Friday 31 August 2018





अब स्कूली विद्यार्थी बनंेगे स्वास्थ्य सारथी
जिला स्तर पर आर.बी.एस.के टीमो का एक दिवसीय प्रशिक्षण हुआ आयोजित 
राजसमंद, 31 अगस्त। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनओं, कार्यक्रमों को आमजन तक पहुंचाने एवं मौसमी बिमारीयों की रोकथाम संबंधी जागरूकता के लियें अब स्कूली छात्र- छात्रायें खुद जागरूक भी होंगे और घर के सदस्यों के साथ - साथ अपने गली - मौहल्ले और गांव- ढंाणी में लोगो को जानकारी देंगे। 
विभाग के सचिव एवं मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन के निर्देश पर समुचे प्रदेश मंे यह विशेष जागरूकता अभियान विभाग द्वारा संचालित किया जायेगा। 
जिलें में अभियान के संचालन को लेकर स्वास्थ्य भवन में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित मोबाईल हैल्थ टीमो जिसमें आयुष चिकित्सा अधिकारी, नर्सिंग स्टॉफ एवं फार्मासिस्ट की बैठक एवं प्रशिक्षण का आयोजन स्वास्थ्य भवन में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ की अध्यक्षता में किया गया।  
 प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने कहा की विभाग की योजनायें प्रत्येक उम्र व वर्ग के व्यक्ति के लियें आवश्यक एवं उपयोगी एवं लाभदायक है। हमें वंचित, गरीब को ध्यान में रखकर विभाग की हर योजना के बारें में पूरी संवेदनशीलता के साथ स्कूली छात्र - छात्राओं को जानकारी देनी है जिससें वे अपने परिजनों एवं आस - पास के लोगो को जानकारी दे सकें तथा योजनाओं का लाभ दिलाने में सक्षम हो सकें। उन्होंने कहा की पूरे समर्पण के साथ इस जागरूकता अभियान को संचालित करें जिससें किसी को 
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने कहा की विभाग में अंतगर्त संचालित योजनाओं की जानकारी मोबाईल हैल्थ टीम के प्रत्येक सदस्य को होनी चाहियें जिससें वे किसी भी योजना के बारें में विस्तार से जानकारी दे सकें। उन्होंने जिले में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की विस्तार से टीमो के साथ समीक्षा की तथा टीमो को गुणवत्ता पर ध्यान देने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने कहा की जिस भी गांव में आंगनबाड़ी या स्कूल में स्वास्थ्य जांच के लियें जायें वहां स्थानिय जनप्रतिनिधियों एवं मौतबीर लोगो से भी संवाद करें जिससें गांवो में यह कार्यक्रम लोकप्रिय हो तथा कोई भी बच्चा स्वास्थ्य जांच से वंचित ना हो तथा बिमारी से ग्रस्त सभी बच्चें इस कार्यक्रम से लाभान्वित हो। 
अतिरिक्त जिला नोडल अधिकारी आर.बी.एस.के डॉ दिपिका दाधीच ने जिलें में 14 मोबाईल हैल्थ टीमो की प्रगति रिपोर्ट से अवगत करवाया तथा जिलें मंे प्रत्येक टीम द्वारा कियें गयें स्क्रीनिंग, रेफर एवं सर्जरी की वस्तुस्थिती को समीक्षा के लियें प्रस्तुत किया। 
आईईसी समन्वयक दिलीप श्रीमाली ने आर.बी.एस.के मोबाईल हैल्थ टीमो को जागरूकता अभियान में विभाग अंतर्गत संचालित भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, राज श्री योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान, आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, लिंग परिक्षण रोकथाम के लियें डिकॉय एवं डॉटर्स आर प्रेसीयस अभियान, जननी सुरक्षा योजना, जीवन वाहिनी 104/108, मिशन परिवार विकास, संशोधित राष्ट्रीय क्षय निवारण कार्यक्रम एवं निक्षय पोषण योजना, गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम, बालिका सम्बल योजना, टेलीमेडिसीन योजना, राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम, मुख स्वास्थ्य कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधता नियंत्रण, कुष्ठ नियंत्रण के साथ ही मौसमी बिमारीयों मलेरिया, डेंगु, चिकनगुनिया के बारें जानकारी देते हुयें छात्र - छात्राओं सरल भाषा में संदेश देने के लियें कहा जिससें वे जानकारी को ग्रहण कर गांव ढाणियों में आमजन को जानकारी दे सकें। 
बैठक में जिलें के 14 मोबाईल हैल्थ टीमो के सभी आयुष चिकित्सा अधिकारी ,नर्सिंग स्टॉफ एवं फार्मासिस्ट उपस्थित थे। 

