Tuesday, 27 February 2018





मां और बच्चें के लियें वरदान साबित होगा पहला कदम कार्यक्रम - श्री पी.सी बेरवाल जिला कलक्टर 
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न 
राजसमंद , 27 फरवरी । महिला के गर्भवती होने से लेकर प्रसव के बाद तक सतत संपर्क एवं सलाह एवं मोनिटरींग के लियें जिलें में संचालित पहला कदम कार्यक्रम मां और बच्चें के लियें वरदान साबित होगा। ये विचार जिला कलक्टर श्री पी.सी बेरवाल ने जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में ब्लॉक रेलमगरा एवं देवगढ़ में कार्यक्रम के लागू करने के बाद गर्भवती महिलाओं के पंजीयन एवं गर्भवती महिलाओं को दी जा रहीे सेवाओं में आये सकारात्मक परिणामों को लेकर कहें। 
      उन्होंने सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को एएनएम एवं आशा से सतत संपर्क रखतें हुयें पहला कदम कार्यक्रम की  जानकारी देने तथा सपोर्टीव सुपरविजन के लियें निर्देशित किया। उन्होंने कहा की ये कोई शॉर्ट टर्म कार्ययोजना नहीं है बल्की इसके परिणाम भविष्य में मिलेंगे जो सुनिश्चित और सकारात्मक होंगे। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की पहला कदम कार्यक्रम के तहत सभी गर्भवती महिलाओं को गुणवत्ता पूर्ण प्रसव पूर्व सेवायें प्रदान करने एवं शत प्रतिशत पंजीयन करने हेतु दिनांक 14 मार्च 2018 को प्रातः 9 बजे से जिले की सभी पीएचसी, सीएचसी, सामान्य एवं जिला चिकित्सालयों में शिविर आयोजित कियें जायेंगे। 
उन्होंने चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को कार्यक्रम की सफलता हेतु सभी एएनएम एवं आशा को पूर्व में सूचित करने एवं अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं लाभान्वित करने हेतु निर्देशित किया।
उन्होंने कहा की 14 मार्च को सभी चिकित्सा संस्थानो पर समस्त गर्भवती महिलाओं का प्रसव पूर्व पंजीयन, गर्भवती महिलाओं का ब्लड प्रेशर, खून, यूरीन सहित विभिन्न जांचे निःशुल्क की जायेगी। गर्भवती महिलाओं को आईरन, कैल्सीयम की गोलियों का वितरण किया जायेगा। उन गर्भवती महिलाओं जिनके बैक खाता नहीं है उनको बैंक खाता खुलवाने एवं जिनके भामाशाह कार्ड नहीं है उनको भामाशाह कार्ड बनवाकर प्राप्त करने हेतु सहायता की जायेगी। 
जिला कलक्टर श्री पी.सी बेरवाल ने पीएचसी एवं सीएचसी स्तर पर कार्यरत चिकित्सा अधिकारीयों को निर्देशित किया की प्रत्येक माह आयोजित होने वाली सैक्टर बैठक आशा दिवस जिसमंे एएनएम, आशा उपस्थित होती है उपस्वास्थ्य केन्द्र एवं गांव वार प्रत्येक कार्यक्रम एवं योजना के रिपोर्ट की समीक्षा करें । जिससें आशा, एएनएम अधिक जिम्मेदारी के साथ कार्य करेगी और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित हो सकेगी। 
उन्होंने कहा की पीएचसी एवं सीएचसी स्तर पर कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटरर्स को कार्य प्रबंधन के तहत सही तरीके से उपयोग करें जिससें विभागीय ऑनलाईन पोर्टल में क्षैत्र में दी जा रही सेवाओ की रिपोर्ट को समय पर फिड हो सके और कार्यक्रमों एवं योजनाओं की वस्तुस्थिती एंव प्रगति को सुनिश्चित किया जा सकें। 
बैठक में भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत चिकित्सा संस्थानों पर कार्यरत स्वास्थ्य मार्गदर्शको को जिला कलक्टर श्री पी.सी बेरवाल ने संस्थान में आ रहें मरीजों से संपर्क कर योजना में अधिक से अधिक लाभार्थियों को लाभान्वित करने के लियें निर्देशित किया। 
इससे पहले उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने मौसमी बिमारीयों, गैर संचारी रोगो की जिलें में वस्तुस्थिती से अवगत कराया तथा परिवार कल्याण कार्यक्रम के चिकित्सा अधिकारी प्रभारीयों को एएनएम एवं आशा के माध्यम से लाभार्थियांे से संपर्क करने के लियें निर्देशित किया। 
जिला नोडल अधिकारी मोनिटरींग एवोल्यूशन विनित दवे ने विभागीय कार्यक्रमों एवं योजनाओं की प्रगति को प्रजेन्टेशन के माध्यम से बैठक में सभी को अवगत कराया। 
बैठक में प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ सी.एल. डूंगरवाल, डॉ बी.पी जैन, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे.पी. बूनकर, डॉ अनुराग शर्मा, डॉ प्रहलाद सिंह सोलंकी, डॉ कमलेश मीणा,  डॉ राजेन्द्र प्रसाद, डॉ मीठालाल मीणा सहित सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थें। 

