Wednesday, 27 December 2017


नया साल लेकर आया जिलें की माताओं और शिशुओं के लियें सुनिश्चित स्वास्थ्य की सौगात 
 31 दिसम्बर रात्रि 12 बजें से बतौर पायलट, एचबीएनसी वॉउचर स्कीम होगी लागु

राजसमंद, 27 दिसम्बर। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अन्तर्गत मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के लियें संचालित गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल की गुणवत्ता को सुनिश्चित करने हेतु प्रदेश के दो जिलों राजसमंद एवं डूंगरपूर में एचबीएनसी वॉउचर स्कीम की शुरूआत बतौर पायलट के शुरू की जा रही है। 
स्वास्थ्य भवन में आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी की अध्यक्षता में जिलें की सभी महिला स्वास्थ्य मार्गदर्शिकाओं की बैठक का आयोजन कर वॉउचर स्कीम के बारें में विस्तार से जानकारी दी गई। 
राज्य स्तर से जिलें के सभी जिला स्तरीय एवं खंड स्तरीय अधिकारीयों के साथ ही चिकित्सा संस्थानों के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी एवं लेबर रूम प्रभारी एवं नर्सिंग स्टॉफ को प्रशिक्षण दिया गया है। 
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की जिलें में 31 दिसम्बर की रात्रि 12 बजे बाद होने वाले प्रसवों पर यह योजना लागु होगी। योजना के तहत प्रसव के पश्चात डिस्चार्ज टिकट के साथ प्रसुता महिला को एचबीएनसी वॉउचर दियें जायंेगे। यह एचबीएनसी वॉउचर जिलें के सभी चिकित्सा संस्थानों पर उपलब्ध करवायें जायेंगे।
उन्होंने बताया की आशा द्वारा पूर्व में ही प्रसव के बाद प्रसुता महिला के घर पर मां और शिशु की स्वास्थ्य देखभाल हेतु प्रसव के 1, 3, 7, 14 ,21, 28 एवं 42 वे दिन विजिट कर बच्चें का वजन , तापमान, साफ सफाई, स्तनपान, टीकाकरण, जन्मजात विकृति की पहचान करनें के साथ ही परिवार नियोजन की जानकारी एवं शिशु में खतरें के चिन्ह पहचान कर रेफर करने का कार्य किया जा रहा है। लेकीन इस कार्य में गुणवत्ता लाने हेतु एचबीएनसी वाउचर स्कीम की शुरूआत की गई है।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की यह चिकित्सा संस्थान पर नामित कार्मिक की जिम्मेदारी होगी की वह प्रसुता महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज के समय वॉउचर के महत्व के बारें मंे जानकारी देंवे। जिससें प्रसुता महिला वॉउचर को आशा सहयोगिनीयों की प्रत्येक विजिट पर घर पर मॉ व शिशु की देखभाल के बाद देगी।
 उन्होंने बताया की सरकारी चिकित्सा संस्थानों के अलावा अन्य कहीं प्रसव होने पर प्रसुता सम्बन्धित क्षैत्र की एएनएम से एचबीएनसी वॉउचर ले सकेगी तथा आशा के माध्यम से घर पर स्वयं के साथ ही शिशु के स्वास्थ्य की देखभाल का लाभ ले सकेगी। 
बैठक में जिला नोडल अधिकारी विनित दवे ने योजना की रिपोर्टिंग फॉरमेट के बारें में विस्तार से जानकारी दी एवं बताया की सैक्टर स्तर पर एएनएम एवं आशाओं को वॉउचर स्कीम के बारें में पुरी तरह से जानकारी देवे ताकी सही रिपोर्ट मिल सकें।
जिला आशा समन्वयक हरिशंकर शर्मा ने बताया की आशाओं के लियें भी यह योजना काफी महत्वपुर्ण होगी जिससें वे अपने कार्य को आसानी बता सकेंगी। संस्थान पर कार्यरत कार्मिक डिस्चार्ज के समय प्रसुता महिला को यह जानकारी अवश्य देवे की वे एक ही बार में सभी वाउचर आशाओं को नहीं देवें।

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