Friday 24 August 2018




जनप्रतिनिधियों ने एक स्वर में कहा कुपोषण के खिलाफ मिलकर लडे़गे
पोषण कार्यक्रम को लेकर जनप्रतिनिधियों की जिला स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न
राजसमंद, 24 अगस्त। बच्चों में कुपोषण रोकथाम के लियें जिलें में 40 ग्राम पंचायतो में संचालित समेकित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम की सम्बन्धित ग्राम पंचायतो के सरपंचो को विस्तार से जानकारी देने एवं कुपोषण की रोकथाम में उनकी भुमिका सुनिश्चित करने के उदे्श्य से जिला स्तर पर जिला परिषद् सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग एवं एक्शन अगंेस्ट हंगर/ फाईट हंगर फाउन्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।  
कार्यशाला में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने जिलें में इन चयनित 40 ग्राम पंचायतो में समेकित कुपोषण प्रबंधन कार्यक्रम के संचालन की पुरी जानकारी देते हुयें बताया की यह कार्यक्रम जिले में पुर्व में भी संचालित किया गया है। जिसके तहत बच्चों को पुर्णतः कुपोषण से मुक्ति दिलाई गई है। 
कार्यक्रम के तहत इन ग्राम पंचायतो में 6 से 59 माह के बच्चों की कुपोषण की दृष्टी से स्क्रीनिंग कर ली गई है तथा उपस्वास्थ्य केन्द्रो के माध्यम से अति कुपोषित बच्चों को एक निश्चित चिकित्सकीय आहार दिया जायेंगा तथा इन बच्चों की नियमित स्वास्थ्य जांच एएनएम के माध्यम से एवं आशा एवं आंगनबाड़ी के माध्यम से घर पर भ्रमण कर निगरानी की जायेगी। 
उन्हांेने बताया की कुपोषण की रोकथाम महिला के गर्भवती होने से बच्चें के दो वर्ष होने तक पुरी देखभाल, सही पोषण से हो सकती है अत: हमे इस दौरान प्रत्येक स्तर पर सजगता बनायें रखनी होगी। इस कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व पचायती राज विभाग के संयुक्त प्रयासो की महती आवश्यकता होगी। जनप्रतिनिधी अपने ग्राम पंचायत में विभिन्न आयोजनों, अवसरों एवं कार्यक्रम की नियमित मोनिटरिंग कर कुपोषण मुक्त पंचायत बनाने में अपनी अहम भुमिका निभा सकते है। 
  एक्शन अगंेस्ट हंगर/ फाईट हंगर फाउन्डेशन की मौसमी गुप्ता ने संस्थान का परिचय देते हुयें बताया की केन्द्र, राज्य एवं जिला स्तर पर सरकार एवं डवलपमेंट पार्टनर्स के साथ मिलकर प्रदेश को कुपोषण मुक्त बनाने के लियें सतत प्रयास कियें जा रहें है। उन्होंने बताया की राजस्थान से ही प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरूआत पुरे देश में की है इसलियें हमारी विशेष जिम्मेदारी बनती है की हम अपने बच्चों को कुपोषण से मुक्त कर एक स्वस्थ प्रदेश बनायें। 
  कार्यशाला में एक्शन अगंेस्ट हंगर/ फाईट हंगर फाउन्डेशन के संजय कुमार ने विभिन्न मनोरंजक विडियों के माध्यम से कुपोषण क्या है, कुपोषण के कारण, कुपोषण रोकथाम के उपाय के बारें में जनप्रतिनिधियों से विस्तार से चर्चा की तथा उनसे घर में छोटे - छोटे उपायों के माध्यम से कुपोषण रोकथाम के प्रभावी उपायों के बारें में जानकारी दी। 
उन्होंने जन्म के तुरंत बाद पहले घंटे में ही बच्चें को मां का पीला गाढा दूध पिलाने, 6 माह तक केवल मां का दूध ही पिलाने एवं 6 माह के बाद उपरी आहार के साथ - साथ  2 वर्ष तक स्तनपान करवाने की जानकारी देते हुयें बताय की बच्चों में कुपोषण रोकने का यह एक महत्वपूर्ण उपाय है। इसके साथ ही उन्होंने गर्भवती महिला के पोषण एवं आहार की जानकारी भी दी तथा गर्भावस्था के दौरान आयरन की गोलियों के महत्व के बारें भी चर्चा की। 
कार्यशाला में विभिन्न ग्राम पंचायतो से सरपंचो ने भाग लिया तथा पोषण कार्यक्रम को लेकर अपने विचार व्यक्त कियें। उन्होंने कहा की इस कार्यशाला के बाद हम ग्राम पंचायतो में व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से कुपोषण के खिलाफ माहौल तैयार करेंगे तथा पोषण कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत पर कार्यरत फ्रंटलाईन वर्कर आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, एएनएम को जहां भी आवश्यकता होगी वहां तत्काल सहयोग प्रदान करेंगे तथा अपनी पंचायत को कुपोषण मुक्त बनायेंगे।
कार्यशाला में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, डॉ मीठालाल मीणा, चिकित्सा अधिकारी डॉ लोकेश यादव के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ,एनएचएम के खंड कार्यक्रम प्रबंधक जिला स्तरीय अधिकारी एवं एक्शन अगंेस्ट हंगर/ फाईट हंगर फाउन्डेशन के कार्मिक उपस्थित थें। 

