Thursday, 18 May 2017


 

गर्भवती महिलाओं की गुणवत्तापूर्ण जांच करें - जिला कलक्टर श्री पी.सी. बैरवाल
राजसमंद, 18 मई। माता एवं शिशु स्वास्थ्य के लियें गर्भवती महिलाओं की प्रसव पुर्व जांचे गुणवत्तापुर्ण होनी चाहियें। यह निर्देश जिला कलक्टर श्री पी.सी. बैरवाल ने जिला कक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में दियें। 
उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारीयों को इसके लियें सरकार द्वारा संचालित विभिन्न कार्यक्रम एवं गतिविधियों आंगनबाड़ी स्तर पर मातृत्व शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस, उपस्वास्थ्य केन्द्र पर होने वाले प्रसुति नियोजन दिवस, चिकित्सा संस्थान पर सुरक्षित मातृत्व दिवस जैसे आयोजनों को सुनियोजित तरीकें से आयोजित करने एवं नियमित मोनिटरींग करने के लियें निर्देशित किया। 
बैठक के प्रारम्भ में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने जिला कलक्टर महोदय का जिला स्वास्थ्य समिति की और से स्वागत किया तथा पुर्व बैठक की पालना से अवगत कराया।
जिला कलक्टर श्री पी.सी. बैरवाल ने कहा कि गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की देखभाल करने से सुरक्षित प्रसव के साथ ही शिशुओं के स्वास्थ्य को सुनिश्चित किया जा सकता है।
जिला कलक्टर ने मातृत्व शिशु स्वास्थ्य दिवस, प्रसुति नियोजन दिवस एवं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व दिवस का लाभ लेने वाली गर्भवती महिलाओं के नाम व मोबाईल नम्बर सहित सूची उपलब्ध करवाने के लियें निर्देशित किया जिससें जिला स्तर से लाभार्थी महिला से सेवाओं की गुणवत्ता के बारें में पुछताछ की जा सकें।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने जिलें में नवजात शिशु स्वास्थ्य को लेकर चिरायु कार्यक्रम की जानकारी देते हुयें बताया कि संस्थान स्तर एवं समुदाय स्तर पर विभाग जिला स्तर पर रणनीति बनाकर कार्ययोजना तैयार कर रहा है। जिला कलक्टर ने इस संबंध में निर्देशित किया की पुरें जिलें में चिकित्सा संस्थानों पर होने वाले शिशु जन्मों में 2.5 किलो ग्राम से कम वनज वाले शिशुओं की सूची तैयार कर विशेष क्षैत्रों के चिन्हीकरण के साथ ही कम वजन वाले शिशु होने के कारणों का पता करें। 
उन्होंने कहा कि गांव स्तर पर कार्यरत आशा सहयोगिनीयों एवं एएनएम के कार्यो की मोनिटरींग करें जिससें संस्थागत प्रसव, टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम की प्रगति में सुधार लाया जा सकें। 
उपमुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने जिलें में मौसमी बिमारीयों स्वाईन फ्लू एवं मलेरिया की स्थिती के बारें मंे विस्तार से जानकारी दी एवं विभाग द्वारा रोकथाम के लियें की जा रहीं गतिविधियों के बारें में बताया।
जिला कलक्टर ने निर्देशित किया की स्वाईन फ्लू स्वस्थ व्यक्ति को भी हो सकता है इसकें लियें आमजन में विभागीय स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के माध्यम से जागरूकता लावें।  
 उन्होंने आशा सहयोगिनीयों के क्षमतावर्द्धन हेतु संचालित आशा मोबाईल एकेडमी के कोर्स की स्थिती की समीक्षा करतें हुये निर्देशित किया की शीघ्र ही शेष आशा सहयोगिनीयों का कोर्स पूर्ण कराने के निर्देश दियें।
बैठक में सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जिला लेखा प्रबंधक, जिला नोडल अधिकारी मोनिटरींग, अतिरिक्त जिला नोडल अधिकारी आर.बी.एस.के, जिला पीसीपीएनडीटी समन्वयक, खंड कार्यक्रम प्रबंधक, समस्त चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थें। 

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