Wednesday, 21 February 2018



प्रसव के बाद अत्यधिक रक्त स्त्राव की रोकथाम के लियें अब मीजोप्रोस्टॉल गोली
पूरी तरह समझाकर, सावधानी के साथ देवे गोलियां - डॉ सुरेश मीणा आरसीएचओं
राजसमंद, 21 फरवरी। देश एवं प्रदेश में होने वाली कुल मातृ मृत्यु की 40 प्रतिशत मृत्यु प्रसव के बाद अत्यधिक रक्त स्त्राव के कारण होती है। इसलियें मातृ मृत्यु को रोकने के लियें मीजोप्रोस्टॉल गोली का वितरण आशा द्वारा किया जायेगा। यह जानकारी जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने केलवाड़ा सीएचसी पर आयोजित एएनएम एवं आशाओं को इस संबंध में आयोजित कियें गयें प्रशिक्षण में दियें। 
उन्होंने बताया की यह कार्यक्रम जिलें में केवल कुम्भलगढ ब्लॉक के तीन सैक्टर मझेरा, रीछेड़ व केलवाड़ा में चयनित 14 गांवो में संचालित किया जायेगा जो सुदूर, अतिदुर्गम है जिसके कारण घर पर प्रसव होते है। 
आरसीएचओं डॉ सुरेश मीणा ने प्रशिक्षण में बताया की आशा एवं एएनएम को भरसक यह प्रयास करना चाहियें की प्रत्येक गर्भवती महिला का प्रसव चिकित्सा संस्थान पर ही हो फिर भी ऐसी परिस्थितियों में जहां महिला प्रसव के समय स्वास्थ्य केन्द्र पर नहीं पहुंच पाती है और प्रसव घर पर होना निश्चित है ऐसे में प्रसव पश्चात अत्यधिक रक्त स्वात्र से बचाव के लियें मीजोप्रोस्टॉल तीन गोली के एक पैकिट का वितरण गर्भावस्था के आठवें माह में करना है। 
उन्होंने प्रशिक्षण के दौरान बताया की घर पर प्रसव होने पर शिशु जन्म के तुरंत बाद और यदि प्रसव और शिशु जन्म रास्ते में हो जायें ऐसी परिस्थिती में यह तीनो गोलियां , एक बार में पानी के साथ शिशु जन्म के तुरंत बाद और आंवल निकलने से पहले गर्भवती महिला को लेनी होगी। गोली लेने से पहले यह सुनिश्चित करना है की गर्भ में दूसरा बच्चा नहीं है। 
मुख्य प्रशिक्षक डॉ कमलकांत शर्मा ने बताया की मीजोप्रोस्टॉल गोली को गर्भावस्था के दौरान, बच्चा होने से पहले नहीं लेना है। गोली को गर्भावस्था के दौरान और बच्चा होने से पहले लेने पर मां और बच्चे की जान खतरे में पड़ सकती है। आशा को यह सुनिश्चित करना होगा की गर्भवती महिला के साथ ही घर के अन्य सदस्यों को गोलियों के उपयोग के बारें मंे विस्तार से जानकारी देवे तथा गोली को घर पर सुरक्षित सूखे स्थान पर नमी, गर्मी और बच्चो से दूर रखने के लियें कहें। साथ ही ऐसी गर्भवती महिलाओं जिनके गर्भ में जुड़वा बच्चा हो, पहले ऑपरेशन से बच्चा हुआ हो, बच्चेदानी का कोई ऑपरेशन, बच्चा उल्टा या आड़ा हो, खुन की कमी एनिमिया हो, दिल की बिमारी हो या उक्त रक्तचाप हो को ये गोली का पैकिट नही देना है।
उन्होंने बताया की इन गोलियों के कोई बड़े दूष्प्रभाव नहीं है। कुछ सामान्य दुष्प्रभाव होते है बुखार, मितली, उल्टी, पेट के उपरी हिस्से में दर्द जो कुछ घंटो में समाप्त हो जाते है। प्रशिक्षण में खंड कार्यक्रम प्रबंधक सुरेश सैनी ,संबंधित क्षैत्र की एएनएम, आशा उपस्थित थी। 

