Monday, 5 February 2018



पूरी कार्ययोजना एवं तैयारी के साथ पीसीवी (न्यूमोकोकल कोन्जूगेटेड वैक्सीन) को टीकाकरण में शामिल करें - श्री नवीन जैन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
जयपुर, 5 फरवरी 2018। संपूर्ण कार्ययोजना ,रणनिती एवं तैयारी के साथ न्यूमोकोकल कोन्जूगेटेड वैक्सीन को टीकाकरण में शामिल करें। जिससें बच्चों को निमोनिया जैसी भयावह बिमारी ना हो और 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्युदर में कमी लाई जा सकें। ये निर्देश स्वास्थ्य सचिव एवं एनएचएम के मिशन निदेशक श्री नवीन जैन ने माह अप्रेल से प्रदेश के 9 जिलों में प्रारम्भ होने वाले न्यूमोककल वैक्सीन के शुरूआत से पूर्व आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के शुरूआत में दियें। 
कार्यशाला में उन्होंने जानकारी दी की भारत सरकार द्वारा प्रदेश के 9 जिलों बाड़मेर, पाली, जालौर , सिरोही, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ एवं बांसवाड़ा में आगामी माह अप्रेल में न्यूमोकोकल कोन्जूगेटेड वैक्सीन को चरणबद्ध तरीके से आधार पर नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत सम्मिलित जा रहा है। इसकें लियें समुदाय को जागरूक करने के साथ -साथ, चिकित्सा अधिकारीयों, एएनएम, आशा को इस वैक्सीन के बारें में प्रशिक्षण देने के कार्ययोजना तैयार करनें के लियें निर्देशित किया। 
इसी के साथ उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में इन 9 जिलों की वस्तुस्थिती की समीक्षा की तथा लाभार्थियों की शतप्रतिशत लाईनलिस्टींग व रिपोर्टींग में आ रही कमीयों को आगामी 10 दिनों में दूर करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंनेे पीसीवी के लागू होने से पूर्व आमजन को जागरूक करने के लियें प्रचार प्रसार सामग्री तैयार करनें प्रदर्शित करनें के लियें भी निर्देशित किया। उन्होंने गांव स्तर पर आयोजित होने वाले मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को प्रभावी तरीके से मनायें जाने की आवश्यकता जताई। 
उन्होंने बताया की यह वैक्सीन जहां निजी चिकित्सकों एवं निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा 3 हजार से 4 हजार रूपयों में निमोनिया बिमारी से प्रतिरक्षित करने के लियें बच्चों को लगाया जा रहा है वहीं अब टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद यह निःशुल्क सभी बच्चों को लगाया जायेगा।   
कार्यशाला में निदेशक आरसीएच डॉ एस.एम. मित्तल ने कहा की यह वैक्सीन भारत से पहले 141 देशों में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल है और इससें अच्छें परिणाम आयें है। उन्होंने कहा की एएनएम को इसकें लियें प्रशिक्षित करें की वे टीकाकरण से पहले टीके की उपयोगिता के बारें में परिजनों को जानकारी देवें। 
परियोजना निदेशक टीकाकरण डॉ एस.के गर्ग ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुयें कहा की यह वैक्सीन बच्चे को 6 सप्ताह , 14 सप्ताह एवं 9 माह पर लगायें जायेगा। इस टीके का कोई विपरीत प्रभाव नहीं है तथा निमोनिया बिमारी को बच्चों मे रोकने में प्रमुख भुमिका निभायेंगा।
कार्यशाला में एसएमएस हॉस्पीटल के शिशु रोग के विभागाध्यक्ष डॉ सीतारमन , डॉ पी.के राय, डॉ अभय बोहरा ने न्यूमोकोकल वैक्सीन की विस्तार से जानकारी दी।  
कार्यशाला में इन 9 जिलों के आरसीएचओं, चिकित्सा अधिकारी एवं जिला आईईसी समन्वयक, यूएनडीपी के कार्यक्रम अधिकारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलंेस मेडिकल ऑफीसर, एनपीएसपी हैल्थ ऑफीसर व यूनिसेफ के डिविजनल आर.आई.कॉर्डिनेटर भाग ले रहें है।  

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