Monday, 14 May 2018



योग्य दम्पत्तियों को परिवार कल्याण की सेवायें उपलब्ध करावें - श्री नवीन जैन मिशन निदेशक
पुरूष नसबंदी वार तथा अंतरा के बारें में योेग्य दम्पत्तियों को बतायें

राजसमंद, 14 मई। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी, अंतरा इंजेक्शन की समीक्षा सैक्टर, ब्लॉक व जिला स्तर पर नियमित होनी चाहियें। जिससें योग्य दम्पत्तियों को सुविधानुसार परिवार कल्याण के साधन मिल सकें। यह निर्देश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री नवीन जैन ने विडियों कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से सभी जिला स्तरीय एवं खंड स्तरीय चिकित्सा अधिकारीयों एवं अन्य सम्बन्धित कार्मिको को दियें। 
उन्होंने कहा की जिला, ब्लॉक व सैक्टर स्तर पर परिवार कल्याण कार्यक्रम की नियमित समीक्षा नहीं होने तथा आशा व एएनएम को परिवार कल्याण कार्यक्रम के योग्य दम्पत्तियों के प्रेरीत नहीं करने के कारण वांछीत परिणाम नहीं मिल पा रहें है। यह कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण है इसलियें सभी चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं कर्मचारी गंभीरता के साथ कार्य करें। 

तीसरा बूधवार पुरूष नसबंदी वार को उत्सव की तरह आयोजित करें.................................
उन्होंने चिकित्सा अधिकारीयों एवं विभागिय कार्मिको से कहा की तीसरा बूधवार पुरूष नसबंदी वार को उत्सव की तरह आयोजित करें। आशा, एएनएम तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी देने के साथ ही उन्हें परिवार कल्याण कार्यक्रम में पुरूषो की सहभागिता बढानें के लियें अधिकाधिक संख्या में प्रेरीत करने के लियें निर्देशित करें। 

अंतरा के लाभ बतायें.....................
मिशन निदेशक ने कहा गर्भनिरोधक साधन अंतरा के लाभ चिकित्सा संस्थानो पर आने वाले योग्य दम्पत्तियों तथा गांव स्तर पर आशा एवं एएनएम के माध्यम से बतायें। यह साधन योग्य दम्पत्तियों के लियें काफी उपयोगी है लेकिन इसके बारें में हमारी आशा एवं एएनएम को जानकारी देनी होगी। अंतरा इन्जेक्शन तीन माह के लियें महिलाओं में गर्भधारण से बचाव करता है। अंतरा इंजेक्शन पीएचसी स्तर तक उपलब्ध करावा दियें गयें है। जिला एवं खंड स्तर से लगातार मोनिटरींग की आवश्यकता है। 

नियत सेवा दिवस को सुनियोजित तरीके से आयोजित करे ...................
इसके लियें समय समय पर आशा व एएनएम की बैठक लेवे तथा चिकित्सा संस्थान पर आयोजित होने वाले नियत सेवा दिवस की जानकारी देवे जिससे वे योग्य दम्पत्तियों से चर्चा कर परिवार कल्याण के तहत मिलने वाली सेवाओं को लेकर प्रेरीत कर सकें। उन्होंने कहा की संबंधित खंड व जिला स्तर पर यह जानकारी पुर्व में ही होनी चाहियें की नियत सेवा दिवस पर आशा व एएनएम ने कितने लाभार्थीयों को प्ररीत किया है तथा कितने सेवा लेने पंहुच रहें है।
विडियों कॉन्फ्रेन्स में उन्होंने कम प्रगति वाले जिलो के उपमुख्य चिकित्सा  एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण एवं खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों से विस्तार से कारणों की समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दियें। जिला स्तर से प्रमुख चिकित्सा अधिकारी आर.के.राजकीय जिला चिकित्सालय डॉ नरेन्द्र पालीवाल, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डॉ राजकुमार खोलिया, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे.पी.बूनकर   डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, डॉ अनुराग शर्मा, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ मीठालाल मीणा, डॉ कमलेश मीणा, डॉ शेलेन्द्र सिंह,  जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री आशीष दाधीच, जिला आशा समन्वयक हरिशंकर शर्मा, जिला आईईसी समन्वयक दिलीप श्रीमाली उपस्थित थें। 

Tuesday, 8 May 2018





संवेदनशीलता के साथ गरीबों को योजनाओं का लाभ दिलायें - डॉ पंकज गौड़ सीएमएचओं 
भीम खंड में दिन भर हुई गांव वार स्वास्थ्य कार्यक्रमो व योजनाओं की समीक्षा