Tuesday, 20 February 2018




बेटी मायावती को दिल के छेद की निःशुल्क सर्जरी से मिला नव जीवन 
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम मायावती के लियें देवदूत बनकर आया


राजसमंद, 19 फरवरी।  बेटी मायावती के जन्म से ही दिल में छेद होने के कारण बचपन से ही वह सामान्य बच्चों की तरह ना तो खाना पी पा रही थी, बिना किसी कारण थकावट और सांस फूलने की समस्या आम हो गई थी। मायावती की मॉं राधा  भी जन्म के साथ ही दूनिया छोड़ गई । पिता भंवर ने मायावती को नेड़ी गांव मे रह रहें नाना - नानी के घर छोड़ दिया और दूसरी शादी कर ली।
बिमारी के ईलाज के लियें मामा रमेश मायावती को ब्यावर में एक निजी हॉस्पीटल में लेकर गया जहां ऑपरेशन का खर्च सुन कर मजदूरी कर घर गुजारा चलाने वाले मामा अपनी आर्थिक स्थिती की बेबसी आगे रो पडे़। नाना - नानी और मामा हरदम यही दूआ करते की कैसे भी उनकी परिवार की लाडली मायावती का ईलाज हो जायें।
ऐसी हद्य विदारक स्थिती में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचालित मोबाईल हैल्थ टीम प्राथमिक विद्यालय नेड़ी में पहूंची और बच्चों की हैल्थ स्क्रिनिंग के दौरान डॉ जितेन्द्र सिंह रावत ने दिल की धड़कनों में असामान्य महसूस की और पूछताछ की तो मामा रमेश ने सारी बात एक सांस में कह दी। 
डॉ जितेन्द्र ने कार्यक्रम की जानकारी दी और कहा की मायावती के दिल का ऑपरेशन पूरी तरह निःशुल्क निजी अच्छे चिकित्सा संस्थान में होगा। 
अभी हाल ही में मायावती के दिल के छेद की निःशुल्क सफल सर्जरी कार्डियोलोजिस्ट डॉ रमेश पटेल के नेतृत्व में उदयपुर स्थित गीतांजली हॉस्पीटल में हो गई, मायावती अब पूरी तरह स्वस्थ है। मामा रमेश सिंह ने बताया की सरकार की यह योजना देवदूत की तरह है जिसने बेटी मायावती के जीवन को फिर से उनकी झोली में डाल पूरें परिवार में खुशियों की बहार ला दी है। 


Friday, 16 February 2018


एएनएम एवं आशा तक नई वैक्सीन की जानकारी को साझा करें - सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़
पीसीवी को लेकर जिला स्तरीय कार्यशाला सम्पन्न