Thursday 23 August 2018



सीएमएचओं ने किया चिकित्सा संस्थानो का औचक निरीक्षण

राजसमंद, 23 अगस्त। सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने खमनोर ब्लॉक के आदर्श प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र शिशोदा एवं उपस्वास्थ्य केन्द्र गुंजोल का औचक निरीक्षण किया। 
सीएमएचओ डॉ पंकज गौड़ ने वहां आयोजित प्रसूति नियोजन, टीकाकरण सत्र, चिकित्सा संस्थानों पर उपलब्ध आवश्ययक दवाओं एवं उपकरणों एवं वहां दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का अवलोकन किया तथा आवश्यक निर्देश दियें। 
गुंजोल उपस्वास्थ्य केन्द्र पर आवश्यक उपकरण नहीं होने पर खंड स्तर से उपलब्ध करवाने के लियें निर्देश दियें। वहीं पीएचसी शिशोदा में संस्थागत प्रसवों में आ रहीं कमी लेकर निर्देशित किया की एएनएम एवं आशाओं के साथ बैठक करके संस्थान पर प्रसव की संख्या को बढ़ायें। चिकित्सा संस्थानो पर निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधिकारी एवं कार्मिक उपस्थित थें। 
निरीक्षण के दौरान जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री आशीष दाधीच एवं जिला नोडल अधिकारी मोनिटरिंग एवं एवोल्यूशन श्री विनीत दवे साथ थें। 



चिकित्सकीय उपकरणों के रखरखाव एवं ई उपकरण सॉफ्टवेयर को लेकर दिया प्रशिक्षण
स्वास्थ्य भवन में आयोजित हुआ एक दिवसीय प्रशिक्षण 

