Saturday, 21 July 2018


नैना के दिल में छेद के ईलाज से परिवार में छाई खुशीयां
आरबीएसके ने आसानी से हल कर दी मासूम के दिल के इलाज की मुश्किल  
राजसमंद 21 जुलाई। जिले के गोवल्या गांव में 6 वर्षीय मासूम नैना के दिल में छेद के कारण वह हमेशा बीमार ही रहती। कई - कई दिनांे तक स्कूल भी नहीं जा पाती और आये दिन बीमार होने से पूरा परिवार परेशान रहता। 
परिजनों को नैना के नौ माह के होने के साथ ही दिल की बीमारी का पता लग गया लेकिन ऑपरेशन पर होने वाले भारी खर्च के कारण दवाईयों के सहारे ही वह नैना के जीवन को सहेजे हुए थें। नैना की मां रेखा कंवर ने बताया की पिता भगवत सिंह मार्बल की फैक्ट्री में दिहाड़ी मजदूरी करते है और गांव में एक - दो बीघा जमीन है जिस पर केवल मक्का की फसल होती है। ऐसे में घर चलाने में ही जहां मुश्किल हो रही है तो ऑपरेशन में लगने वाली बड़ी राशि कीं इंतजाम कैसे करें। इलाज के लियें उनको कोई रास्ता नहीं सूझ रहा था। 
इसी बीच आरबीएसके की टीम गांव की राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय में पहुंची जहां नैना की जंाच के दौरान आयुष डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद शर्मा को दिल की धड़कन में कुछ असामान्यता महसूस हुई। टीम ने अध्यापकों से पूछताछ की तो अध्यापकों ने दिल की बिमारी की जानकारी दी तथा परिजनों को भी स्कूल मंे रिर्पोट के साथ हाथांेहाथ बुलवा लिया। 
नैना की मां रेखा कंवर ने एक ही सांस में बिमारी का ब्योरा देते हुये टीम को अपनी ऑपरेशन नहीं करवा पाने के लिये आर्थिक असमर्थता जताई। टीम ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए बताया की नैना का ऑपरेशन बिल्कुल निःशुल्क हो जायेगा।
 नैना को उदयपुर स्थित निजी चिकित्सालय गीतांजली हॉस्पीटल में रेफर किया गया जहां मासूम नैना की हार्ट सर्जरी राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत बिल्कुल मुफ्त हो गयी। ऑपरेशन के बाद आरबीएसके एडीएनओ डॉ दीपिका दाधीच ने बताया की अब नैना पूर्णतया स्वस्थ है तथा कुछ ही दिनों में वह स्कूल जा सकेगी। नैना की मां ने सरकार का खुब आभार व्यक्त करते हुए बताया की यह कार्यक्रम तो गरीब परिवार के लिए वरदान है जहां घर बैठे इलाज संभव है।      

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