राजसमंद, 16 फरवरी। निमोकोकल कॉन्जुगेटेड वैक्सीन पीसीवी प्रदेश के नौ जिलों में नियमित टीकाकरण सारणी में शामिल किया जा रहा है जिसमें राजसमंद जिला भी शामिल है। यह टीका निमोनिया, दिमागी बूखार, खुन के इन्सफेक्शन, कान के इन्फेक्शन एवं बैक्टीरीया से बचाव करेगा। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने पीसीवी वैक्सीन के संबंध में जिला स्तरीय कार्यशाला को संबोधित करते हुयें दी। 
उन्होंने कहा की खंड स्तर पर सभी चिकित्सा अधिकारीयों का नवीन टीके को लेकर आमुखीकरण प्रशिक्षण समय पर आयोजित करें जिससें अप्रेल माह में पीसीवी की शुरूआत की जा सकें। अप्रेल माह से यह टीका सरकारी चिकित्सा संस्थानों तथा टीकाकरण सत्र स्थलों पर निःशुल्क लगाया जायेगा। 
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की यह वैक्सीन पूर्व में 141 देशो के राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम मंे शामिल है। इस वैक्सीन के इस्तेमाल से उन देशो के बच्चों में न्यूमोनिया बिमारी और बाल मृत्युदर में काफी कमी आई है। प्राईवेट डॉक्टरर्स द्वारा यह वैक्सीन उपयोग में ली जा रही है। प्राईवेट में इस वैक्सीन को बच्चे को लगाने का खर्च जहां 3 से 4 हजार रूपयें होता है वही यह मंहगी वैक्सीन अब टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने से बच्चों को निःशुल्क उपलब्ध होगी। 
कार्यशाला में विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ आरती सिंह, डॉ राजेश, डॉ मुदीत के साथ ही प्रशिक्षक डॉ कमल कांत शर्मा , डॉ विकास पुरूषोत्तम ने टीके के भण्डारण से लेकर लगाने के बारें विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला मंे बताया गया की यह टीका बच्चों को 6 सप्ताह, 14 सप्ताह तथा 9 माह पर लगाया जायेगा तथा यह काफी सुरक्षित है।
कार्यशाला में जिला आईईसी समन्वयक दिलीप श्रीमाली ने पीसीवी के शुरूआत से पहलें जिलें में प्रचार प्रसार की कार्ययोजना पर चर्चा करने के साथ एवं आमजन को इस टीके के लाभ बताने के उदे्श्य से गांव स्तर पर की जाने वाली गतिविधियों की बारे में जानकारी दी।
कार्यशाला में उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर, खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे.पी बूनकर, डॉ प्रहलाद सिंह सोंलकी, डॉ राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, डॉ मीठालाल मीणा एवं चिकित्सा अधिकारी प्रभारी उपस्थित थें। 

Thursday, 15 February 2018


स्वास्थ्य कार्मिक प्रशिक्षण के बाद सुलझायेंगे किशोरो की गुत्थियां 
किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत आज होगा प्रशिक्षण का समापन

राजसमंद, 15 फरवरी।  राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर 5 दिवसीय एएनएम, एलएचवी का प्रशिक्षण तुलसी साधना शिखर पर आयोजित हो रहा है। प्रशिक्षण में किशोरावस्था में होने वालें शारीरिक परिवर्तन एवं मनोस्थिती को लेकर विस्तार से जानकारी दी जा रही है। जिससें चिकित्सा संस्थानों पर कार्यरत स्वास्थ्य कार्मिक वहां आने वाले किशोरो की स्वास्थ्य समस्याओं से परिचित हो सके तथा उनका समस्याओं को निदान कर सकें। यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने दी। 
उन्होंने बताया की जिलें में किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत जिलें के चयनित 26 चिकित्सा संस्थानों पर उजाला क्लिनिक का संचालन किया जा रहा है। जहां किशोरो को स्वास्थ्य परामर्श एवं चिकित्सा संेवायें उपलब्ध करवायी जा रही है। जिलें में चयनित गांवो में किशोर स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जा रहा है। 
किशोरोन्मुखी सेवाओं को प्रदान करने के लियें स्वास्थ्य कार्मिको को किशोर व्यवहार, किशोर लड़के- लड़कियों में यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं, किशोरों की पौष्टिक जरूरते और अनीमिया, किशोरियों में गर्भधारण और असुरक्षित गर्भपात, किशोरों के लिए गर्भनिरोधक, किशोरों में चोट, उग्रता और हिंसा, किशोरों का मानसिक स्वास्थ्य, गैर संक्रमणीय रोगों  के बारें में विस्तार से जानकारी देकर प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद ये स्वास्थ्य कार्मिक किशोरों की समस्याओं को सुलझायेंगे। 
प्रशिक्षण में राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त चिकित्सा अधिकारी एवं कार्मिक प्रशिक्षण प्रदान कर रहें है। 

Friday, 9 February 2018


उत्साह के साथ मनाया गया प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान
अभियान के तहत अब तक 27 हजार 256 गर्भवती महिलायें हुई लाभान्वित 