राजसमंद,  23 अगस्त। चिकित्सा संस्थानो में लैब, क्रिटिकल केयर एवं रेडियोलोजी से सम्बन्धित उपकरणो के संचालन, रख - रखाव , ई - उपकरण सॉफ्टवेयर संचालन तथा उपकरणों के समस्या के समाधान के लियें जिला स्तर पर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। 
प्रशिक्षण में मनीष शर्मा एवं विक्रम राठौड़ ने जिले के चिकित्सा संस्थानो से आयें लेब टेक्नीशियन, रेडियोग्राफर, स्टोर प्रभारी, नर्सिंग कर्मचारीयों को उपकरणों के संचालन एवं रखरखाव के साथ ही उपकरणों के संचालन में आने वाली समस्याओं के समाधान एवं ई - उपकरण सॉफ्टवेयर के संचालन को लेकर विस्तार से जानकारी दी। 
ई उपकरण के जिला प्रभारी अधिकारी डॉ अनिल जैन ने सभी चिकित्सा संस्थानों से आयें कार्मिको को निर्देशित किया की वे प्रशिक्षण के दौरान दी गई जानकारी को कार्य के दौरान उपयोग में ले तथा उपकरणों को अनुपयोगी नहीं पडे़ रहने दे, उपकरणों में किसी भी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल ई उपकरण सॉफ्टवेयर में इन्द्राज करें। जिससे के चिकित्सा संस्थानो में उपकरणों की वस्तुस्थिती की जानकारी हो सकें तथा तत्काल ठीक करवाया जा सकें। 
प्रशिक्षण में सेवाप्रदाता कम्पनी प्रतिनिधी अनुराग शर्मा, भास्कर जायसवाल, सोमवीर उपस्थित थें। 

Tuesday 14 August 2018





मौसमी बिमारीयों की रोकथाम को लेकर सजगता बरते - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
देवगढ़ में खंड स्तरीय समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन 
राजसमंद, 14 अगस्त। बरसात के मौसम में जलजनित डायरिया, हैजा तथा वैक्टर जनित बिमारीयों मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया के फैलने की पुरी संभावना होती है। बिमारीयों की रोकथाम के लियें लगातार अपने क्षैत्रो में एण्टीलार्वा गतिविधियों के साथ ही लोगो को साफ - सफाई एवं शुद्ध पेयजल के इस्तेमाल करने की सलाह देवें। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने देवगढ़ में आयोजित खंड स्तरीय समीक्षा बैठक में दियें। 
उन्होंने कहा की मौसमी बिमारीयों की रोकथाम के लियें चिकित्सा संस्थानो पर पर्याप्त मात्रा में दवाईयों की उपलब्धता सुनिश्चित करें तथा मुख्यालय पर ही रहें जिससें आमजन को किसी तरह की समस्या नहीं हों। 
बैठक में उन्होंने टी.बी कार्यक्रम के तहत निक्षय पोषण योजना की जानकारी देते हुयें बताया की टी.बी रोगियों को पोषण सहायता के लियें प्रतिमाह 500 रूपयें सिधें उनके बैंक खातो में हस्तांतरित कियें जा रहें है। इसके लियें आशा सहयोगिनीयां अपने गांव में टी.बी रोगियों के खाता संख्या एवं आधार नम्बर का संकलन किया जा रहा है।  एएनएम की जिम्मेदारी होगी की वह अपने क्षैत्र की सभी टी.बी रोगियों के खाता संख्या एवं आधार नम्बर निक्षय पोर्टल पर अपडेट करवायें जिससें रोगियों को योजना का लाभ मिल सकें। 
उन्होंने क्षैत्र में सिलिकोसिस मरीजो को चिन्हीत करने के लियें सीएचसी स्तर पर लगने वाले शिविर में संभावित मरीजो को रेफर करने के लियंे निर्देशित कियंें जिससें मरीजो को योजनाओं का लाभ मिल सकें। 
बैठक में उन्होने ग्रामीणों को एएनएम द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं से सम्बन्धित एसडीआर रजिस्टर को अपडेट रखने एवं ममता कार्ड की प्रविष्ठीयों को गम्भीरता के साथ भरने के लियें निर्देशित किया।  बैठक में बुद्धराम राजोरिया, आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ तुलसी राम संाखला, श्रवण शर्मा, खंड कार्यक्रम प्रबंधक उत्तम मेवाड़ा के साथ ही खंड की सभी एएनमए, एलएचवी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, कम्प्यूटर ऑपरेटर उपस्थित थें।

