कन्या भ्रुण हत्या जड़ हमारें समाज में ही है जिसें खत्म करना होगा - श्री नवीन जैन सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग
अणुविभा में हुआ डॉटर्स आर प्रीसीयस कार्यक्रम
राजसमंद, 14 अगस्त । हम सभी को शर्म आनी चाहियें की हम सभी ऐसे समाज में है जहां बेटीयांे को गर्भ में इतनी अमानवियता से मारा जा रहा है, हम सभी इसकें जिम्मेदार है। बेटीयों को बचानें के लियें हम सभी को इस मुद्दे पर संवेदनशील होना होगा, हमारी मानसीकता में परिवर्तन लाना होगा। यह आव्हान राज्य समुचित प्राधिकारी पीसीपीएनडीटी एवं सचिव श्री नवीन जैन ने अणुविभा में आयोजित डॉटर्स आर प्रीसीयस अभियान के तहत आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता किया।
समाज की झूठी धारणाओं पर किया कटाक्ष...........
अपने प्रजेन्टेशन के दौरान उन्होंने कहा की ऐसा क्या है जो लोग कन्या भ्रुण हत्या जैसे कृत्य को कर पाप करतें है। उन्होंने कहा की विभिन्न मंच एवं समुदाय से बात करने पर यह सामने आया की बेटो से वंश चलता है। उन्होंने सभागार में बैठे जनसमुदाय से पुछा की आप में से कौन अपने पड़ दादा का नाम जानते है तो कोई भी नहीं बोला तो उन्होंने कहा की जब आपके पड़दादा ने यह सोच कर बेटा चाहा की वंश चलेगा। फिर यह तो झूठ साबित हुआ। इसी तरह उन्होंने कहा की बेटीयों की गर्भ में हत्या यह कहकर भी की जाती है कि समाज में बेटीयों की सुरक्षा नहीं है तो इसका जिम्मेदार कौन है, कहीं ना कही हमारा समाज ही है की बेटों को नैतिकता नहीं सीखातें।
मुखबीर योजना हो रही सफल..............
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा लिंग परीक्षण की रोकथाम हेतु मुखबीर योजना योजना संचालित की जा रही है योजना की राशि में वृद्धि करनें के अच्छे परीणाम सामनें आ रहें है। वर्तमान में योजना के तहत 2 लाख 50 हजार रूपयें की राशि प्रदान की जाती है। इस योजना में सूचना सही पायी जाने पर मुखबीर को 1 लाख रूपयें, गर्भवती डमी महिला को 1 लाख रूपयें तथा डमी गर्भवती महिला की सहयोगी को 50 हजार रूपयें की राशि प्रदान की जाती है। भ्रुण लिंग परीक्षण की शिकायत टोल फ्री नम्बर 104/108 पर की जा सकती है।
अब तक हुयें 83 डिकॉय ऑपरेशन.......................
कार्यक्रम को संबोधित करतें हुयें श्री नवीन जैन ने कहा की अब तक 83 डिकॉय ऑपरेशन हुयें है । उन्होंने बताया की उनकी पीसीपीएनडीटी टीम ने राज्य के साथ - साथ अन्य राज्यों में भी 20 सफल डिकॉय आपरेशन कियें है। उन्होंने कहा की लिंग परीक्षण रोकथाम अधिनियम को प्रभावी बनाने के लियें हमने भारतीय दण्ड संहिता की धारा 315 का उपयोग कर दोषीयों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने का कार्य कर रहें है।
दुसरे प्रदेश भी सीख ले रहें है हमसें...............................
उन्होंने बताया की एक के बाद डिकॉय ऑपरेशन से हम खुश नहीं है। हम चाहतें है कि समाज में होने वाला यह घृणीत कार्य बंद हो लेकिन हम संतुष्ट होते है की हम दोषीयों को पकड़ पा रहें है और सजा दिलवा रहें है। प्रदेश में पीसीपीएनडीटी एक्ट के प्रभावी क्रियान्वयन के कारण उत्तर प्रदेश सरकार ने हॉल ही में हमारें मॉडल को लागु किया है साथ ही अन्य राज्यों की टीमे आकर क्रियान्वयन की जानकारी ले रहीं है।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में जिला कलक्टर श्री पी.सी बैरवाल ने कहा की हमें गर्व है कि प्रदेश ऐसे कुशल नेतृत्वकर्ता अधिकारी के कारण हम लिंग परीक्षण रोकथाम अधिनिय का सफल क्रियान्वयन कर रहें है।
अतिरिक्त जिला कलक्टर ब्रजमोहन बैरवा ने कहा की श्री नवीन जैन ऐसे अधिकारी है जो किसी भी कार्य को शुरू करनें के साथ ही परिणामों तक पहुंचाते है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पंकज गौड़ ने सभी अतिथीयों का स्वागत करतें हुयें कहा की अधिनियम का जमीनी स्तर पर क्रियान्वयन कठीन कार्य है जिसकों नवीन जैन के कुशल नैतृत्व में इस प्रदेश में सफलता के साथ क्रियान्वीत कर परीणाम प्राप्त कीेयें जा रहें है। प्रमुख चिकित्सा अधिकारी डॉ सी.एल डूंगरवाल ने कहा की राजसमंद में जिला कलक्टर के रूप में बहूत कम समय कार्य करने पर भी नवीन जैन के कार्य करने की कार्यशैली के कारण जिलें के आमजन के मन में अमिट छाप है।
शुरूआत में वरिष्ठ साहित्याकर प्रमोद सनाढ्य ने बेटी के महत्व को दर्शाने वाली उनकी साहित्यीक कृति युक्त स्मृति चिन्ह सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग श्री नवीन जैन एवं जिला कलक्टर श्री पी.सी बैरवाल को भेट की। वहीं बेटी पर लिखी उनकी प्रमुख कविता मॉ मुझे बन्दूक दिला दे में सीमा पर जाउंगी पढ कर सुनायी गई।
कार्यक्रम के अंत में श्री नवीन जैन के कन्या भ्रुण हत्या रोकथाम को लेकर कियें जा रहें अविस्मरणीय कार्यो को लेकर जिलें के विभिन्न समाजों, सोसायटीयों एवं संस्थानो के प्रतिनिधीयों ने पगड़ी उपरणा पहना कर स्वागत किया। कार्यक्रम का संयोजन श्री राजकुमार दक एवं दिनेश श्रीमाली द्वारा किया गया। कार्यक्रम में देश के प्रख्यात विधिवेत्ता श्री बसन्तीलाल बाबेल सहित विभागीय अधिकारी उपमुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ इकरामुद्दीन चुड़ीगर, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुरेश मीणा सहित जिले के प्रबुद्धजन एवं स्थानिय महाविद्यालय एवं विद्यालय की छात्र - छात्रायें उपस्थित थी।