राजसमंद , 9 फरवरी। जिलें के सभी राजकीय अस्पतालों में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान मनाया गया जिसमंे गांव - ढाणी की गर्भवती महिलाओं ने बड़ी संख्या मंे पहुंच प्रसव पुर्व जांच करवायी। जिलें में सरकारी चिकित्सकों के साथ ही विशेषज्ञ निजी चिकित्सकों ने भी सम्बन्धित चिकित्सा संस्थानों पर जाकर अभियान में अपनी सेवायें दी। 
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने बताया की जिलें में अब तक 14 प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान सफलता पूर्वक आयोजित कियें गयें जिसमें अब तक 25 हजार 256 गर्भवती महिलायें लाभान्वित हुई है। आज आयोजित कियें गयें प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में 2173 गर्भवती महिलायें लाभान्वित हुई है।   
उन्होंने बताया की अभियान में उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिलाओं का समय पर चिन्हीकरण एवं प्रसव का प्रबंधन में काफी सहायता मिल रही है। अभियान के तहत अब तक उच्च जोखिम वाली 2 हजार 79 गर्भवती महिलाओं का चिन्हीकरण किया गया है । 
अभियान के तहत गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच के तहत एचआईवी ,सिफलिस, ब्लड, यूरीन, ब्लड प्रेशर, बच्चे के हद्य स्पंदन की जांच के साथ ही प्रसव पूर्व इतिहास की जानकारी ली जा रही है। गर्भवती महिलाओं के लियें आवश्यक आईएफए की गोलियां, टीटी के इन्जेक्शन, कैल्शियम की गोली तथा हीमोग्लोबीन कम होने पर आईवी आयरन सुक्रोज निःशुल्क दिया जा रहा है। 
जिला प्रजनन एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेश मीणा ने बताया की अभियान की सफलता मे आशा सहयोगिनी महत्वपूर्ण भुमिका का निर्वहन कर रही है तथा आशा अपने गांव - ढाणीयों से गर्भवती महिलाओं को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाने के लियें प्रेरीत कर रही है। 

Thursday, 8 February 2018



जिला कलक्टर ने बच्चों को गोली खिलाकर किया कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ 
स्कूलो, आंगनबाड़ीयों में उत्सवी माहौल के साथ लाखों बच्चों ने गोली खाकर पाई कृमियों से मुक्ति 
राजसमंद, 8 फरवरी। जिला कलक्टर श्री पी.सी बेरवाल ने किशोर नगर मण्डा स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को दवा खिलाकर जिलें में कृमि मुक्ति दिवस का शुभारंभ किया। जिला कलक्टर ने सभी बच्चों को व्यक्तिगत स्वच्छता के साथ ही अपने आस - पास भी साफ - सफाई रखने के लियें आव्हान किया जिससें बिमारीयां नहीं हो स्वस्थ रह सकें। 
शुभारंभ अवसर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने राष्ट्रीय कृमि दिवस के महत्व के बारें में जानकारी देते हुयें बताया की बच्चों में कृमि संक्रमण से कुपोषण और खुन की कमी होती है, संपूर्ण शारीरिक और मानसिक विकास नहीं होता है। 
सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने बताया की जिलें के सभी स्कूलों, आंगनबाड़ी केन्द्रो एवं मदरसों में बच्चों को कृमि मुक्ति हेतु एल्बेंडाजॉल टेबलेट खिलाई जा रही है। पूरें जिले में 3 लाख 79 हजार बच्चें दवा खाकर कृमि से मुक्त होंगे। 
इससे पूर्व जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने जिला कलक्टर श्री पी.सी बेरवाल, सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ एवं डिप्टी सीएमएचओं डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर का पुष्पगुच्छ दे स्वागत किया। 
कार्यक्रम में जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बच्चों को कृमि रोकथाम हेतु आस - पास सफाई रखने, जुते पहनने, खुले में शौच नही करने, खाने से पहले व शौच जाने के बाद हाथ साबुन से धोने, साफ पानी से सब्जियां धोने, साफ पानी पीने तथा खाने को ढककर रखने के साथ ही नाखुन साफ रखने के लियें कहा। 
डिप्टी सीएमएचओं डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर ने कहा की जो बच्चें किसी कारणवश छूट जाएं, उन्हें 15 फरवरी को दवाई जरूर खिलवाएं। जिला कलक्टर ने बच्चों विद्यालय में बच्चों की कॉपीयां भी देखी तथा बच्चों से सवाल कियें, उन्होंने बच्चों को पढाई पर सतत ध्यान देने के लियें कहा। विद्यालय की और से स्थानीय विद्यालय प्रबंध समिति की और से रविनंदन सिंह चारण ने भी सभी अतिथियों का स्वास्थ्य एवं अभिनन्दन किया।
खमनोर में ब्लॉक स्तरीय शुभारंभ उच्च माध्यमिक विद्यालय गुंजोल में उपखंड अधिकारी निशा अग्रवाल एवं खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जे. पी बूनकर ने बच्चों को दवा खिलाकर किया। भीम के उच्च माध्यमिक विद्यालय में खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ कमलेश मीणा ने बच्चों को दवा खिलाकर ब्लॉक में कार्यक्रम का शुभारंभ किया वहीं रेलमगरा में डॉ धमेन्द्र प्रसाद शर्मा एवं बीईओ महेन्द्र सिंह झाला ने रेलमगरा विद्यालय में बच्चों को कृमि मुक्ति हेतु दवा एल्बेंडाजॉल दवा खिलाकर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।   

