योग्य दम्पत्तियों को परिवार कल्याण की सेवायें उपलब्ध करावें - श्री नवीन जैन मिशन निदेशक
पुरूष नसबंदी वार तथा अंतरा के बारें में योेग्य दम्पत्तियों को बतायें
राजसमंद, 14 मई। परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी, आईयूसीडी, पीपीआईयूसीडी, अंतरा इंजेक्शन की समीक्षा सैक्टर, ब्लॉक व जिला स्तर पर नियमित होनी चाहियें। जिससें योग्य दम्पत्तियों को सुविधानुसार परिवार कल्याण के साधन मिल सकें। यह निर्देश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक श्री नवीन जैन ने विडियों कॉन्फ्रेन्स के माध्यम से सभी जिला स्तरीय एवं खंड स्तरीय चिकित्सा अधिकारीयों एवं अन्य सम्बन्धित कार्मिको को दियें।
उन्होंने कहा की जिला, ब्लॉक व सैक्टर स्तर पर परिवार कल्याण कार्यक्रम की नियमित समीक्षा नहीं होने तथा आशा व एएनएम को परिवार कल्याण कार्यक्रम के योग्य दम्पत्तियों के प्रेरीत नहीं करने के कारण वांछीत परिणाम नहीं मिल पा रहें है। यह कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण है इसलियें सभी चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता एवं कर्मचारी गंभीरता के साथ कार्य करें।
तीसरा बूधवार पुरूष नसबंदी वार को उत्सव की तरह आयोजित करें.................................
उन्होंने चिकित्सा अधिकारीयों एवं विभागिय कार्मिको से कहा की तीसरा बूधवार पुरूष नसबंदी वार को उत्सव की तरह आयोजित करें। आशा, एएनएम तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी देने के साथ ही उन्हें परिवार कल्याण कार्यक्रम में पुरूषो की सहभागिता बढानें के लियें अधिकाधिक संख्या में प्रेरीत करने के लियें निर्देशित करें।
अंतरा के लाभ बतायें.....................
मिशन निदेशक ने कहा गर्भनिरोधक साधन अंतरा के लाभ चिकित्सा संस्थानो पर आने वाले योग्य दम्पत्तियों तथा गांव स्तर पर आशा एवं एएनएम के माध्यम से बतायें। यह साधन योग्य दम्पत्तियों के लियें काफी उपयोगी है लेकिन इसके बारें में हमारी आशा एवं एएनएम को जानकारी देनी होगी। अंतरा इन्जेक्शन तीन माह के लियें महिलाओं में गर्भधारण से बचाव करता है। अंतरा इंजेक्शन पीएचसी स्तर तक उपलब्ध करावा दियें गयें है। जिला एवं खंड स्तर से लगातार मोनिटरींग की आवश्यकता है।
नियत सेवा दिवस को सुनियोजित तरीके से आयोजित करे ...................
इसके लियें समय समय पर आशा व एएनएम की बैठक लेवे तथा चिकित्सा संस्थान पर आयोजित होने वाले नियत सेवा दिवस की जानकारी देवे जिससे वे योग्य दम्पत्तियों से चर्चा कर परिवार कल्याण के तहत मिलने वाली सेवाओं को लेकर प्रेरीत कर सकें। उन्होंने कहा की संबंधित खंड व जिला स्तर पर यह जानकारी पुर्व में ही होनी चाहियें की नियत सेवा दिवस पर आशा व एएनएम ने कितने लाभार्थीयों को प्ररीत किया है तथा कितने सेवा लेने पंहुच रहें है।
विडियों कॉन्फ्रेन्स में उन्होंने कम प्रगति वाले जिलो के उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण एवं खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों से विस्तार से कारणों की समीक्षा की तथा आवश्यक निर्देश दियें। जिला स्तर से प्रमुख चिकित्सा अधिकारी आर.के.राजकीय जिला चिकित्सालय डॉ नरेन्द्र पालीवाल, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर, उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डॉ राजकुमार खोलिया, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे.पी.बूनकर डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, डॉ अनुराग शर्मा, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ मीठालाल मीणा, डॉ कमलेश मीणा, डॉ शेलेन्द्र सिंह, जिला कार्यक्रम प्रबंधक श्री आशीष दाधीच, जिला आशा समन्वयक हरिशंकर शर्मा, जिला आईईसी समन्वयक दिलीप श्रीमाली उपस्थित थें।