Monday 13 August 2018






10 हजार से अधिक अधिक किशोर तक पहुंचा रोगो से आजादी का संदेश 
रोगो से आजादी पखवाड़े के तहत विद्यालयों में जारी है जागरूकता कार्यक्रम

राजसमंद, 13 अगस्त। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आगामी 15 अगस्त तक संचालित होने वाले किशोरो की रोगो से आजादी पखवाड़े के तहत जिलें के विभिन्न विद्यालयों में अब तक 10 हजार से अधिक किशोर -किशोरीयों को किशोरावस्था में होने वाले शारीरिक परिवर्तनों एवं मानसिक स्वास्थ्य को लेकर प्रशिक्षित काउन्सलरर्स द्वारा जानकारी दी जा रही है। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की विद्यालयों में विभिन्न सर्जनात्मक निबंध, पोस्टर, मेहंदी प्रतियोगिताओं, प्रश्नोत्तरी, खेल - कुद गतिविधियों के माध्यम से किशोर स्वास्थ्य को लेकर किशोर - किशारीयों को जागरूक किया गया तथा विजेता प्रतिभागीयों को पुरूस्कृत भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया की विद्यालयों में प्रशिक्षित काउन्सलर्स द्वारा शारीरिक स्वास्थ्य, सही खान - पान, अनीमिया के लक्षण एवं रोकथाम, मानसिक स्वास्थ्य , किशोरावस्था में गर्भावस्था, माहवारी स्वच्छता, आरटीआई/एसटीआई के बारें में विस्तार से जानकारी दी जा रही है। साथ ही किशोर - किशोरीयों के हिमोग्लोबीन की जांच की गई, किशोरीयों को सेनेटरी नेपकीन का वितरण भी किया जा रहा है। 
कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी आरसीएचओं डॉ सुरेश मीणा ने बताया की  विद्यालयों में राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा किशोरो को मुहैया करवाई जा रही सेवाओं के बारें में विस्तार से जानकारी देते हुयें बताया जा रहा है की चिकित्सा संस्थानो में किशोर के लियें उजाला क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है जहां किशोरो को स्वास्थ्य संबंधी काउसलिंग के साथ ही चिकित्सा सेवायें देने हेतु सहायता की जा रही है। कार्यक्रम के तहत किशोरो की सहायता के लियें राज्य स्तर पर संचालित 104/108 निःशुल्क टोल फ्री सेवाओं के बारें जानकारी दी जा रही है। 
पखवाडे़ के तहत जिला समन्वयक दिलीप श्रीमाली, काउन्सलर मोनिका शर्मा, पुष्कर सुखवाल, चेतन दुरिया, राजेन्द्र सिंह प्रतिदिन विद्यालयों में जाकर किशोर स्वास्थ्य को लेकर किशोरो के साथ - साथ अध्यापको एवं परिजनों को इस मुद्दे पर जागरूक किया जा रहा है। 

Wednesday 8 August 2018



गांव हो या नगर आशा पहुंच रही टी.बी रोगी के द्वार
निक्षय पोषण योजना में टी.बी मरीजो को लाभान्वित करने की मुहिम