Wednesday, 7 February 2018


आज जिलें भर में मनाया जायेगा राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस
उच्च प्राथमिक विद्यालय किशोर नगर मण्डा में होगा जिला स्तरीय शुभारंभ 

राजसमंद, 7 फरवरी। आज 8 फरवरी, गुरूवार को जिलें के सभी राजकीय एवं निजी विद्यालयों , आंगनबाड़ी केन्द्रो एवं मदरसो में 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों को कृमि से छूटकारा दिलानें हेतु एल्बेन्डाजॉल गोली खिलाई जायेगी। जिला स्तर पर कार्यक्रम का शुभारंभ उच्च प्राथमिक विद्यालय किशोर नगर मण्डा में सुबह 10 बजे जिला कलक्टर श्री पी.सी बैरवाल बच्चों को एल्बेन्डाजॉल गोली खिलाकर करेंगे। जिलें भर में लगभग 3 लाख 79 हजार बच्चो को कृमि मुक्ति हेतु दवा खिलाई जायेगी।यह जानकारी मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने दी। 
सीएमएचओं डॉ पंकज गौड़ ने बताया की कृमि संक्रमण के कारण जो पोषक तत्व बच्चों के शरीर के लियें जरूरी होते है उन्हें कृमि खा जाते है जिससें बच्चों में रक्त की कमी, कुपोषण और शरीर की बढ़त रूक जाती है। कृमि के अत्यधिक संक्रमण से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिसके कारण भविष्य में उनकी कार्यक्षमता और औसत आय में कमी आती है। कृमि से बच्चों को मुक्ति दिलाने के लिये बच्चों को एल्बेंडाजॉल गोली खिलाई जा रही है, गोली खिलाकर कृमि मुक्त होना कृमि संक्रमण का सबसे सरल तरीका है। इस दवाई से बच्चों में बहुत कम साईड इफेक्टस होते है व सेहत पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं होता है। 
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा ने बताया की जिलें के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रो राजकीय एवं निजी विद्यालयों में बच्चों को कृमि मुक्ति करने हेतु एल्बेन्डाजॉल गोली पर्याप्त मात्रा में पहुंचा दी गई है। कार्यक्रम के सफल संचालन के लियें प्रत्येक विद्यायल के प्रभारी अध्यापक , आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं आशा सहयोगिनीयों को प्रशिक्षण दिया गया है। बच्चो को गोली को खाली अथवा भरे पेट दी जा सकती है। 
आज 8 फरवरी को जो बच्चे अनुपस्थिती या अन्य कारणो से दवा लेने से वंचित रह जायेंगे उन्हें 15 फरवरी मॉप दिवस के दिन दवा खिलाई जायेगी। आंगनबाड़ी या स्कूल नहीं जाने वाले गैर पंजीकृत बच्चों को दवा देने के लियें आशा सहयोगिनी आंगनबाड़ी केन्द्रो पर ऐसे बच्चों को ले जायेगी तथा उनको भी यह दवा खिलाई जायेगी। 

