बेटीयों को बचाने में समुदाय की भागीदारी जरूरी - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
पिपलांत्री में आयोजित बेटी पंचायत में सीएमएचओं ने दी जानकारी
जिलें में 61 ग्राम पंचायत में आयोजित हुई बेटी पंचायत
राजसमंद, 28 सितम्बर। बेटे की चाह में कन्या भ्रुण हत्या जैसे अपराध में शहर ही नहीं बल्की गांव के लोग भी शामिल हो रहें है। इसलियें आवश्यक है की गांव हो या शहर बेटीयों को बचाने के लियें पुरे समुदाय को आगे आना होगा तथा बेटीयों को लेकर समाज में व्याप्त भ्रामक धारणाओं को हटाना होगा। यह विचार सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने पिपलांत्री गांव के अटल सेवा केन्द्र में आयोजित बेटी पंचायत में व्यक्त कियें।
उन्होंने कहा की पिपलांत्री गांव ने पुरे देश में बेटीयां बचाने के लियें सामुदायिक सहभागिता का एक उदाहरण प्रस्तुत किया है जहां किसी के घर में बेटी के जन्म पर 25 हजार की एक निश्चित धन राशि बेंक में फिक्स करवाई जाती है जो वयस्क होने पर बेटी को बढ़ी हुई धनराशि रूप में मिल जाती है तथा प्रत्येक बेटी के जन्म पर 108 पौधो का रोपण गांव में किया जाता है। बेटी केवल परिवार की नहीं पुरें समुदाय की हो जायंे ऐसी भावना जब हर गांव में हो जायें तभी कन्या भ्रुूण हत्या पर प्रभावी रोकथाम लग सकेगी।
उन्होंने सरकार द्वारा संचालित राज श्री योजना, मुख्यमंत्री बधाई संदेश की जानकारी दी तथा बताया सरकार जहां बेटी जन्म को प्रोत्साहित करने के लियें योजनाओं का संचालन कर रही है। वहीं मुखबीर योजना , लिंग परिक्षण सम्बन्धी शिकायत प्राप्त करने के लियें निःशुल्क टोल फ्री नम्बर 104/108 का संचालन एवं डिकॉय के माध्यम से लिंग परिक्षण में लिप्त चिकित्सको, दलालो को भी पकड़ रही है।
बेटी पंचायत में पिपलांत्री गांव में पर्यावरण एवं बेटीयों को बचाने में ग्रामीणो को जागरूक करने में अहम भुमिका निभाने वाले, स्टेट रिसोर्स पर्सन जलग्रहण श्री श्याम सुंदर पालीवाल ने बताया की गांव में बेटीयों की आर्थिक सुरक्षा के लियें किरण निधी योजना संचालित है जो ग्रामीणो के सहयोग से काफी अच्छी तरह संचालित हो रही है। उन्होंने बेटीयां अनमोल है अभियान के तहत बेटी पंचायत की प्रशंसा करते हुयें कहा की बेटीयों की महत्व को स्थापित करने में यह कार्यक्रम काफी कारगर है, लगातार संवाद से ही समाज में परिवर्तन होगा।
कार्यक्रम में चिकित्सा अधिकारी डॉ लोकेश यादव ने सभी ग्रामीणो को प्रदेश तथा प्रदेश से बाहर हुई डिकॉय कार्यवाहीयों के साथ ही कन्या भ्रुण हत्या की हानियां बताते हुयें बताया की यह एक कानूनी अपराध है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की जिलें में 61 ग्राम पंचायतो में डॉटर्स आर प्रीशियस का आयोजन किया गया जिसमें 3 हजार से अधिक ग्रामीणो ने भाग लिया। उन्होंने बताया की सितम्बर माह में दिनांक 7, 14, 25 व 28 को आयोजित बेटी पंचायत जिलें की 207 ग्राम पंचायतो में आयोजित की गई जिसमें 15 हजार से अधिक ग्रामीणो ने भाग लिया तथा बेटी बचाने को लेकर जागरूक हुयें है।