुपात में वित्तिय प्रगति सुनिश्चत करने के लियें विभिन्न कार्यक्रमों में लाभार्थीयों को तुरंत भुगतान करें। 
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वास्थ्य डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने राष्ट्रीय गैर संचारी रोग से सम्बन्धित जिलें में संचालित हैल्थ वैलनेस संेटर पर की जाने वाली गतिविधियों के बारें में विस्तार से जानकारी दी तथा एएनएम के माध्यम से जारी सर्वे को गुणवत्तापुर्ण तरीके से कियें जाने के लियें निर्देशित किया। 
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने संस्थागत प्रसव के लियें आने वाली गर्भवती महिलाओं को निजी वाहन या अन्य किसी किरायें के वाहन से आने पर भी भुगतान सुनिश्चत करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने संस्थागत प्रसव पर प्रसुता महिला को स्वयं सहायता समुह अथवा आशा के माध्यम से अस्पताल में निःशुल्क भोजन उपलब्ध करवा नियमानुसार भुगतान करने के निर्देशित किया। उन्होंने चिकित्सा संस्थानो पर नवजात शिशुओं के लियें संचालित न्यूबोर्न स्टेबलाईजेशन युनिट एवं न्यूबोर्न केयर युनिट में आवश्यक संसाधनों को उपलब्ध करावा वित्तीय प्रगति के लियें निर्देशित किया। 
डॉ सुरेश ने राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिकित्सा संस्थानो पर संचालित उजाला क्लिनिक में किशोरो से सम्बन्धित सेवाओं को सुनिश्चत करने के लियें तत्काल आवश्यक उपकरणों एवं संसाधनो को उपलब्धता सुनिश्चित कर वित्तीय प्रगति सुनिश्चत करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने मातृ मृत्यु समीक्षा एवं चिकित्सा संस्थानो पर स्वच्छता हेतु उपलब्ध राशि का भी सद्उपयोग करते हुयें चिकित्सा संस्थानो को आदर्श बनाने के लियें निर्देशित किया। 
बैठक में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मीठालाल मीणा ने मिशन परिवार विकास के तहत चिकित्सा संस्थानो पर आयेाजित हाने वाले नियत सेवा दिवस के प्रबंधन के लियें स्वीकृत राशि का उपयोग लाभार्थीयों की सुविधा तथा ग्रामीण क्षैत्रो में प्रचार प्रसार करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने मिशन परिवार विकास के तहत, पुरूष नसबंदी, महिला नसबंदी, प्रसवोत्तर आईयूसीडी, आयूसीडी के लाभार्थीयों को मिलने वाली राशि का भुगतान आगामी 10 दिनो मंे कर रिपोर्ट करने के लियें निर्देशित किया।
बैठक में जिला लेखा प्रबंधक श्री नरेश जावरीया ने जिलें में भौतिक प्रगति के अनुपात में मदवार वार एवं चिकित्सा संस्थानवार वित्तीय प्रगति की वस्तुस्थिती को प्रजेन्टेशन के माध्यम से बताया तथा सभी एनएचएम के प्रबंधकीय कार्मिको को निर्देशित किया की जिले की वित्तीय प्रगति बहुत कम है जिसे आगामी 10 दिनो में सुधार कर जिला स्तर पर रिपोर्ट करें अन्यथा कौताही बरतने वाले कार्मिको के विरूद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। 
  बैठक में एनएचएम के लेखाधिकारी श्री पी.आर.मीणा, जिला कार्यक्रम प्रबंधक आशीष दाधीच, जिला लेखा प्रबंधक नरेश जावरिया, जिला नोडल अधिकारी श्री विनित दवे, जिला आशा समन्वयक सहित सभी खंड कार्यक्रम प्रबंधक, खंड लेखाकार एवं संस्थानो को लेखाकार उपस्थित थें। 

Wednesday 14 November 2018




रिपोर्टींग एवं डेटा फिडिंग के कार्य की निरंतर समीक्षा करें - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
जिलें में स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर हुई समीक्षा