Monday, 5 February 2018



पूरी कार्ययोजना एवं तैयारी के साथ पीसीवी (न्यूमोकोकल कोन्जूगेटेड वैक्सीन) को टीकाकरण में शामिल करें - श्री नवीन जैन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
जयपुर, 5 फरवरी 2018। संपूर्ण कार्ययोजना ,रणनिती एवं तैयारी के साथ न्यूमोकोकल कोन्जूगेटेड वैक्सीन को टीकाकरण में शामिल करें। जिससें बच्चों को निमोनिया जैसी भयावह बिमारी ना हो और 5 वर्ष तक के बच्चों की मृत्युदर में कमी लाई जा सकें। ये निर्देश स्वास्थ्य सचिव एवं एनएचएम के मिशन निदेशक श्री नवीन जैन ने माह अप्रेल से प्रदेश के 9 जिलों में प्रारम्भ होने वाले न्यूमोककल वैक्सीन के शुरूआत से पूर्व आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के शुरूआत में दियें। 
कार्यशाला में उन्होंने जानकारी दी की भारत सरकार द्वारा प्रदेश के 9 जिलों बाड़मेर, पाली, जालौर , सिरोही, राजसमंद, उदयपुर, डूंगरपुर, प्रतापगढ़ एवं बांसवाड़ा में आगामी माह अप्रेल में न्यूमोकोकल कोन्जूगेटेड वैक्सीन को चरणबद्ध तरीके से आधार पर नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के अन्तर्गत सम्मिलित जा रहा है। इसकें लियें समुदाय को जागरूक करने के साथ -साथ, चिकित्सा अधिकारीयों, एएनएम, आशा को इस वैक्सीन के बारें में प्रशिक्षण देने के कार्ययोजना तैयार करनें के लियें निर्देशित किया। 
इसी के साथ उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में इन 9 जिलों की वस्तुस्थिती की समीक्षा की तथा लाभार्थियों की शतप्रतिशत लाईनलिस्टींग व रिपोर्टींग में आ रही कमीयों को आगामी 10 दिनों में दूर करने के लियें निर्देशित किया। उन्होंनेे पीसीवी के लागू होने से पूर्व आमजन को जागरूक करने के लियें प्रचार प्रसार सामग्री तैयार करनें प्रदर्शित करनें के लियें भी निर्देशित किया। उन्होंने गांव स्तर पर आयोजित होने वाले मातृ शिशु स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस को प्रभावी तरीके से मनायें जाने की आवश्यकता जताई। 
उन्होंने बताया की यह वैक्सीन जहां निजी चिकित्सकों एवं निजी चिकित्सा संस्थानों द्वारा 3 हजार से 4 हजार रूपयों में निमोनिया बिमारी से प्रतिरक्षित करने के लियें बच्चों को लगाया जा रहा है वहीं अब टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल होने के बाद यह निःशुल्क सभी बच्चों को लगाया जायेगा।   
कार्यशाला में निदेशक आरसीएच डॉ एस.एम. मित्तल ने कहा की यह वैक्सीन भारत से पहले 141 देशों में राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल है और इससें अच्छें परिणाम आयें है। उन्होंने कहा की एएनएम को इसकें लियें प्रशिक्षित करें की वे टीकाकरण से पहले टीके की उपयोगिता के बारें में परिजनों को जानकारी देवें। 
परियोजना निदेशक टीकाकरण डॉ एस.के गर्ग ने कार्यशाला को सम्बोधित करते हुयें कहा की यह वैक्सीन बच्चे को 6 सप्ताह , 14 सप्ताह एवं 9 माह पर लगायें जायेगा। इस टीके का कोई विपरीत प्रभाव नहीं है तथा निमोनिया बिमारी को बच्चों मे रोकने में प्रमुख भुमिका निभायेंगा।
कार्यशाला में एसएमएस हॉस्पीटल के शिशु रोग के विभागाध्यक्ष डॉ सीतारमन , डॉ पी.के राय, डॉ अभय बोहरा ने न्यूमोकोकल वैक्सीन की विस्तार से जानकारी दी।  
कार्यशाला में इन 9 जिलों के आरसीएचओं, चिकित्सा अधिकारी एवं जिला आईईसी समन्वयक, यूएनडीपी के कार्यक्रम अधिकारी, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलंेस मेडिकल ऑफीसर, एनपीएसपी हैल्थ ऑफीसर व यूनिसेफ के डिविजनल आर.आई.कॉर्डिनेटर भाग ले रहें है।