राजसमंद, 8 मई। राज श्री योजना बेटीयों के स्वास्थ्य एवं शिक्षा में प्रोत्साहन एवं संबल के लियें राज्य सरकार द्वारा संचालित योजना है। जिसमें बेटी जन्म पर 6 किश्तों में कुल 50 हजार की राशि दी जा रही है। पहली किश्त बेटी जन्म के तुरंत बाद तथा बेटीयों के एक पहली वर्षगांठ पर टीकाकरण पूर्ण होने पर दी जा रही है। लेकिन गांव स्तर पर दस्तावेजो  के संकलन एवं भामाशाह आई.डी में आ रहीं समस्याओं के कारण लाभार्थीयों का भुगतान नहीं अटकना चाहियें। गरीबों के प्रति सहानुभुति और संवेदनशीलता के साथ कार्य करंेगे तो समस्या नहीं आयेंगी। यह निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने भीम सीएचसी स्थित ब्लॉक सभागार में उपस्वास्थ्य केन्द्रो पर कार्यरत एएनएन, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं चिकित्सा संस्थानो पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारीयों को दियें। 
उन्होंने कहा की भामाशाह आई.डी अपडेशन का कार्य ग्राम पंचायत स्थित अटल सेवा में हो रहा है अतः तत्काल लाभार्थीयों के आवश्यक दस्तावेज वहां उपलब्ध करवायें साथ ही टीकाकरण के कारण कोई भी लाभार्थी प्रोत्साहन राशि से वंचित नहीं रहना चाहियें।  
उन्होंने राज श्री योजना एवं जननी सुरक्षा योजना के तहत लंबित भुगतान का गांव वार लाभार्थी वार एएनएम एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता से वस्तु स्थिती की जानकारी ली तथा भुगतान को तुरंत करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंने गांव में मातृ मृत्यु ,शिशु मृत्यु, गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, टीकाकरण, परिवार कल्याण सहित सभी तरह की योजनाओं से सम्बन्धित डेटा समय पर ऑनलाईन  फिड करवाने के लियें निर्देशित किया जिससें योजनाओं की प्रगति का वास्तविक आंकलन हो पायें। उन्होंने कहा की जिन गर्भवती महिलाओं के भामाशाह आई.डी नहीं है उनका न्याय आपके द्वार अभियान के तहत भामाशाह आई.डी बनवाना सुनिश्चित करें जिससें बाद में प्रोत्साहन राशि के भुगतान में किसी तरह की समस्या नहीं हो। 
उन्होंने कहा की कोई भी उपस्वास्थ्य केन्द्र पानी और बिजली के बिना नहीं होना चाहियें जहां विद्युत की व्यवस्था नहंीं है वहां सौलर लाईट की व्यवस्था करें।
उन्होंने खंड में भवन रहित उपस्वास्थ्य केन्द्र सारोठ, राजौर के प्रस्ताव भिजवाने के लियंे निर्देशित तथा पुराने जर्जर ठीकरवास उपस्वास्थ्य केन्द्र के नवीन भवन निर्माण हेतु भी प्रस्ताव भिजवाने के लियें निर्देशित किया जिससे निमार्ण का कार्य नाबार्ड के माध्यम से करवाया जा सकें। 
बैठक में गांव स्तर पर आयोजित कियें जा रहें न्याय आपके द्वारा अभियान के साथ ही विभाग द्वारा मेरा गांव - स्वस्थ गांव अभियान के तहत गांव में एन्टी लार्वा गतिविधियों के साथ ही तम्बाकू रोकथाम एवं क्षय निवारण, मौसमी बिमारीयों की रोकथाम के लियें की जाने वाले सर्वे के बारें में विस्तार से जानकारी दी तथा गांव में किसी भी तरह के एपिडेमिक होने पर तुंरत सैक्टर प्रभारी को इसकी जानकारी देने के लियें निर्देशित किया। साथ ही गांव में गंभीर मरीजो को भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना की जानकारी देकर लाभान्वित करने के लियें कहा जिससें कोई भी पात्र परिवार रूपयों के अभाव में ईलाज से वंचित नहीं रहें। 
बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य से संबंधित सभी कार्यक्रमों एवं योजनाओं में प्रगति की वस्तुस्थिी को जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री आशीष दाधीच ने रखा तथा गर्भवती महिलाओं के पंजीयन, गर्भवती महिला को मिलने वाली प्रसव पूर्व सेवाओं, सम्पूर्ण टीकाकरण, संस्थागत प्रसव की प्रगति के बारें में गांव वार विस्तार से चर्चा की। 