राजसमंद, 14 नवम्बर । स्वास्थ्य केन्द्रो द्वारा दी जा रहीं सेवाओं को ऑनलाईन पोर्टल पर फिड करावें एवं नियमित समीक्षा करें जिससें राज्य स्तर पर जिलें की स्वास्थ्य सेवाओं की प्रगति दर्शायी जा सकें । यह निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने दियें। 
जिलें में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं उपस्वास्थ्य केन्द्रो द्वारा आमजन को दी जा रहीं स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर स्वास्थ्य भवन में दिन भर खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं खंड कार्यक्रम प्रबंधको के साथ विस्तार से समीक्षा की गई। 
बैठक में सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों एवं खंड कार्यक्रम प्रबंधको को निर्देशित किया की राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को मुल्यांकन ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से किया जा रहा है। इसलियें आवश्यक है की चिकित्सा अधिकारीयों को प्रोत्साहित करें की आमजन को सेवायें देने के साथ ही ऑनलाईन पोर्टल में भी सेवाओं की रिपोर्ट को समय पर फिड करावें। 
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वाथ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने मिसाल कार्यक्रम के तहत स्वास्थ्य सूचकांको पर विस्तार से चर्चा करते हुयें कहा की आदर्श पीएचसी पर दी जा रही सेवाओं के रिकार्ड को ऑनलाईन फिड कराने मात्र. से ही जिले का प्रदर्शन उत्कृष्ट हो जायेगा।  
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने खंड कार्यक्रम प्रबंधको को निर्देशित किया की वे सप्ताह में एक दिन एक आदर्श पीएचसी पर जा कर वहां दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं के ऑनलाईन फिडिंग की मोनिटरींग कर जिला स्तर पर रिपोर्ट करेंगे तथा ऑनलाईन पोर्टल पर मरीज के मोबाईल नम्बर आवश्यक रूप में फिड करावें।  
बैठक में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने जिलें में पोषण कार्यक्रम के संचालन को लेकर सभी को जानकारी दी तथा बताया की इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें। 
बैठक में जिला औषधी भण्डार के प्रभारी अधिकारी डॉ अनिल जैन ने आदर्श पीएचसी से ऑनलाईन फिडिंग की चिकित्सा केन्द्र वार वस्तुस्थिती को प्रस्तुत किया तथा पोर्टल को लेकर आवश्यक जानकारी दी। 
बैठक में सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं खंड कार्यक्रम प्रबंधको के साथ ही जिला एनएचएम यूनिट के अधिकारी उपस्थित थें। 

Saturday 3 November 2018




डेन्टल वेन पहुंची झालो की मदार
दन्त रोग से ग्रस्त बच्चों को लेकर पहुंचे ग्रामीण


राजसमंद, 03 नवम्बर। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत दन्त रोग से ग्रस्त बच्चों के ईलाज के लियें झालो की मदार में डेन्टल वेन केंप का आयोजन किया गया। जिसमें झालो की मदार गांव के साथ ही ढाणीयों एवं आस - पास के गांव के दन्त रोग से ग्रस्त ग्रामीण बच्चों का निःशुल्क उपचार किया गया।  
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की आरबीएसके के तहत प्रत्येक खंड में मोबाईल हेल्थ टीम द्वारा विद्यालयों में स्वास्थ्य परिक्षण के दौरान दन्त रोग से ग्रस्त बच्चों का उपचार डेन्टल वैन के माध्यम से आयोजित शिविरों में किया जा रहा है। 
उन्होंने बताया की जिलें डेन्टल वेन के माध्यम से केलवाड़ा में 5 व 6 नवम्बर, भीम में 12 व 13 नवम्बर, देवगढ़ में 14 व 15 नवम्बर , आमेट में 16 व 17 नवम्बर, आर.के. जिला चिकित्सालय में 19 व 20 नवम्बर, रेलमगरा में 22 व 24 नवम्बर, खमनोर में 26 व 27 नवम्बर, केलवा में 28 व 29 नवम्बर, कमला नेहरू हॉस्पीटल कांकरोली में 30 नवम्बर को बच्चों के दांतो की जांच, परामर्श एवं उपचार किया जायेगा।  
कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की डेन्टल वेन में दन्त चिकित्सक के साथ ही अन्य सहायक स्टॉफ एवं आवश्यक उपकरण एवं दवाईयां उपलब्ध है। उन्होंने बताया की झालो की मदार में आयोजित डेन्टल वेन शिविर में 61 मरीजों का दन्त परीक्षण कर आवश्यक उपचार किया गया। डेन्टल शिविर का अतिरिक्त नोडल अधिकारी डॉ दीपिका दाधीच ने अवलोकन कर मोबाईल हैल्थ टीम को अधिक से अधिक संख्या में आशाओं के माध्यम से बच्चांे को लाभान्वित करने के लियें प्रेरीत किया।