राजसमंद, 8 अगस्त। टी. बी मरीजो को पोषण सहायता के लियें 500 रूपयें प्रतिमाह सीधे मरीजो के खाते में जमा करवानें की योजना निक्षय पोषण योजना को गति देने के लियें  विभाग ने मुहिम छेड़ते हुयें आशाओं के माध्यम से सभी टी.बी रोगियों केे बैंक खाता संख्या और आधार नम्बर संकलित करने के लियें मुहिम छेड़ दी है। आशा अपने - अपने गांव व वार्ड में टी.बी रोगियों के घर पहुंच जानकारी संकलित कर रही है।  
योजना का लाभ टी.बी मरीजो को तभी मिल सकता है जब लाभार्थी के बैंक खाता संख्या एवं उनके आधार नम्बर टी.बी के निक्षय पोर्टल पर हो। इसके लियें सभी आशाओं को अपने गांव में रहने वाले टी.बी रोगियों की सूची उपलब्ध करवाई गई है। जिससे वे अपने गांव में  टी.बी रोगियों के बैंक खाता संख्या एवं आधार नम्बर लेकर पोर्टल पर अपडेट करवा सकें। 
मिशन निदेशक एनएचएम श्री नवीन जैन ने निर्देशित किया है की आशायें आगामी 14 अगस्त तक अपने गांव में रहने वाले टी.बी रोगियों के शत - प्रतिशत बैंक खाता संख्या एवं आधार नम्बर संकलित करेगी तथा 31 अगस्त तक शतप्रतिशत डेटा को पोर्टल पर अपडेट किया जायेगा। जिससे सभी टी. बी रोगियों को योजना का लाभ मिल सके और वे प्रति माह अपने बैंक खाते में पोषण सहायता के लियें सरकार से मिलने वाले 500 रूपयें की राशि प्राप्त कर सकें। 


Thursday 2 August 2018


15 अगस्त तक जिले में मनाया जायेगा रोगो से आजादी पखवाड़ा
किशोर - किशारियों के साथ ही अभिभावको एवं अध्यापको करेंगे जागरूक 

राजसमंद, 2 अगस्त। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत 15 अगस्त तक जिलें में रोगो से आजादी पखवाड़ा मनाया जायेगा। जिसके तहत किशोर - किशारियों के साथ ही अभिभावको एवं अध्यापको को किशोर स्वास्थ्य को लेकर जागरूक किया जायेगा। 

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की राज्य स्तर से प्राप्त निर्देशानुसार जिलें के विद्यालयों एवं ऐसे स्थान जहां किशोर बड़ी संख्या में उपस्थित हो वहां रोगो से आजादी पखवाड़े के तहत कार्यक्रम आयोजित कियें जायेंगे। 
उन्होंने बताया की किशोरो के साथ उनके अभिभावकों एवं अध्यापको के साथ ही समुदाय के लोगो को शारीरिक स्वास्थ्य, सही खान - पान, अनीमिया के लक्षण एवं रोकथाम के उपाय, मानसिक स्वास्थ्य, किशोरावस्था में गर्भावस्था, माहवारी स्वच्छता, आरटीआई, एसटीआई अन्य मौसमी बीमारियां व उनके रोकथाम के घरेलू तरीको के बारें में संवाद, विडियों प्रदर्शन एवं विभिन्न गतिविधियों एवं प्रतियोगिताओं के माध्यम से जानकारी दी जायेगी। जिसमें सम्बधित क्षैत्र के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, एल.एच.वी, एएनएम एवं गांव की आशा उपस्थित रहेगी। 
कार्यक्रम के जिला नोडल अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की आयोजन को लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है । जिसके तहत गांव गिलुण्ड, रेलमगरा, सिन्देसरकलां, पीपली अहिरान, जवासिया, पछमता, कुरज, सकरावास, कोटड़ी, बामणियाकलां, भीम, बली जस्साखेड़ा, टोगी, डूंूगाजी का गांव, धर्मेशपुरी, नन्दावट, मण्डावर, भगवानदाकलां, मोरचणा, पीपरड़ा, कुंवारिया, घाटी, बिनोल, महा सतियों की मादड़ी, मोही, केलवा, खमनोर, मोलेला, खेड़ी, सेमा, राबचा, टांटोल, सेाई, मलिदा में कार्यक्रमो का आयोजन किया जाना है।