Monday, 7 May 2018



कुम्भलगढ़ ब्लॉक में विभागिय प्रगति की हुई समीक्षा
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी ने दियें निर्देश 

राजसमंद, 7 मई। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र केलवाड़ा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत संचालित राष्ट्रीय कार्यक्रमों सम्पूर्ण टीकाकरण, परिवार कल्याण कार्यक्रम के साथ ही गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, संस्थागत प्रसव, ब्लॉक में मातृ एवं शिशु मृत्यु की रिपोर्टींग की वस्तुस्थिती तथा कारणों के बारें में विस्तार से जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा द्वारा समीक्षा की गई। 
बैठक में राज श्री एवं जेएसवाई योजना के लाभान्वितों को तुरंत भुगतान करने के लियें एएनएम को गांव में लाभार्थीयों से संपर्क कर दस्तावेज लेने एवं ऑनलाईन करवाने के लियें निर्देशित किया गया।
खंड के दूरस्थ ग्रामीण ईलाको में पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशीप पर संचालित चिकित्सा संस्थाओं पर कार्यरत स्टॉफ को पूनः प्रशिक्षित करने के लियें निर्देशित किया गया। जिससें आमजन को गुणवत्तायुक्त चिकित्सा सेवायें उपलब्ध हो सकें। 
 गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा के बारें में दी जानकारी...............
समीक्षा बैठक में गांव स्तर पर कार्यरत सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा के बारें में जानकारी दी गई जिसमें बताया गया की अंतरा इंजेक्शन की आपुर्ति सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रो तक कर दी गई है, तथा सभी स्वास्थ्य केन्द्रो पर चिकित्सा अधिकारीयों एवं नर्सिंग कार्मिको को प्रशिक्षण दे दिया है। एक बार इंजेक्शन लगवाने के बाद 90 दिन यानी 3 माह तक गर्भधारण से सुरक्षा हो जाती है। अंतरा इंजेक्शन का प्रजनन क्षमता पर किसी प्रकार का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ता है । अंतरा महिलाओं के लियें दो बच्चों  में अंतराल रखने का बहुत अच्छा साधन है तथा धात्री महिलाओं के लियें प्रभावी एवं सुरक्षित गर्भ निरोधक साधन है। अंतरा का उपयोग महिला तब तक कर सकती है  जब तक उसे गर्भ ठहरने से सुरक्षा की जरूरत हो।  
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा एवं खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी ने सभी स्वास्थ्य कार्मिको को योग्य दम्पत्तियों को अंतरा के लाभ बताते हुयें प्रेरीत करने के लियें निर्देशित किया । 
बैठक में जिला नोडल अधिकारी मूल्यांकन श्री विनित दवे ने ब्लॉक के विभिन्न स्वास्थ्य सूचकांको लेकर रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा विभिन्न ऑनलाईन सॉफ्टवेयर में प्रगति की वस्तुस्थिती को रखा जिस पर गांव वार स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से एक - एक विषय पर विस्तार से चर्चा कर आवश्यक निर्देश दियें गयें। 
बैठक में खंड के सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, एएनएम, खंड कार्यक्रम प्रबंधक एवं विभागिय कार्मिक उपस्थित थें।   





देवीलाल को कैंसर के काल से बचा लाई भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना 

गरीब मजदूर का हुआ कैशलेस ऑपरेशन 

राजसमंद, 7 मई । चित्तोड़ शहर के बंूदी रोड़ पर रहने वाला देवीलाल मार्बल फेक्ट्री में मजदूरी करता है और अपने वृद्ध माता -पिता के साथ अपनी पत्नी और तीन संतानो के साथ हंसी खुशी जीवन यापन कर रहा था कि अचानक उसके मुंह में दर्द के साथ ही आवाज में बदलाव आना शुरू हुआ। दंत चिकित्सक ने कैंसर संदिग्ध मानते हुयंे बायोप्सी जांच के लियें नमुना लिया और जांच पॉजिटीव आई फिर क्या था। 
इस भयावह बिमारी का नाम सुनते ही 40 वर्षीय देवीलाल तो सुन्न रहा गया और अन्दर ही अन्दर ही सोचने लगा की अभी तो बच्चें भी पढ रहें है और जो कूछ भी दिहाड़ी मजदूरी से मिलता है वह तो परिवार को पालने में ही खर्च हो जाता है। ऐसे में वह ईलाज के लियें कैसे रूपयें जुटायेगा, और ईलाज के लियें लाखो रूपयें कौन उसे उधार देगा। 
इसी उधेड़बून में देवीलाल को मार्बल प्रसंस्करण फैक्ट्री में ही अपने साथी से जानकारी मिली की राज्य सरकार द्वारा गरीबों के लियें  भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना संचालित की जा रही है जिसके तहत के तहत मुफ्त में ईलाज किया जा रहा है। 
 ईलाज के लियें कैंसर सर्जन डॉ देवेन्द्र जैन से मिला जिन्होंने बताया की अभी कैंसर प्रथम स्टेज का ही है वह ऑपरेशन के बाद सही हो जायेगा। डॉ देवेन्द्र उसें योजना की जानकारी देते हुयें अनन्ता हॉस्पीटल में पुरा ऑपरेशन और ईलाज निःशुल्क मिलने की जानकारी दी। 
देवीलाल तुरंत ही घर पहुुंचा और भामाशाह कार्ड व आवश्यक दस्तावेज लेकर देलवाड़ा स्थित अनन्ता हॉस्पीटल पहुंचा जहां उसकी डॉ देवेन्द्र जैन ने सफल ऑन्को सर्जरी की अब देवीलाल स्वस्थ है। 

देवीलाल ने की राज और योजना की तारीफ.......
देवीलाल ने कहा की वह कभी तम्बाकू पदार्थो का भी ईस्तेमाल नहीं करता फिर ऐसी बिमारी के बारें में सोचा तक नहीं था। घर परिवार में एकमात्र में ही कमाने वाला हूं और यदी मेरे कूछ हो जाता तो पूरा परिवार खानाबदोश हो जाता। अचानक इस गंभीर बिमारी का नाम सून वह तो रो पड़ा था। 
उपरवाले को भी खुब कोसा लेकिन कहते है की अंत भला तो सब भला। ईलाज हो जाने के बाद मुझे तो लगा की सरकार ने यह योजना मेरे लियें ही चलाई है। वह कहता नहीं थकता की सरकार ने मुझे ही नहीं मेरे परिवार को एक नया जीवन दे दिया है। 



गर्भवती महिलाओं की हाईपोथायरायड की जांच के साथ उपचार भी होगा मुफ्त    
मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य बेहतरी के लियें एक बड़ा कदम 

राजसमंद, 7 मई। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के सुदृढीकरण हेतु अब गर्भवती महिलायें हाईपोथायराडिज्म से ग्रस्त होने पर उनकी निःशुल्क जांच कर उपचार किया जायेगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने  दी। 
डॉ गौड़ ने बताया की गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिला में अनेक प्रकार की जटिलताऐं उपत्पन्न होने की सम्भावना रहती है। ंइन जटिलताओं में हाइपोथायराडिज्म एक प्रमुख कारण है जिससे ग्रसित होने पर गर्भवती महिला तथा गर्भस्थ शिशु में अनेक प्रकार के दुष्परिणाम का खतरा बना रहता है। 
उन्होंने बताया की आर.के.राजकीय जिला चिकित्सालय एवं सामान्य चिकित्सालय नाथद्वारा पर हाइपोथायरायडिज्म हेतु टी3, टी4 व टीएसएच की जांचे उपलब्ध है साथ ही उपचार हेतु उपयोग में आने वाली दवायें भी जिला व सामान्य चिकित्सालय में उपलब्ध करवायी गई है। 
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की गर्भवती महिलाओं में  हाईपोथायरायडिज्म के कारण अनियमित दिल की धड़कन, घबराहट, चिड़चिड़ेपन के साथ ही कई शारिरीक  और मानसिक समस्यायें हो सकती है, समस्या अधिक होने तथा समय पर उपचार नहीं मिलने पर गर्भपात तक हो जाता है। गर्भावस्था में हाइपोथायरायडिज्म के कारण होने वाले शिशु के शारिरीक  और मानसिक स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ता है। इसलियें गर्भवती महिलाओं को प्रसव पुर्व जांच के दौरान लक्षणों के आधार पर हाईपोथायरायडिज्म की निःशुल्क जांच व उपचार उपलब्ध होने से मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य दोनो ही दृष्टी से अच्छा होगा।  
जिला स्तर से सभी राजकीय चिकित्सा संस्थान के चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को निर्देशित किया गया है की वे प्रति माह 9 तारिख को चिकित्सा संस्थानो पर आयोजित होने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान तथा सुरक्षित मातृत्व  दिवस के दौरान गर्भवती महिलाओं में हाइपोथायराडिज्म के लक्षण पायें जाने पर जिला एवं सामान्य अस्पताल में रेफर करें एवं आवश्यक जांच तथा उपचार सुनिश्चित करते हुयें फॅालोअप भी करें।